Posts

विद्यार्थियो ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लेकर किया श्रेष्ठ प्रदर्शन, हुए पुरूस्कृत

Image
सतपुड़ा एकेडमी में तीन दिवसीय खेलकूद स्पर्धाएँ सम्पन्न देवास। सतपुड़ा एकेडमी में तीन दिवसीय खेलकूद स्पर्धाएँ आयोजित की गई। विद्यार्थियों ने बड़े ही उत्साह से सभी खेल प्रतियोगिता में बढ़चढ़कर हिस्सा लेकर प्रतियोगिताओ में प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त कर श्रेष्ठ प्रदर्शन किया एवं पुरूस्कार प्राप्त किए। विद्यालयीन गतिविधियों में 4 हाउसेस क्रमश: महाराणा प्रताप हाउस, स्वामी विवेकानंद हॉउस, रानी लक्ष्मीबाई, वीर शिवाजी हाउस में विभाजित किया व प्रतियोगिता सम्पन की गई। सर्वप्रथम अतिथि नारायण सिंह चौधरी पूर्व अध्यक्ष जिला पंचायत और रायसिंह सेंधव पूर्व अध्यक्ष मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम द्वारा प्रतिकात्मत मशाल जलाकर प्रतियोगिताओ का शुभारम्भ किया। विद्यार्थियों ने समूह खेलो में कबड्डी, खो-खो, व्हालीबाल, फुटबॉल, स्केटिंग, बैडमिंटन, टेबल टेनिस आदि खेलो में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और विजय पताका लहराई। वही एकल प्रतियोगिताओ में केरम, चैस, जेवलिंग, निम्बू रेस, दौड़ 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर दौड़ में भी जोहर दिखाए व उत्कृष्ट प्रदर्शन कर श्रेष्ठ स्थान प्राप्त किया। तीन दिवसीय खेल प्रतियोगिताओ के

जिला स्तरीय स्वरोजगार सम्मेलन एवं उद्यम का समागम

Image
देवास कलेक्टर डॉ. श्रीकान्त पाण्डेय के मुख्य आतिथ्य में शुक्रवार को मल्हार स्मृति मंदिर में जिला स्तरीय सम्मेलन एवं उद्यम समागम का आयोजन हुआ। इस अवसर पर एमएसएमई विकास संस्थान के गर्ग एवं  डे, महाप्रबंधक जिला व्यापार उद्योग केंद्र आर.के. तिवारी, कार्यपालन अधिकारी अंत्यव्यवसायी किरण खराड़े के अलावा लगभग 300 युवा उद्यमी एवं बड़ी संख्या में युवक-युवती उपस्थित थे।      कार्यक्रम में डॉ. पाण्डेय ने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से हितग्राही मार्गदर्शित होते हैं। उन्होंने कहा कि शासन की स्वरोजगार योजनाओं से जहां एक ओर युवाओं को रोजगार मिल रहा है, वहीं दूसरी ओर उनसे युवा आर्थिक रूप से भी सुदृढ़ हो रहे हैं। कलेक्टर डॉ. पाण्डेय ने कहा कि युवा इन स्वरोजगार योजनाओं के ऋण लेकर रोजगार तो पाते ही हैं साथ ही दूसरे अन्य युवाओं को भी रोजगार मुहैया कराते हैं। कलेक्टर डॉ.  पाण्डेय ने युवा-युवतियों तथा उद्यमियों को शुभकामनाएं दी। कलेक्टर ने प्रतीक स्वरूप स्वीकृति प्रमाण पत्र भी हितग्राहियों को वितरित किए। सफल उद्यमियों ने साझा किए अपने अनुभव      कार्यक्रम में आए सफल उद्यमियों ने अपने अनुभव साझा किए। उद्यमियों

भारतीय दर्शन और संस्कृति को अंतर्राष्ट्रीय ख्याति दिलाएगा हिन्दी विश्वविद्यालय : राज्यपाल

राजभवन में हिन्दी विश्वविद्यालय का आठवाँ स्थापना दिवस समारोह सम्पन्न  राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने राजभवन में आयोजित अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय के आठवें स्थापना दिवस कार्यक्रम में 'अटल स्मृति व्याख्यान'' में कहा कि यह विश्वविद्यालय भारतीय दर्शन और संस्कृति को अंतर्राष्ट्रीय ख्याति दिलाएगा। उन्होंने हिन्दी के पुरोधा भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी के व्यक्तित्व और कृतित्व का उल्लेख करते हुए कहा कि समभाव के साथ जीवन-पथ पर चलना उनका व्यक्तित्व था। उन्होंने दार्शनिक जैसी गंभीरता के साथ राजधर्म का पालन किया। उनके 4 दशकों के भाषण के संकलन में कठोर से कठोर आलोचक के लिए एक भी अनुचित शब्द नहीं मिलता है। अटलजी में चिंतन की गंभीरता थी, तो सहज हास्य भी उनके व्यक्तित्व में समाहित था। राजनीति के अजातशत्रु थे अटलजी : केन्द्रीय मंत्री श्री पोखरियाल केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि अटलजी राजनीति के अजातशत्रु थे। उनके चिंतन में सारा विश्व समाया था। वे कहते थे कि दुनिया की सुख-शांति का रास्ता भारत से निकलता है। इसलिये भारत का मजबूत होना आवश

उच्च शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर बनाने के प्रयासों में केन्द्र से सहयोग की अपेक्षा

राज्यपाल श्री टंडन की अध्यक्षता में राजभवन में हुई उच्च शिक्षा की समीक्षा  28 दिसम्बर 2019/ राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने राजभवन में उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में उच्च शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बनाने की दिशा में निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने केन्द्र सरकार से इस कार्य में वांछित सहयोग प्रदान करने की अपेक्षा की। बैठक में केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल, मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ और उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी शामिल हुए। राज्यपाल श्री टंडन ने कहा कि भारतीय दर्शन सहित सभी क्षेत्रों का अद्भुत ज्ञान प्राचीन भाषाओं में समाहित है। इस ज्ञान के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिये अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के स्वरूप में मध्यप्रदेश में अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को गौरवशाली स्वरूप देने की आवश्यकता है। विशेषज्ञ समिति से मध्यप्रदेश में शैक्षणिक सुधार के प्रयासों का अध्ययन कराए केन्द्र मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय को समृद्ध बना

बच्चों में पढ़ने की आदत पैदा करती हैं कहानियाँ : डॉ. चौधरी

  स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ . प्रभुराम चौधरी ने प्रगत शैक्षिक शिक्षा महाविद्यालय में राज्य स्तरीय कहानी उत्सव का शुभारंभ करते हुए कहा कि कहानियाँ भारतीय संस्कृति एवं परम्परा का अभिन्न अंग रही हैं। कहानी के माध्यम से घर के बुजुर्ग बच्चों को नैतिक शिक्षा एवं ज्ञान से परिचित कराते थे। डॉ . चौधरी ने कहा कि आजकल बच्चों का कहानी से जुड़ाव कम हो रहा है। इसे जीवंत रखने के लिये स्कूलों में कहानी उत्सव मनाया जा रहा है। इस अवसर पर बच्चों एवं शिक्षकों ने रोचक एवं शिक्षाप्रद कहानियाँ सुनाईं। मंत्री डॉ . चौधरी ने कहा कि कहानी के माध्यम से बच्चों में पढ़ाई के प्रति रूचि बढ़ती है , किताब पढ़ने की आदत विकसित होती है। उन्होंने कहा कि कहानी के माध्यम से मिला ज्ञान और शिक्षा जिन्दगी भर याद रहती है। उन्होंने पंचतंत्र , कछुआ - खरगोश की कहानी , अकबर - बीरबल आदि रोचक कहानियों के माध्यम से मिली शिक्षा का जिक्र किया। स्कूल शिक्षा मंत्री ने बच्चों को एक कहानी सुनाकर जीवन

नये उच्चदाब विद्युत कनेक्शन पर ऊर्जा प्रभार में 20 प्रतिशत की छूट : ऊर्जा मंत्री सिंह

ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने कहा है कि ऊर्जा विभाग द्वारा किसानों और घरेलू उपभोक्ताओं के साथ ही उद्योगों को भी सहूलियत दी गयी है। उन्होंने बताया कि नये उच्चदाब कनेक्शनों को ऊर्जा प्रभार में 20 प्रतिशत, अधिकतम एक रुपये प्रति यूनिट की छूट 5 वर्ष तक देने का निर्णय लिया गया है। विद्यमान निम्नदाब उपभोक्ता द्वारा उच्चदाब कनेक्शन में परिवर्तन करवाने पर ऊर्जा प्रभार में एक रुपये प्रति यूनिट की छूट दी गयी है। मंत्री श्री सिंह ने बताया है कि ऑफ-पीक अवधि में (रात 10 से सुबह 6 बजे तक) बिजली खपत पर ऊर्जा प्रभार में 20 प्रतिशत की छूट दी गयी है। ग्रामीण फीडरों पर जुड़े उच्चदाब औद्योगिक उपभोक्तओं को न्यूनतम खपत में 20 प्रतिशत और नियत प्रभार में 5 प्रतिशत की छूट दी गयी है। ईज ऑफ डुइंग बिजनेस ईज ऑफ डुइंग बिजनेस के अन्तर्गत उच्चदाब संयोजन के लिए ऑनलाइन आवेदन और ऑनलाइन भुगतान पर कनेक्शन देने की सुविधा दी गयी है। उद्योगों को मात्र 2 दस्तावेजों, पहचान-पत्र और मालिकाना/कब्जे के प्रमाण-पत्र के आधार पर नवीन बिजली कनेक्शन की सुविधा दी गयी है। तैंतीस के.व्ही. तक के बिजली कनेक्शनों के लिए बिजली निरीक्षक

नवकरणीय ऊर्जा उत्पादन में आगे बढ़ता मध्यप्रदेश

28 दिसम्बर 2019/ मध्यप्रदेश में पारम्परिक ऊर्जा उत्पादन के साथ ही नवकरणीय ऊर्जा के वैकल्पिक स्त्रोतों से ऊर्जा उत्पादन के प्रयासों को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। इस क्षेत्र में नित नये नवाचार भी किये जा रहे हैं। बीते एक वर्ष में प्रदेश में ग्रिड कनेक्टेड और ऑफ ग्रिड परियोजनाओं ने आकार लिया है। इस समय प्रदेश में सौर, पवन, बायोमास, लघु जल विद्युत परियोजनाओं से कुल 668.64 मेगावाट विद्युत उत्पादन किया जा रहा है। प्रदेश में तीन नए सोलर पार्क भी विकसित किए जा रहे हैं। नवकरणीय ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में देश में मिसाल कायम करने की दिशा में मध्यप्रदेश निरंतर आगे बढ़ रहा है। प्रदेश की बंजर भूमि पर नवकरणीय ऊर्जा प्लांट लगाने की योजना शुरू की गई है। रीवा और मंदसौर परियोजना स्थल भी पूर्व में बंजर भूमि के कारण जाने जाते थे। आगर, शाजापुर, नीमच सोलर पार्क के लिए भी बंजर भूमि का ही चयन किया गया है। रेस्को निविदाओं में छोटे निवेशकों को हिस्सेदारी के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। नवम्बर 2018 तक प्रदेश में सौर ऊर्जा से 1537 मेगावाट बिजली मिल रही थी, जो इस साल बढ़कर करीब 2200 मेगावाट हो गई है। बायोमास