जीव को अपनी इच्छा भागवान के समक्ष प्रकट करना चाहिए- पं. ओझा
देवास। राधे महिला मण्डल आवास नगर देवास के द्वारा आयोजित अमर शहीद राजा भाउ महाकाल उद्यान में कथा के दुसरे दिन कथा वाचक श्री पंडित नारायण प्रसाद ओझा जी ने बताया कि जीव को अपनी इच्छा भागवान के समक्ष प्रकट करना चाहिए। जो जीव भागवान के समक्ष अपनी इच्छा प्रकट नहीं करता है। वह जीव दुनिया का सबसे बड़ा अभागा जीव होता है। भगवान के प्रति ऐसा समर्पण होना चाहिए कि भगवान उस भक्त के घर स्वयं जाकर उसके हाथ का प्रसाद पाने के लिएउसकी प्रतिक्षा करे। उपयोगीता एवं पात्रता में अंतर है। उपयोगीता भैतिक सुख-सुविधा मिल सकती है। जब कि पात्रता ईश्वर से मिलन करती है। व्यासपीठ की आरती प्रमुख यजमान जीवनसिह ठाकुर, हुकमसिह चावड़ा एवं विक्रमसिह पटेल ने की। कथा प्रतिदि दोपहर 1 से शाम 5 बजे तक चलेगी। उक्त जानकारी हुकमसिह चावड़ा के द्वारा दी गई।
Comments
Post a Comment