क्या देवास में पवार परिवार के आसपास विघ्नसंतोषी, विघटनकारी असामाजिक, अवसरवादियों सहित अवैध व गैर कानूनी कारोबारियों का जमघट कोई गहरी साजिश है ? या ..... ?



\\पंडित अजय शर्मा, भारत सागर न्यूज, देवास (94250 51690)।\\

            भारत सागर न्यूज द्वारा पूर्व में भी कई बार बेबाकी से समाचार प्रकाशित  कर पुलिस व शासन-प्रशासन को समय समय पर आगाह किया जाता रहा है कि देवास शहर सहित जिलेभर में जुआ सट्टा, अवैध शराब, सहित गांजा, चरस, अफिम, ब्राउन सुगर, ड्रग्स एम डी तथा अवैध हथियारों का अवैध कारोबार तेजी से बढ़ रहा है ! जिसपर देवास के विकास और देवास की भोली-भाली जनता की सुरक्षा व्यवस्था सहित देवास व देश के भावी भविष्य युवाओं के उज्जवल भविष्य को संवारने आदि की जिम्मेदारियों को ध्यान में रखते हुए इस अवैध कारोबार पर अंकुश लगाना अति आवश्यक और न्यायोचित होगा ! खबर शुरुआत में बता दें प्रदेश कांग्रेस महामंत्री और पूर्व पार्षद प्रदीप चौधरी ने सोशल मीडिया पर वीडियो और पोस्टर डालते हुए देवास विधायक व उनके पुत्र पर कई सवाल व आरोप खड़े किए। यहां तक कि प्रदीप चौधरी द्वारा देवास विधायक गायत्री राजे पवार सहित उनके पुत्र  विक्रम राव पवार की फोटो के साथ अपनी फोटो लगा कर बड़े-बड़े स्लोगन लिखे हुए हैं। जैसे  ““जुआं सट्टा ताश, यही करेगा देवास का नाश,, उठो उठो विधायक जी निंद्रा त्यागो ““ ““बड़े आश्चर्य कि बात है जो पूरे शहर में अंधाधूंध दारु जुआं सट्टा चला रहे हैं खुद ही शपथ ले रहे बंद कराने कि वाह रे राजा मामा““ मध्यप्रदेश शासन द्वारा चलाए जा रहे जागरुकता अभियान में भी अभिमन्यु के अंतर्गत सयाजी द्वार पर संस्था रायल ब्रिगेड द्वारा नशा मुक्ति की शपथ ली गई!““ ये बात प्रदीप चौधरी ने सोशल मीडिया पर बैनर पोस्टर बनाकर और वीडियो बनाकर सार्वजानिक रूप से  लिखा है।
         

   बताया जा रहा है कि देवास में जहां कहीं भी अवैध व गैर कानूनी कारोबारियों के काले कारनामे संचालित होते है । वहां उनके ठीये के  गेट के पास व गेट से बाहर देवास विधायक गायत्री राजे पवार व उनके बेटे विक्रम राव पवार का फोटो वाला फ्लेक्स बैनर लगाकर अपनी व अपने काले अवैध व गैर कानूनी कारोबार को  सुरक्षित व व्यवस्थित करने की होड़ सी लगी है।
                जिसमें कुछ तो अपने आपको पार्षद के भाई वाले व कुछ पार्षद पति के भाई वाले बताते हैं, तो कुछ तो अपने आप को पार्षदपति सहित सभापति तथा महापौरपति के पहचान व संरक्षण वाले ! घर दुकान गली मोहल्लों सहित फार्महाउस मे भी बड़े बड़े फोटो वाले फ्लेक्स बैनर होर्डिंग लगाकर बेखौफ, बेलगाम खुलेआम, धड़ल्ले से अवैध व गैर कानूनी व्यवसाय पूर्ण अधिकार से चला रहे हैं। ये अवैध व गैर कानूनी कारोबारियों और दलालों द्वारा पुलिस व प्रशासन को इन जनप्रतिनिधियों के नाम बताकर अपना अवैधानिक धंधा तो बचा ही लेते हैं। साथ ही अपने ठीए अड्डे के बाहर पावरफुल पवार परिवार की फोटो वाला फ्लेक्स लगाकर रखते हैं। आखिर ये अवैध व गैर कानूनी कारोबारियों और दलालों के इस दोहरे चरित्र का राज क्या है ? इसके पीछे की हकीकत जानना भी इन जनप्रतिनिधियों के लिए स्वहित व जनहित में न्यायोचित होगा !



                लेकिन जिले के पांचो विधायक इस विषय पर मौन साधे बैठे हैं। आखिर ऐसा क्या कारण है कि एक भी विधायक जिले में संचालित हो रहे हैं अवैध कारोबार और नशे के खिलाफ कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। ऐसे अड्डों के आसपास रहने वाले मोहल्ले के लोग बताते हैं कि अवैध कारोबार करने वाले सीना ठोक कर विधायक जी के आशीर्वाद से अवैध अड्डा संचालित करना बताते हैं।
तो ऐसे कौन से विधायक जी है जो देवास में अपना गिरोह संचालित कर आने वाली नस्ल (पीढ़ी) को सामाजिक बुराईयों के काले कारोबार में और नशे के गर्त में धकेल कर अपने खजाने भर रहे हैं ?
    इतिहास गवाह है कि समय आने पर सुशासन करने वाले राजाओं सहित पावरफुल और सकारात्मक व्यक्तित्व के सानिध्य मे आकर, विघ्नसंतोषी, विघटनकारी, असामाजिक, अवैध कारोबारी, डकैत, लुटेरे, हत्यारों में भी काफी हद तक बदलाव देखे गये तथा अवसरवादियों के रूप में इस तरहां नाटकीय ढंग से समाज सेवा का ढोंग भी  निभाते रहे, मानो  जैसे हकीकत में बदलाव हो गया हो, जो सत्य नहीं छलावा है।
          पुराने किस्से कहानियों मे ऐसे अनेक उदाहरण मिलते हैं। हमारे देवास विधानसभा में  भी ऐसे अनेक उदाहरण पावरफुल पवार परिवार से जुड़ने के तो मिलते हैं, लेकिन समाज सेवा मे समर्पित होने की मिशाल मौजूद नहीं हैं। 


             देवास भाजपा में पार्षद सभापति महापौर बनाने वाले किंगमेकर पावरफुल पवार परिवार की विधायक गायत्री राजे पवार और उनके पुत्र  विक्रम राव पवार की समर्पण और सेवा से प्रेरित होकर, सक्रिय कार्यकर्ता का ढोंग कर अनेक जुआ सट्टा,अवैध नशीले मादक पदार्थ व्यापार संचालक, ब्याजखोर,अवैध वसूली करने वाले, असमाजिक, विघ्नसंतोषी विघटनकारी अवसरवादि जो  कि ये भाजपा का वोट बैंक कभी भी रहा ही नहीं है, जो सर्व विदित है? देवास का इतिहास गवाह है! लेकिन अब तो वो भी अपने ग़लत मंशुबो को साकार करने कि गंदी विचार धारा अवैध  कर्मों को सुरक्षित व व्यवस्थित करने के लिए देवास भाजपा से जुड गए हैं।
              अवैध‌ व गैर कानूनी नशीले मादक पदार्थों गांजा, चरस, अफीम, ब्राउन शुगर, ड्रग्स, एमडी सहित अवैध शराब सहित अवैध जमीनों पर कब्जा करने वाले,  अवैध सौदागरों, अवैध कालोनी काटने वाले, जुआ सट्टा हाजिर जैसे अवैध कारोबार में मुखिया रहे सर्व विदित अवैध व गैर कानूनी व्यवसाय का सरगना सरदार सफेदपोश और अपने आप के अवैध व गैर कानूनी कारोबार में मजबूत पकड़ व जनाधार वाले कांग्रेस पार्षद भी देवास विधायक व उनके पुत्र  विक्रम राव पवार के सहज सरल  सर्वकाम समावेशी, संरक्षणवादी व्यक्तित्व से प्रभावित होकर विधायक पुत्र के सानिध्य में कार्यक्रम के माध्यम से भाजपा में शामिल होकर भाजपा का वोट प्रतिशत बढ़ाने का दावा करते हुए माहौल बनाया जा रहा है । इतना ही नहीं बल्कि आपस में चर्चा ये भी फैला रहे हैं कि अवैध व गैर कानूनी कारोबारी भी ईंसान है और उन्हें भी पवार परिवार का सानिध्य पाने और सेवा का अधिकार है। उनका भी अपना बहुत बड़ा मजबूत जनाधार है। देवास के अनेक पार्षद सहित अन्य पद इस बात का प्रमाण है। देवास भाजपा का गढ़ कहा जाने वाला पावरफुल पवार परिवार की कृपा से पार्षद सभापति और महापौर बनना आसान है, यह कटु व स्वर्णिम सत्य है, जिसे देवास की जनता से लेकर प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं तक भी नकार नहीं सकते। 
 आपस में  चर्चा यह भी फैला रहें हैं कि इस बार देवास विधानसभा में राजमाता विधायक गायत्री राजे पवार की विजय एक लाख पार करेगी। जिसका श्रेय  सफेद बोस सहित सभी असमाजिकों, अवसरवादियों और अवैध व गैर कानूनी कारोबारियों की शहर में अत्यधिक सक्रियता को जाएगा।

                अब यहां एक धड़ा जो सिर्फ राजनीतिक विश्लेषकों का है। वो राजनीतिक जानकार बताते हैं कि आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए ये घातक और  नुकसानदायक हो सकता है। यदि यही माहौल रहा तो  2023-24 में  सीट निकालना भी आसान नहीं होगा! अगर जैसे तैसे सीट निकाल भी ली तो शायद 2027-28 में लंबे समय तक देवास भाजपा की सीट अन्य पार्टियों कि झोली में जाना तय अनुमान है। राजनीतिक गलियारों से बाहर भी यही चर्चा आजकल आम हो रही है।


 शहर के गली मोहल्ले चौराहों पर चाय पान की गुमटियों पर  चर्चा यह है कि पूर्व में भी जनता के महानायक कैलाशवासी महाराज तुकोजीराव पवार के साथ भी कुछ विघ्नसंतोषी विघटनकारी असामाजिक और अवैध कारोबारी जुड़े थे और  महाराज के निकटतम होने के नाम पर महानायक से छुपकर लाखों की अवैध कमाई से करोड़पति हो गये, लेकिन वो  महानायक के डर से दायरे में रहते थे। क्योंकि महानायक महाराज तुकोजीराव पवार ने जनता जनार्दन के हित में कड़े फैसले लेने में कतई संकोच नहीं किया। बल्कि कई बार तो पैलेस पर बुलाकर ग़लत कारोबार करने पर दंडित भी किया गया था, जो सर्व विदित है। लेकिन महानायक महाराज के कैलाशवासी होने के बाद पावरफुल पवार परिवार के आसपास विघ्नसंतोषी, विघटनकारी, असामाजिक, अवसरवादियों सहित अवैध व गैर कानूनी कारोबारियों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। जैसे देवास में इनकी बाढ़ सी आ गई हो। जो पवार परिवार के लिए शुभ संकेत नहीं है।

जिसे देखकर आमआदमी और जनता-जनार्दन और भाजपा के फाउंडर मेंबरों सहित वास्तविक कार्यकर्ताओं सहित बहु संख्यक समाज बड़ा बोट बैंक में भी पवार परिवार की विश्वसनीयता और लोकप्रियता में कमी आ रही हैं।

         लगातार अवैध  कारोबारियों द्वारा महाराज विक्रम राव पवार के निकट फोटो निकालकर वायरल करने से पवार परिवार का परमानेंट बहुसंख्यक समाज बड़ा वोट बैंक नाराज होकर खसक सरक कर दूरी बना रहा है जिसका सीधा प्रभाव लोकप्रियता और विश्वसनीयता पर पड़ रहा है। 

        राजनीतिक जानकार बताते हैं कि ये एक किस्म की राजनीति में बहुत बड़ी गंभीर व घातक बिमारी होती  है और  समय रहते इस बिमारी का इलाज नहीं हुआ तो ये बिमारी चुनाव में बहुत धातक व बढ़े नुकसान दायक परिणाम दे सकती है। जिसका असर लंबे समय तक रहने की उम्मीद है। जानकारों के मुताबिक अभी तक तो यह असमंजसता ही समाप्त नहीं हो सकी है कि पवार परिवार के आसपास मंडराते विघ्नसंतोषी, विघटनकारी असामाजिक  , अवसरवादियों ,  सहित अवैध व गैर कानूनी कारोबारियों का जमघट कोई मजबूरी, लालच, शौक या खौफ पैदा करने का आधार या वर्ष 2023-24 में ही वरना वर्ष 2027-28 तक स्थानीय भाजपा के पावरफुल पवार परिवार का जनाधार व विश्वनीयता, लोकप्रियता को खत्म करने की बहुत बड़ी सोची समझी  गहरी साजिश है? या सामान्य घटना?


’और अब अंत में’
               इतना ही नहीं बल्कि निगम चुनाव में केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध करने वाले व यशश्वी प्रधानमंत्री मोदी का पुतला दहन करने वाले विवादित चेहरों की शिकायत व आपत्ति होने के बावजूद भी उनको टिकिट देना, फिर  उनको जीताने के लिए हर हद पार करना यहां तक कि उनके बीच खड़े होकर बहुसंख्यक समाज बड़ा वोट बैंक को हिदायत देते वीडियो जगजाहिर होना, उनको जीताकर निगम में पहुंचाने वाली हठधर्मिता की मानसिकता भी देवास की जनता-जनार्दन बहुसंख्यक समाज बड़ा वोट बैंक में अपनी अवहेलना दिखाई देना ग़लत नहीं था ? जो शुभ संकेत के लक्षणों में शामिल नहीं हो सकता !फिर देवास विधायक पुत्र महाराज विक्रम राव पवार का देवास छोड़ कालापीपल की तरफ रुख करना भी भाजपा के बहुसंख्यक समाज बड़े बोट बैंक में निराशा है। जो विक्रम राव पवार को अपने महानायक तुकोजीराव पवार के रुप में देवास विधायक देखने की हार्दिक इच्छा रखते हैं, वो नाराज़ हैं। यहां तक कि कालापिपल जाने से पावरफुल पवार परिवार की राजनीति में अस्थिरता दिखाई देती नजर आ रही है और राजनीतिक जानकारों का मानना है कि देवास विधायक व उनके पुत्र की रिपोर्ट प्रदेश से केंद्र सरकार तक ग़लत तरीक़े से पेश की गयी है और शायद  केंद्र सरकार में पकड़ मजबूत नहीं है। देवास में भी केंद्र सरकार की नीति नये व युवा को प्राथमिकता देने कि स्थिति बनी तो क्या होगा? इसी कारण शायद विक्रम राव पवार को कालापिपल की तरफ रुख़ करना पड़ा ।  यहां भी कई प्रश्न बन रहे हैं जैसे क्या देवास में बहु संख्यक समाज को नजर अंदाज करना भी पवार परिवार को नुक़सान दायक हो सकता है ? आदि जो देवास कि स्थानीय भाजपा के गढ़ आनन्द भुवन पैलेस के पावरफुल पवार परिवार के राजनीतिक  कार्यक्रमों के लिए शायद ये शुभ संकेत नहीं है?


 जानकारों का कहना है कि इस पर महाराज व राजमाता को स्वंय संज्ञान लेकर गंभीरता व गहराई से  राजनीतिक बुद्धिजीवियों के साथ चिन्तन मंथन कर उचित कदम उठाना जरुरी और न्यायोचित होगा? 

अब देखना यह है कि क्या चुनावी साल में देवास भाजपा कि स्थिति को भांपकर महाराज व राजमाता  स्वंय संज्ञान लेकर गहराई से चिंतन  मंथन कर उचित न्यायोचित कदम उठाएंगे? या ...........?












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