जब 10 माह की एनीमिया से ग्रसित बच्ची को डोनर न मिला, फरिश्ता बनकर आये बीएमओ

 



देवास, 22 मई 2020/  वर्तमान की कोरोना वायरस से कोरोना योद्धा लड़ाई लड़ रहे हैं। ये कोरोना योद्धा अपनी जान जोखिम में डालकर मानवीय सेवा कर रहे हैं। ऐसे जिले के बरोठा में बीएमओ डॉ. राजेश चौधरी हैं, जो कि वर्तमान में कोरोना वायरस के संक्रमण से योद्धा के रूप में लड़ाई लड़ हीरहे हैं। साथ ही मानीय सेवा ही, जीवन की प्राथमिकता का ध्येय मानकर कार्य कर रहे हैं। ऐसे मानवीय सेवक का शत-शत नमन है।


   विगत दिवस ग्राम सुल्फाखेड़ा के रायसिंग की 10 माह की बच्ची का  स्वास्थ्य खराब होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बरोठा में उसके माता-पिता लेकर पहुंचे। अस्पताल में ड्यूटी कर रहे खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश चौधरी ने बच्ची का उपचार किया। उन्होंने देखा कि बच्ची गंभीर एनीमिया से ग्रसित हैं जिसे प्राथमिक उपचार के पश्चात bllod transfusion के लिए देवास जिला चिकित्सालय भेज गया। जिला चिकित्सालय में ब्लड की उपलब्धता न होने व डोनर नहीं मिलने की सूचना बच्ची के पिता द्वारा  बरोठा बीएमओ डॉ. राजेश चौधरी को दी गई।



     बच्ची के माता-पिता ने बताया कि बीएमओ डॉ. राजेश चौधरी को ब्लड संबंधी जानकारी दी। इस उन्होंने कहा कि घबराने की बात नहीं हैं ब्लड नहीं मिल रहा है तो वे स्वयं ब्लड देंगे। इसके बाद वे स्वयं ही ब्लड देने जिला हॉस्पिटल पहुंचे तथा बच्ची को ब्लड दिया गया।


बच्ची निशा के माता-पिता ने बताया कि बरोठा के निजदीक सुल्फखेड़ा ग्राम से बरोठा में डॉक्टर साहब को दिखाया बालिका को खून कि बहुत ज्यादा कमी बताई। व्यवस्था न होने पर डॉ.राजेश चौधरी जी ने देवास पहुंच कर हमारी बच्ची को खून दिया। हमारे लिए फ़रिश्ते की तरह आकर मदद की। हम इनका दिल से धन्यवाद देते हैं। जिन्होंने इस परिस्थिति में हमारी मदद की।



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