चोरी हो गया माय देवास या कर दिया असामाजिक तत्वों ने गायब !
वापस से हजारों खर्च करके बन रहा माय देवास, स्वच्छता रैंकिंग के लिए हो रही जद्दोजहद
देवास। पिछले वर्ष देवास देशभर में स्वच्छता रैंकिंग में टॉप 10 रहा है। इस वर्ष भी नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी शहर को रैंकिंग में अच्छा स्थान दिलाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। पिछले वर्ष सर्वेक्षण टीम के आने से पहले चामुण्डा कॉम्पलेक्स के पास स्थित धरना स्थल पर मंडूक पुष्कर की दीवार पर लगे माय देवास के साइन बोर्ड को लगाया गया था जो कि हजारों की राशि खर्च करने के बाद लगाया गया था। उक्त बोर्ड को लगे एक वर्ष भी नही हुआ था कि उसे धीरे- धीरे करके या तो असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया या फिर उक्त बोर्ड चोरों का निशाना बन गया। आपको बता दें इस बोर्ड के कार्य देने के बाद इसमें बिजली आदि मेंटेनेंस लगाने वाली संस्था का होता है लेकिन इस बोर्ड के रखरखाव की जिम्मेदारी देवास के ही नगर निगम कर्मचारियों की होती हैं। जब भी इस बोर्ड में कुछ खराबी होती है जिम्मेदार कर्मचारी अथवा अधिकारी को इस बोर्ड की सुचना संबंधित फर्म अथवा संस्था को देनी होती है। जब तक बोर्ड धीरे-धीरे गायब हो गया तब तक इसका रखरखाव करने वाले जिम्मेदार कहां थे ?
पुनः हजारों खर्च करके लगाया जा रहा नया बोर्ड
पुराने बोर्ड के अदृश्य हो जाने के बाद हजारों खर्च करके कल देर शाम को बोर्ड को एक फर्म के कर्मचारियों द्वारा लगाया जा रहा था। कर्मचारियों से पूछने पर कर्मचारी ने बताया कि हमें किसी भी व्यक्ति ने इस बोर्ड के किसी मेंटेनेंस की सूचना नही कि वरना हम इसे सुधारने आ जाते । पिछले वर्ष भी संभवतः इसी फर्म को इस कार्य हेतु टेंडर अथवा कार्य करने का काम था। इस वर्ष संस्था अथवा फर्म इस बोर्ड को यथावत रख पाती है अथवा नही यह तो नगर निगम के रखरखाव पर निर्भर करता है लेकिन जहां पुलिस चौकी की एक दीवार टूटने पर सांसद जैसे पदेन व्यक्ति पर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पंहुचाने का मुकदमा बन जाता हो, ऐसे शहर की सार्वजनिक संपत्ति कितनी सुरक्षित है इसका अंदाजा आप शहर के सबसे व्यस्ततम रोड़ और स्थान पर देख सकते हैं।
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