मोबाइल न देखने पर बच्चों को शाला में दिया जाता है इनाम, माता पिता को प्रणाम करने पर मिलते है अतिरिक्त अंक
पं. श्रीराम शर्मा बाल संस्कार शाला अभियान, पहली 24 बच्चों की बेच पायलेट प्रोजेक्ट की तरह है देवास । अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में देशभर में बच्चों को संस्कार देने के उद्देश्य से शक्तिपीठों पर बाल संस्कार शालायें चलाई जा रही है उसी क्रम में देवास गायत्री शक्तिपीठ पर भी प्रतिदिन दोपहर 2 से 4 बजे तक बाल संस्कार शाला चलाई जाती हैं । गायत्री शक्तिपीठ जनसंचार विभाग के विक्रमसिंह चौधरी एवं विकास चौहान ने बताया कि यह शाला आचार्य पं. श्रीराम शर्मा द्वारा बताई गई विधि द्वारा संपन्न हो रही है जिसमें एक घंटे बच्चों को स्कूली शिक्षा के साथ अंग्रेजी, कंप्यूटर का ज्ञान भी दिया जाता है फिर बाद का समय पूर्ण रूप से भारतीय संस्कार और सभ्यता के उपर लिया जाता हैं जिसमें प्रतिदिन बच्चों को घर के होमवर्क में मोबाइल न देखना, माता पिता के दिन में कोई 5 कार्य करना, सुबह जल्दी उठना, घर में आप कर संबोधित करना और अपना समान व्यवस्थित रखना जैसे कार्य करना होते है जिसमें बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए टेस्ट में इन कार्यो को करने मे बच्चों को अतिरिक्त अंक दिया जाता है जिससे बच्चे खु