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देवास भोपाल कोरीडोर प्र.लि. का देवास से भोपाल फोर लेन पर सराहनीय प्रयास

देवास। कंपनी निर्देशक श्रीमान नीरज सांघी व् नारायण भ्रमण्यम के मार्गदर्शन में, देवास भोपाल कोरीडोर प्र.लि. के फोर लेन राष्ट्रीय राजमार्गपर कर्मचारियों द्वारा सड़क सुरक्षा के लिए फोर लेन रोड पर परियोजना संचालक आशिष थिटे ,महाप्रबंधक किरण बाबू के संचालन में सुरक्षा के सारे सांकेतिक निशान सड़क पर लगवाने के साथ ही सड़क से लगे ग्रामीण समुदायों में युवाओ को व ग्रामीणों को सड़क सुरक्षा के लिए खेल के माध्यम से एवं चौपाल लगा समझाइस के माध्यम से जीवन मूल्य समझा सड़क सुरक्षा के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसी क्रम में निर्देशक श्रीमान नीरज सांघी व् नारायण सुभ्रमण्यम जी द्वारा ग्रामीण समुदायों में युवाओ को व ग्रामीणों को प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से सड़क सुरक्षा के लिहाज से सड़क की बनावट कैसी होनी चाहिए और उसका उपयोग कैसे करना चाहिए फिल्म तैयार की गयी है ताकि ज्यादा से ज्यादा सड़क दुर्घटना से बचाव के साथ होने वाली मौतों को रोका जा सके , परिवारों को बिखरने से बचाव किया जा सके ।श्रीमान नीरज सांघी व् नारायण सुभ्रमण्यम ने बताया की लोग कहते है की 1500 सौ या 15000 हजार लोगो को प्रशिक्षण देने से क्या

निगम अधिकारियों और सत्ताधारियों की सांठ गांठ से एमओएस पर नहीं रूका निर्माण कार्य

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  भारत सागर, देवास विगत माह में निगम आयुक्त नरेन्द्र सूर्यवंशी ने अपने अधीनस्थ अमले के साथ यमुना नगर में एमओएस की जगह पर बन रहे व्यावसायिक काम्पलेक्स के निर्माण का निरीक्षण किया था। जिसके नियम के विरूद्ध हो रहे निर्माण कार्य को रोकने के लिए अंतिम सूचना पत्र देने के बाद भी निगम अधिकारियों एवं सत्ताधारियों की सांठ गांठ के चलते यमुना नगर में अवैध निर्माण कार्य चल रहा है। प्रभावी बिल्डरों द्वारा निगम अधिकारियों को भारी मात्रा में रिश्वत देकर नक्शा पास करवा लेना आम बात है। शहर की एबी रोड पर 20 से 25 ऐसे मार्केटों का निर्माण हो चुका है जिसमें निगम प्रशासन की काली करतूतें दिखाई देती हैं। शिकायत होने पर निगम अधिकारियों को नोटिस देकर महज औपचारिकता तो पूर्ण कर लेते है फिर उसी शिकायत को ठंडे बस्ते में डालकर मामले को रफा दफा कर दिया जाता है। इसी तर्ज पर यमुना नगर के भूखण्ड क्र. 29 व 34 पैकी पर एम ओ एस पर बन रहे मार्केट व्यासायिक काम्पलेक्स का काम रूकने के बजाय उसका निर्माण तेजी से होता दिखाई दे रहा है। इससे यह प्रतीत होता है कि प्रभावी बिल्डर ने निगम को अपने वश में कर रखा है। आयुक्त का आनन फानन मे

जिले के 1.28 लाख किसानों का होना था कर्ज माफ, हकीकत 3.50% ही हुए लाभांवित

खंडवा। विधानसभा चुनाव में किसान की कर्जमाफी सबसे बड़ा मुद्दा थी, वह भी सरकार बनने के 10 दिन के अंदर। अब लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लग गई है लेकिन जिले में महज 3.50 प्रतिशत ही किसानों का कर्जा माफ हुआ है। इसके बावजूद भी लोस चुनाव में यह मुद्दा सबसे बड़ा है, क्योंकि एक बड़ा वर्ग यानी किसान परिवार सीधे इससे जुड़े हुए हैंदरअसल, कर्जमाफी योजना में जिले के 1.28 लाख किसानों का 530 करोड़ रुपए कर्ज माफ होना था। सरकार का वचन था कि किसानों का 2 लाख रुपए तक का कर्ज माफ करेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इनमें से केवल 4590 किसानों को ही योजना का लाभ मिला और उनके खातों में 34 करोड़ रुपए ही पहुंचाए गए। 1 लाख 23 हजार 410 किसान कर्जमाफी के चक्कर में बैंक- बैंक भटक रहे हैं। अफसरों का कहना है किसानों के ऋण खातों में 31 मार्च 2018 पर जितना कर्ज बकाया था उतना पूरा माफ किया गया। बचे किसानों का कब तक माफ होगा इसका जवाब फिलहाल उनके पास नहीं है। कृषि विभाग व जिला सहकारी बैंक ने पहले चरण में 45 हजार 871 किसानों के नाम भेजे थे जिनमें से 4590 किसानों का ही चयन हुआ। आचार संहिता से पहले मुख्यमंत्री की ओर से किसानों को चु

एक पैगाम युवा शक्ति के नाम

मेरी पूरी श्रद्धा ह ताश का भर पर विश्वास है या नहीं प्रभु ने कहा तरी मरे प पूरी आपने सुना होगा एक बार एक भक्तों ने भगवान से प्रश्न किया प्रभु तेरे इसमें मेरी पूरी श्रद्धा है तुझ को मेरे पर विश्वास है या नहीं प्रभु ने कहा तेरी मेरे पे पूरी श्रद्धा होती तो तू यह प्रश्न ही नहीं करता हमें युवा शक्ति पर पूरा विश्वास है इसीलिए हमने मन की बात कह रहे हैं जहां भी आप जैसे युवा साथियों की जमात खड़ी होती है जानते हो सब की दृष्टि उधर क्यों चली जाती आपके समूह को देखने वालों को उस विराट स्वरूप का बोध होता है जो सृष्टि रचना के पांच तत्वों में छुपा पड़ा है समुद्र में तूफान वायु में आनी अग्नि में दावानल मिट्टी में सहनशीलता एवं आकाश में तेज सभी कुछ तो है आपके अंदर आप अपनी इन महान शक्तियों को पहचाने और मर्यादा में रहकर इन का सही उपयोग करें किसी भी महापुरुष की जीवनी में उन्होंने जीवन में क्या किया है इसी का कितना रहता है औरों के भले के लिए क्या किया इसी का उल्लेख रहा है कोई व्यक्ति सिर्फ अपना एवं परिवार का ही निर्वाह करता रहे उसे परिवार वाले भी स्मरण नहीं करते राणा प्रताप के चेतक का नाम आप जानते हैं जो आप

हमारे घर तो तोड़ दिए, अब पास में ही पैसे वालों के भी अतिक्रमण हैं, उन्हें भी हटाओ

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शकर तालाब पर बने 20 अतिक्रमण हटाए, कार्यपालन यंत्री की कार के सामने लेट गई महिला   खंडवा। शकर तालाब के जलग्रहण क्षेत्र से मंगलवार को जिला प्रशासन और निगम के संयुक्त दल ने कार्रवाई कर 20 अतिक्रमण हटाए। कार्रवाई के बाद अफसरों के लौटते समय एक महिला निगम की कार्यपालन यंत्री वर्षा घिडोडे की कार के सामने लेट गई। कुछ देर बाद मौके पर पुलिस बल ने पहुंचकर महिला को जमीन से उठायाआक्रोशित महिला ने कहा गरीबों के घर तोड़ दिए। पास में पैसे वाले लोगों के अतिक्रमण हैं, उन्हें भी तोड़कर जाओं। ऐसे नहीं जाने देंगे। पुलिस ने महिला को कार से दूर किया। तब अफसर वहां से निकले। कार्रवाई से पहले ही यहां से लोगों को हटने के लिए निगम कर्मचारियों ने समझाइश दी थी। कुछ लोगों ने स्वेच्छा से टपरे हटा लिए। वहीं कुछ लोग हटना नहीं चाहते थे। ऐसे लोगों ने टपरों से सामान भी नहीं निकाला। सुबह 11 बजे जैसे ही यहां अफसर दल-बल के साथ पहुंचे, हडकंप मच गया। लोगों की भीड़ लग गई। पुलिस बल ने लोगों को दूर किया और निगम अमले ने जेसीबी से एक-एक कर अतिक्रमण हटा दिए। लोगों ने तालाब उस स्थान पर टपरे बना लिए थे। जहां बारिश में पानी भर जाता

दो पति लेकिन अंतिम संस्कार करने कोई नहीं आया, तीन दिन बाद पुलिस ने किया

अंतिम समय आने पर हर कोई उसे कंधा देने के लिए राजी हो जाता है लेकिन अपने करीबी होने के बाद भी उसे अंतिम विदाई देने से मना कर गए तो सरकारी कर्मचारियों ने उसे अपना समझकर अंतिम विदाई दी। कुछ ऐसा ही मामला बैड़िया थाने पर सामने आया। एक महिला के दो पति होने के बाद भी उसके अंतिम संस्कार के लिए नहीं पहुंचे तो बैडिया टीआई ने महिला का अंतिम संस्कार कर श्रद्धांजलि अर्पित की। बैडिया चौकी प्रभारी रामसिंह मेडा ने बताया 16 मार्च की शाम करीब 6.30 बजे सेल्दा में शीलाबाई (30) ने अपने ही घर में साड़ी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। इसकी सूचना मिलने पर मौका मुआयना कर जानकारी एकत्र की। इस पर लोगों ने बताया शाम को शीलाबाई घर पर अकेली थी। उसकी लड़की लक्ष्मी बाहर बर्तन साफ कर रही थी। शीलाबाई ने घर में अंदर से दरवाजा बंद कर रखा था। लड़की ने दरवाजा खटखटाया तो उसकी मां ने नहीं खोला। आसपास के लोगों ने भी प्रयास किया लेकिन महिला ने दरवाजा नहीं खोला। इस दौरान उसका पति शिवनाथ अपने बच्चे को लेकर पहुंचा। उसने व अन्य ग्रामीण सेवकराम ने दरवाजे की खिड़की तोड़कर घर में प्रवेश किया। उसने देखा की शीलाबाई ने साड़ी का फंदा बनाक

गवाही देने पुलिस वर्दी में पहुंचा कोर्ट, बोला- पापा ने मम्मी को डंडे मारे, फिर आग लगा दी

  खंडवा। पुलिस की वर्दी पहने चार साल का बच्चा अपने परिजन की अंगुली थामे सोमवार दोपहर 12 बजे जैसे ही जिला न्यायालय पहुंचा तो सभी की नजरें उस पर टिक गईं। दरअसल यह बच्चा अपनी मां की हत्या के आरोपी पिता के खिलाफ कोर्ट में बयान देने पहुंचा था। कोर्ट के एक कक्ष में इस बच्चे से 25 सवाल किए गएजवाब में उसने बताया कि पापा ने मम्मी को डंडे मारे, घसीटकर ऊपर ले गए, पानी डालकर आग लगा दी। शहर के बहुचर्चित सादिया बी (25) हत्याकांड में कुल 17 गवाह है। सादिया का चार साल का बेटा एकमात्र चश्मदीद और 11वें गवाह के रूप में सोमवार को कोर्ट पहुंचा था। कोर्ट के एक कक्ष में बच्चे के करीब एक घंटे तक बयान हुए। उसे पुलिस की वर्दी इसलिए पहनाई ताकि उसका डर दूर हो सके। क्योंकि इससे पहले पेशी पर बच्चा डर गया था। उसने अपने नाना से कहा जो भी बोलूंगा पुलिस को बोलूंगा, मेरी मम्मी को किसने मारा। तुम कुछ नहीं करते मुझे तलवार दे दो, मोइन (पिता) को मार दूंगा। मोइन ने मम्मी को सिर पर डंडा मारा, घसीटकर ऊपर ले गया और पानी डालकर आग लगा दी। सोमवार दोपहर करीब 12.30 बजे बच्चा अपने नाना- नानी व परिजन के साथ कोर्ट पहुंचा। यहां आरोपी प