संसार को बचाना है तो बेटी को बचाओ और पेड़ों को लगाओ-रक्षा सरस्वती
देेवास। सृष्टि का निर्माण ईश्वर ने किया है। ईश्वर की इस धरोहर को विकास के नाम पर विनाश की ओर ले जाया जा रहा है। बेटी संसार की वृद्धि करती है और पेड़ संसार को जीवन प्रदान करता है। हम बेटी को माँ की कोख में मारने का जघन्य अपराध कर रहे हैं वहीं अंधाधुंध पेडों को नष्ट कर सृष्टि को नष्ट करने का पाप कर रहे हैं। बेटी नहीं होगी तो परिवार, समाज, राष्ट्र और विश्व नहीं होगा। पेड़ नहीं होंगे तो प्रकृति अपना संतुलन खो देगी, प्राणी को श्वास लेने के लिये हवा नहीं मिलेगी, पीने के लिये पानी नहीं होगा। अगर संसार को बचाना है तो बेटी को बचाना होगा और पेडों को लगाना होगा। यह आध्यात्मिक एवं चिंतनशील विचार जवाहर नगर में हो रही श्रीमद भागवत कथा के दौरान भागवत रत्न रक्षा सरस्वती ने व्यक्त करते हुए कहे। आपने भागवत प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि जीवन में दुख आये तो दुखी मत होना प्रसन्न होना क्योंकि दुख में भगवान की याद आती है। भगवान का स्मरण होने लगता है, भगवान अपने भक्त को कभी दुखी नहीं होने देते। भागवत में भक्त की कथा होती है। भगवान स्वयं एक कथाकार है भक्त की कथा सुनने से जीवन की व्यथा दूर होती है। भागवत प्रसंग में धु्रव एवं प्रहलाद के चरित्र का सुंदर वर्णन किया । रामजन्म एवं कृष्ण जन्म का सुंदर वर्णन करते हुए आपने कहा कि हमारी भारत भूमि संसार में इसलिए पूज्यनीय मानी जाती है कि यहां स्वयं नारायण ने अवतार लिया है। प्रभु राम ने मर्यादा का पालन करते हुए कैसे शासन करना चाहिये यह सिखाया तो कृष्ण ने कर्म करते हुए कैसे भक्ति करना चाहिये यह दिखाया। कथा के मध्य में देवास नरेश विक्रमसिंह पवार, महापौर सुभाष शर्मा ने भागवताचार्य का अभिवादन किया तथा पर्यावरण दिवस पर पेड़ लगाने का संकल्प लिया।
अमिताभ बच्चन के डुप्लीकेट ने भजनों की प्रस्तुति दी
मुम्बई से आए अमिताभ बच्चन के डुप्लीकेट राजकुमार ने भागवत कथा के मंंच पर भोले ओ भोले तथा शेरो वाली की गीतों की प्रस्तुति अभिनय के साथ देकर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। भागवत की पूजा दिलीप अग्रवाल, गणेश पटेल, मनीषा बापना, गुरप्रीत ईशर, हेमंत बिसोरे, कोशिक पुरी ने की। आरती में रवि जैन, धर्मेन्द्रसिंह बैस, राखी झालानी, भरत चौधरी, आनंदसिंह नांदेल, विनिता व्यास, विपिन विजयवर्गीय, अखिलेश अग्रवाल आदि उपस्थित थे। कथा का संचालन चेतन उपाध्याय ने किया।
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