ड्यूटी के 90 दिनों बाद घर लौटने पर कोरोना योद्धा शिवानी सुधाकर झरबड़े का किया सम्मान
देवास। अपने सुख-चैन का त्याग कर दूसरों की भलाई के लिए काम करने वाले चिकित्सकों के जज्बे को सलाम है। वर्तमान में ये कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि चिकित्सकों का हमारे जीवन में काफी महत्व है या ये कह सकते हैं कि हमें स्वस्थ रखने में डॉक्टरों की बड़ी भूमिका होती है। कोरोना संकट में हमारे लिए अपनी जान की परवाह किये बिना जिस तरह वो अपना कर्तव्य निभा रहे हैं, वो समाज के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। ऐसी ही एक कोरोना वारियर्स नर्सिंग कालेज की शिक्षिका शिवानी सुधाकर झरबड़े, जो देवास शहर की रहने वाली है और अरबिंदो हॉस्पिटल इंदौर में अपनी सेवाएं दे रही थी। मरीजों की निस्वार्थ भाव से सेवाएं देने के 90 दिनो बाद कोरोना योद्धा डॉक्टर शिवानी दीदी अपने निज निवास इटावा निमाड़ नगर पहुंची। जहां संस्था श्री सिद्धेश्वर द्वारा संयोजक मनीष डांगी के नेतृत्व में स्मृति चिन्ह एवं पुष्पमाला पहनाकर भव्य स्वागत किया गया। संस्था ने आग्रह किया कि ऐसे ही देशहित के लिए काम करते रहे। इस अवसर पर नीलेश खाड़े, हर्ष चढोकर, मोहन चौधरी, हेमन्त भोरपि, निखिल खाड़े, चंचल ठाकरे, निखिल झड़बड़े, मयंक साहू, मोनिका साहू, उपासना ठाकरे, मुस्कान धोटे, दीक्षा चढोकर, मनीषा ठाकरे, प्रवीण ठाकरे, साहेब राव आदि ने स्वागत कर बधाई दी।
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