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भागवत कथा मानव जीवन को मोक्ष प्रदान करती है !

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देवास। भागवत कथा मानव जीवन को मोक्ष प्रदान करती है। इस कथा को जीवन में  उतारे।यह विचार  रामद्वारा में महंत स्वामी राम नारायण जी ने भागवत कथा के महत्तम की व्याख्या करते हुए प्रकट किए। रामद्वारा में चातुर्मास सत्संग के अंतर्गत कथा का आयोजन किया गया है। इसे भी पढे -  विश्वास में लेकर जमीन अनुबंध के नाम पर की 8 लाख रूपए की धोखाधड़ी ! प्रातः काल संतरामसुमिरन जी एवम  संत पुनीत राम जी ने निर्गुणी भजन प्रस्तुत किए।व्यास पीठ का पूजन डॉक्टर सीमा सोनी ने किया। महंत जी ने कहा कि  मानव जीवन विविधताओं से भरा है।मानव को भागवत कथा मार्ग प्रशस्त करती है। उन्होंने विभिन्न प्रसंगों के माध्यम से  भागवत कथा की व्याख्या की। कथा के लिए रामद्वारा की मोहक सजावट की गई है ।कथा में प्रतिदिन विभिन्न प्रसंगों के अनुसार  उत्सव मनाया जायेगा।कथा का समय दोपहर 1 से 5 रखा गया है। यह जानकारी महेश सोनी ने दी। इसे भी पढे -  स्टॉक डेम का दरवाजा टूटने से पूरा पानी बह गया जिम्मेदार कौन ? जिम्मेदार लोग आंखों पर पट्टी बांधे बैठे हैं.... इसे भी पढे -  गणेश जी के पंडाल में दिलाई गई स्वच्छता की शपथ !

video : Dewas- #लाल_गेट_के राजा की अगवानी की तैयारियां अंतिम दौर में, हरतालिका तीज से शुरु होगा महोत्सव !

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भारत सागर न्यूज, राहुल परमार, देवास। शहर में अलौकिक और भव्य होने वाले लाल गेट के राजा का पंडाल लगभग अंतिम रुप ले रहा है। पंडाल निर्माण में सैकड़ो कारीगर कार्य पर लगे हैं। महोत्सव की शुरुआत सोमवार को हरतालिका तीज से होने जा रही हैं। महोत्सव के प्रथम दिन से ही लाल गेट के राजा के प्रांगण में महिलाशक्ति की उपस्थिति इसकी भव्यता को अलौकिक रुप देती है। इस दौरान होने वाले सुमधरों भजनों की प्रस्तुति से पूरा क्षेत्र आध्यात्म से ओतप्रोत हो जाता है।  ‘‘लाल गेट के राजा’’ के लिये सज रहा भव्य दरबार, विधायक ने किया अवलोकन.....   भारत सागर न्यूज से बातचीज में संयोंजक एवं नगर निगम सभापति ने इस महोत्सव के बारे में चर्चा की। उन्होंने बताया कि आगामी हर दिन में अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है। इस बार संस्था सिध्दि विनायक की टीम ने लाल गेट के राजा की थीम ट्रेडिशनल रखी गई है जो मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहेगी।  

श्री अखंड रामायण मंडल द्वारा 10 वर्षो से चले आ रहे रामायण पाठ का प्राचीन खेड़ापति मंदिर पर हुआ समापन!

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आष्टा - आष्टा नगर के प्राचीन खेड़ापति हनुमान मंदिर पर विगत 10 वर्ष से श्री प्राचीन खेड़ापति कमल तालाब मंदिर पर प्रत्येक माह के आखिरी शनिवार को 24 घंटे का रामायण पाठ महंत श्री महेश गिरी जी गोस्वामी के सानिध्य में होता आ रहा है,जिसका समापन हुआ। चली आ रही कड़ी में सावन के अधिक मास में रामायण पाठ का हवन, कन्या भोज के साथ भव्य समापन सम्पन्न हुआ।  इसे भी पढे -  गोकुल धाम आष्टा में चल रही भागवत कथा, लोग ले रहे धर्म लाभ। महेश गिरी गोस्वामी ने बताया कि 24 घंटे का श्री अखंड रामायण पाठ  विलुप्त होता जा रहा है। हमारा प्रयास है कि अधिक से अधिक लोगों को जोड़कर फिर से इस प्राचीन संस्कृति को आगे बढ़ाया जाए। जिसके परिणाम 10 वर्ष बाद देखने को मिल रहे हैं । दूर-दूर से लोग श्री रामायण पाठ करने श्री खेड़ापति मंदिर पहुंचते हैं,और भक्तों को उसके चमत्कारी लाभ भी हो रहे हैं । रामायण पाठ शनिवार को चालू हुआ और रविवार के दिन समापन होकर हवन कन्या भोजन और आरती के साथ प्रसाद वितरण किया गया। इसे भी पढे -  आष्टा विधानसभा क्षेत्र की लाडली बहनों को भोपाल जंबूरी मैदान हरी झंडी दिखाकर रवाना किया : गोपाल सिंह इंजीनियर! इस

बंदीछोड सतगुरु रामपाल के जयकारों से गूंजा सतलोक आश्रम बैतूल !

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ग्राम उडदन स्थित सतलोक आश्रम में कबीर प्रकोटोत्सव के उपलक्ष्य में चल रहे तीन दिवसीय भव्य महासमागम का दूसरा दिन था जिसमे लाखों की संख्या में आए लोगों ने आश्रम में चल रहे संत गरीबदास जी महाराज की अमृतवाणी "अमर ग्रंथ साहिब" के अखंड पाठ को श्रवण किया । समागम में आए श्रद्धालुओं के लिए संत रामपाल जी महाराज जी की ओर से खुले भंडारे का आयोजन किया गया है। भंडारे में शुद्ध देशी घी से बनी सब्जी, पूड़ी, दाल,चावल, बूंदी के लड्डू व हलवा प्रसादी का निःशुल्क वितरण किया जा रहा है। साथ ही घर जाने वाले श्रद्धालुओं को भंडारा व लड्डू प्रसादी पैक करके भी दी जा रही है। आश्रम में निःशुल्क नमदीक्षा की व्यवस्था की गई है। इसे भी पढ़े -  ज्योतिषाचार्य सोनी को डॉक्टरेट की उपाधि ! Doctorate degree to Jyotishacharya Soni! संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित ग्रंथो को पढ़ने के लिए पुस्तकालय व कबीर साहेब जी के प्रकट उत्सव के बारे में जानने के लिए प्रदर्शनी भी लगाई गई है। इस समागम में शिरकत करने के लिए रोजाना लाखो की संख्या में  लोग आ रहे है, और जा रहे है। इस पूरी व्यवस्था को बनाए रखने के लिए आश्रम में 10,000 से

पुत्र के लिए माता पिता, पत्नी के लिए पति और शिष्य के लिए गुरु यही तीर्थ स्थान हैं- महेश गुरुजी !

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देवास - पुत्र के लिए माता पिता, पत्नी के लिए पति और शिष्य के लिए गुरु यह घर में ही तीर्थ स्थान हैं। अपने समीप के तीर्थ स्थान हैं जो इनकी सेवा कर लेता है। इनको संतुष्ट प्रसन्न कर लेता है उसको सारे तीर्थों का फल और पूर्ण घर में ही प्राप्त हो जाता है। उक्त विचार माँ कैलादेवी मन्दिर प्रांगण में चल रही श्री शिव महापुराण कथा में पंचम दिवस मैं श्री महेश गुरुजी उज्जैन ने कही। गुरुजी ने उदाहरण देते हुए बताया कि पुंडरीक ने अपने माता-पिता की सेवा की तो भगवान पंढरीनाथ उनको दर्शन देने के लिए स्वयं वहां पर आए। अनुसूया ने अपने पति की सेवा चित्रकूट के गहन वन अपनी घास फूस की झोपड़ी में ही की। उससे ब्रह्मा, विष्णु, महेश तीनों देवता प्रसन्न होकर के उनके पुत्र बने और शबरी ने अपने गुरु मतंग ऋषि की सेवा वहीं पर अपने आश्रम में ही की। उस से प्रसन्न होकर के भगवान श्री राम जी ने शबरी को जाकर के वहां पर दर्शन दिया तो शास्त्र में जैसा धर्म जो जिसके लिए कहा गया है। उसका पालन अगर हम लोग करते हैं तो निश्चित रूप से कम परिश्रम में कम समय में हम ज्यादा धर्म लाभ कमा सकते हैं और भगवान के कृपा भाजन बन सकते हैं। गोपाल ठाक

राम जी के चौदह वर्ष के वनवास की कथा सुन भक्त हुए भाव विभोर

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मानव धर्म की रक्षा और प्रेम का सूत्र है राम कथा- पं. विष्णुकांत महाराज देवास। प्रभु श्रीराम ने केवट को नाव से पार उतारने को कहा तो केवट ने मना कर दिया। बोला आपके चरण रज से पत्थर नारी बन गई, पहले मैं आपके चरण पखारूंगा उसके बाद नाव में बैठा कर पार लगाउंगा। केवट ने श्रीराम से गंगा पार करने की उतराई के रूप में उनके पाव धोने की सेवा मांगी। उक्त उद्गार पाचुनकर कालोनी में चल रही श्रीराम कथा के पंचम दिवस श्रीधाम वृंदावन के पं. विष्णुकांत महाराज ने व्यक्त किए। मनोहर फडनीस ने बताया कि कथा में प्रभु श्रीराम के चौदह वर्ष वनवास की कथा प्रसंग का महाराज श्री ने सचित्र वर्णन किया, जिसे सुन भक्त भावविभोर हो गए। महाराज श्री ने आगे कहा कि प्रभु राम ने जब केवट से कहा कि सेवा के बदले कुछ लेना होगा तो केवट ने कहा मैने आपको गंगा पार करने की सेवा की है, आप मुझे इस भवसागर से पार करने की कृपा कर देना। मानव धर्म की रक्षा और प्रेम का सूत्र है राम कथा। महाराज श्री ने अयोध्या में राम के राजतिलक की तैयारी, कैकेयी के कोप भवन में प्रवेश, राजा दशरथ की मनुहार में तीन वरदान देते हुए श्रीराम को वनवास की आज्ञा देना, सीता,

तीसरे दिन सोमवार को शिव पार्वती विवाह का जीवंत प्रदर्शन, शिव ही आदि और शिव ही अंत है..प. महेश चंद्र शर्मा

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देवास। श्री सूर्य विजय हनुमान मंदिर में महिला मंडल द्वारा 7 से 13 जनवरी तक आयोजित की गई सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा में तीसरे दिन सोमवार को शिव पार्वती विवाह का जीवंत प्रदर्शन किया गया। आतिशबाजी व ढोल ढ़माके के साथ शिव पार्वती को कथा पंडाल में लाया गया। विवाह की रस्म ढोल- ढ़माके के साथ पूरी की गई। महिलाओं ने मंगल गीत गाकर शिव- पार्वती का पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया। कथा वाचक पंडित महेश चंद्र शर्मा ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि शिव ही आदि और शिव ही अंत है। शिव ही सृष्टि के पालनहार हैं।जो भी मनुष्य शिव की शरण में जाता है वह कभी निराश नहीं होता। इसलिए मानव सच्ची भावना से शिव की शरण में जाए। जिससे कि इस  सांसारिक भवसागर से सहज मुक्ति मिल सके। इस दौरान सती माता का चरित्र, प्रहलाद जन्म, नरसिंह अवतार का प्रसंग भी बताया गया। यह जानकारी आयोजक मंडल की सरोज त्रिवेदी ने दी।

श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा महोत्सव का शुभारंभ, नगर के प्रमुख मार्गों से निकाली कलश यात्रा

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     देवास। श्री सूर्य विजय हनुमान मंदिर में महिला मंडल द्वारा 7 से 13 जनवरी तक आयोजित की गई सात दिवसीय श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा महोत्सव का शनिवार को शुभारंभ हुआ। कथा का वाचन पंडित सुभाष चंद्र शर्मा द्वारा किया गया। शनिवार को शुभारंभ पूर्व कथा स्थल सूर्य विजय हनुमान मंदिर से  बैंड बाजो के साथ सुबह 9 बजे कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए कथा स्थल पहुंची। कलश यात्रा में सेंकडो महिलाएं सिर पर कलश लेकर शामिल हुई। नगर के धर्म प्रेमी नागरिकों ने जगह- जगह कलश यात्रा में शामिल मात्र शक्तियों का पुष्प वर्षा कर जोरदार स्वागत किया गया। कथा प्रतिदिन दोपहर 1:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक होगी। आयोजक मंडल की सरोज त्रिवेदी ने बताया श्री सूर्य विजय हनुमान मंदिर देवास महिला मंडल के तत्वाधान में आयोजक त्रिवेदी परिवार द्वारा श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। श्री शर्मा द्वारा प्रथम दिवस की भागवत कथा में भक्ति, ज्ञान वैराग्य , आत्म देव ब्राह्मण के पुत्र धुंधकारी को भागवत का महत्व, सुखदेवजी का अवतार एव राजा परीक्षित का अवतार, भागवत उक्त प्रसंग का लाभ सेंकडो श्रद्धालुयो

श्रीकृष्ण जन्म पर झूमे भक्त, कथावाचिका ने गांव के माहौल को किया भक्तिमय

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टप्पा सुकलिया जिला देवास में चल रही भागवत कथा के चतुर्थ दिवस कृष्ण जन्म पर भक्त खूब थिरके। कथावाचिका पूजा शर्मा ने भगवान के 24 अवतारों की कथा सुनाते हुए वामन भगवान के अवतार का विस्तार से वर्णन किया। साथ ही कृष्णजन्म की कथा में धूम धाम से अधिक भक्तो ने पधार कर आंनद लिया। जबसे भागवत शुरु हुई है पूरे गॉंव का माहौल भक्तिमय हो गया है । कथा सुनने के लिए दूर-दूर से भक्तों का तांता लगा हुआ है । यह भी पढ़िए - देर रात तक चली सुंदरकांड प्रतियोगिता,भजनो पर जमकर झूमें श्रद्धालु , कृषि मंत्री कमल पटेल भी हुए शामिल

पंचमुखी धाम आगरोद में आनंद शिविर संपन्न.....

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देवास। पंचमुखी धाम आगरोद में परम पूजनीय गरुड़ दास जी महाराज ध्यान साधना एवं सेवा न्यास द्वारा तीन दिवसीय आनंद शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 24 दिसंबर को दोपहर 11 बजे तक 150 की संख्या में पहली कक्षा से लेकर कॉलेज तक के विद्यार्थी पहुंचे। यह सभी विद्यार्थी 24, 25, 26 तीन दिन आनंद शिविर में उपस्थित रहे। शिविर में आवास व्यवस्था प्लास्टिक की छोलदारियो में की गई थी।  यह भी पढ़िए -  जिले की सबसे छोटी उम्र की सरपंच के साथ ग्राम सहायक कर रहा धोखाधड़ी..... यह भी पढ़ें - चायनीज मांजे से एक युवक का कटा चेहरा......! जिला प्रशासन व कोतवाली पुलिस ने की संयुक्त कार्रवाई.... जिनका निर्माण विद्यार्थियों ने अपने हाथों से किया था शिविर में खेलकूद महापुरुषों के जीवन चरित्र राष्ट्रभक्ति के गीत के अलावा हनुमान चालीसा ध्यान एवं यज्ञ भी सिखाया गया। शिविरार्थीयों की भोजन व्यवस्था गांव-गांव से रोटी संग्रह कर ग्रामीणजनों ने की एवं एक समय का भोजन आगरोद ग्राम में घर-घर किया गया। शिविर में आश्रम के महंत श्री कृष्ण गोपाल दास जी महाराज, डॉक्टर सुभाष जी बारोड, सुनील जी वर्मा, पवन सुले, विशाल शुक्ला, नार

स्कूली शिक्षा साक्षर बनाती है और भागवत राक्षस होने से बचाती है - पं. सुरेश चंद्र शास्त्री

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बिलावली में कलश यात्रा के साथ हुआ भागवत ज्ञान गंगा का शुभारंभ देवास। आज के समय सर्वाधिक अपराध और पाप पढ़े लिखे लोग कर रहे है। ये वो अज्ञानी लोग है जिन्होंने किताबी ज्ञान को प्राप्त कर डिग्री धारण करली किंतु चरित्र का निर्माण नही कर पाए  ज्ञान के साथ विवेक की प्राप्ति हरी कथा से प्राप्त होगी। दुनिया को अध्यात्म की ओर प्रेरित करने वाले हमारे देश में बढ़ती राक्षस प्रवृति पर अंकुश लगाने के लिए हमारे बच्चों को सनातन बनाना होगा। नैतिक ज्ञान के साथ वैदो की शिक्षा दिलाना होगा तभी आने  वाला भविष्य सुरक्षित होगा । हम बच्चो को स्कूल के साथ अन्य गतिविधि करवाते है उसके के साथ भागवत कथा का श्रवण कराए। जैसे आम के वृक्ष का सार आम का फल है ,दूध का सार घी है उसी तरह वैद का सार श्रीमद भागवत है। स्कूली शिक्षा साक्षर बनाती है किंतु भागवत राक्षस होने से बचाती है । यह अध्यात्म एवं प्रेणात्मक विचार बिलावलि में 1 दिसंबर से प्रारंभ हुई श्रीमद भागवत कथा सप्ताह के प्रथम दिन श्रीमद भागवत कथा के महत्तम का वर्णन करते हुए वृंदावन के विद्वान आध्यात्मिक प्रवक्ता भागवताचार्य पं.सुरेशचंद्र शास्त्री ने व्यक्त करते हुए कहा

101 जोड़ो ने थमा एक-दूसरे का हाथ, दहेज नही लेने-देने की शपथ, तीन दिन में 18 लाख लोगों ने प्रसाद ग्रहण की

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मुनींद्र धर्मार्थ ट्रस्ट व सतलोक आश्रम की मेजबानी में कबीरपंथी संत रामपाल महाराज के आव्हान पर इंदौर-सावेर रोड  स्थित सतलोक आश्रम पर तीन दिवसीय आयोजन के दूसरे दिन मंगलवार को अंतरजातीय 101 जोड़ो का विवाह  सादगीपूर्वक कराया गया। सभी जोड़ो को दहेज नही लेने ओर देने की शपथ भी दिलाई। दो हजार अनुयायियों ने रक्तदान किया। गरीबदास महराज की अमरवाणी का अखंड पाठ भी हुवा। लोगो के लिये आश्रम पर ही रहने खाने की व्यवस्था की है। शुद्ध देशी घी के लड्डू जलेबी,हलवा,सब्जी पूड़ी दाल-चावल का प्रसाद बनाया गया।

विक्रांत क्लब ने निकाली भव्य एवं सबसे अनुठी चुनरी यात्रा, कई जगहों पर हुआ स्वागत Vikrant club dewas

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- सैकड़ो जगह पर हुआ स्वागत, भगवान आकर्षक झांकियो ने मोहा मन देवास। माँ शारदीय नवरात्रि के पावन पर्व पर प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी विक्रांत क्लब आयोजक एवं भाजपा मंडल अध्यक्ष विशाल रघुवंशी (चिंटू) के नेतृत्व में भव्य एवं अनुठी चुनरी यात्रा निकाली गई। यात्रा का शुभारंभ विधायक गायत्री राजे पवार एवं महाराज विक्रम सिंह पवार पूजा-अर्चना व आरती कर की। सप्तमी पर सयाजीद्वार से प्रारंभ हुई यात्रा में ढोल, ताशे और झांज की धुन पर माता के भक्त हाथ में चुनरी लिए निकले। इसमे अलग-अलग अखाड़ो के कलाकारो ने अपने करतब दिखाए तो ढोल और ताशे की धुन पर युवा थिरकते नजर आए। यात्रा में महाभारत के अर्जुन का रथ जिस पर भगवान श्रीकृष्ण सवार होने की झांकी, भुतभावन भगवान महांकाल की झांकी, माँ कालका भव्य रूप, विशालकाय हनुमान जी एवं आजादी के अमृत महोत्सव का लाइट शो आकर्षण का केन्द्र था। कलाकारो द्वारा नासिक ढोल की विशेष प्रस्तुति दी गई।   करीबन 4 घंटे तक निकली इस यात्रा को माँ के भक्तो ने निहारा। यात्रा का जगह-जगह विभिन्न संगठनों द्वारा स्वागत किया गया। यात्रा एमजी रोड होते हुए माता टेकरी पहुंची। जहां पर माँ चामुण्डा एव