जंजीर.....भारत बांधने आया है, जूनी जंजीर लाया है
भारत बांधने आया है, जूनी जंजीर लाया है
शेरनी का दूधर स्वर्ण पात्र में भारत पीया है
पत्थर परिलक्षित कर प्रभु के दर्शन किया है
धधकती आग, धमकते धूए तुझे जलाया है
भारत बांधने आया है, जूनी जंजीर लाया है
तू दगी का दूध, गुलामी का घी खाया है
छलावे की छाछ, बेईमानी की बर्फी खाया है
बेईमानी बकरी खाके ईद मनाके आया है
भारत बांधने आया है, जूनी जंजीर लाया है
आंख में आतंक नाक में नक्सल लाया है
आंत में उग्र नस-नस में नफरत लाया है
स्वासो में सोले, गाल पर गोले लाल लाया है
भारत बांधने आया है, जूनी जंजीर लाया है
अंडा, मुर्गी, कुत्ते, बिल्ली बेच के देश चलाया है
घोड़े, गधे, सूअर जंगली अभी बेच कर आया है
जाजम जागीर अमीर को देश गिरवी रखवाया है
भारत बांधने आया है, जूनी जंजीर लाया है
झूठे झांझे में तुझे चायना फसाया है
लात घूंसा, चांदी का जूता दिलाया है
धन बल, भुज बल, सब बल दिखाया है
भारत बांधने आया है, जूनी जंजीर लाया है
अपराधि बुद्धि, मस्तिष्क त्राषदी लाया है
विक्षिप्त, कुंठित, निर्लज प्रतिद्वंदी बनाया है
मास्टर माइंड, आतंक गाइड अंधे लाया है
भारत बांधने आया है, जूनी जंजीर लाया है
चांडाल शैतान, विकराल दरिंदा लाया है
पशु परिंदा अकल का अंधा आया है
आतंकवाद, रक्तपात, बेकसुर का खून बहाया है
भारत बांधने आया है, जूनी जंजीर लाया है
नर्की, पातकी अणु की धमकी, संकुचित लाया है
बुद्धि लुप्त चेतना बेसुध लज्जा भंग कराया है
दरिंदा, दुष्कर्मी, दुष्टी, भ्रष्टी रक्त बहाया है
भारत बांधने आया है, जूनी जंजीर लाया है
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