प्रशासक की उदासनीता के चलते नपं के शाखा प्रभारी घर से कर रहे है परिषद के कार्य, कई कर्मचारी बिना छुट्टी लिए घर बैठे तन्खाह ले रहे है

 




प्रशासक की उदासनीता के चलते नपं के शाखा प्रभारी घर से कर रहे है परिषद के कार्य, 

पूर्व लेखापाल का आज भी परिषद के आवश्यक कार्यो में हस्तक्षेप     

विजेंद्र नागर - 9111148214

सोनकच्छ  :- नगर परिषद में प्रशासक के कार्यकाल के दौरान परिषद के सीएमओं से लेकर समस्त कर्मचारी अपने मनमाने तरीके से कार्य कर रहे है पूर्व प्रशासक अंकिता जैन द्वारा परिषद में अध्यक्ष के कार्यकाल के बाद प्रशासन के रूप में परिषद का प्रभार संभाला था और समय-समय पर परिषद समस्त गतिविधियों पर नजर रख कार्यालय को सुचारू रूप से चलाया था किन्तु पूर्व प्रशासक जैन के स्थानांतरण के बाद सोनकच्छ अनुविभागीय अधिकारी शिवानी तरेटिया ने प्रशासक के रूप में परिषद का कार्यभार संभाला परन्तु जब से प्रशासक तरेटिया ने प्रभार संभाला है तब से लेकर अब तक उनके द्वारा परिषद के कार्यो पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है केवल कर्मचारियों को अनुभागीय कार्यालय बुलाकर वहीं से दिशा-निर्देश देकर परिषद चला रहे है। नगर परिषद की आज की स्थिति देखी जाए तो प्रभारी सीएमओं रोहित मनोरिया से लेकर समस्त कर्मचारीगण अपने मनमाने तरीके से कार्य कर रहे है। अपनी इच्छा से आना व अपनी इच्छा से चले जाना यह उनका रोज काम हो गया है। 


कई कर्मचारी बिना छुट्टी लिए घर बैठे तन्खाह ले रहे है, इतना ही नहीं परिषद में कार्य करने वाले समस्त शाखाओं के प्रभारी अपनी शाखाओं का रिकार्ड़ घर पर रखकर घर से ही परिषद चला रहे है कई कर्मचारी तो ऐसे जो 4-5 दिनों तक हाजरी रजिस्टर में अपने हस्ताक्षर नहीं करते है और जब भी आते एक साथ हस्ताक्षर करते है और इन सब कृत्यों से प्रभारी सीएमओं भी अनभिज्ञ नहीं है। यह स्थिति आज से नहीं कभी से चली आ रही है पूर्व प्रशासक जैन द्वारा निरीक्षण के दौरान हाजरी रजिस्टर में हस्ताक्षर अनुपस्थित पाए जाने की स्थिति में कई लापरवाह कर्मचारियों को नोटिस भी जारी कर वेतन काटा गया था। प्रशासक शिवानी तरेटिया की अपने कार्य के प्रति उदासीनता केवल नगर परिषद में नहीं अपितु नगर की अन्य जिम्मेदारियों से भी वह कोसो दूर है। पेयजल योजना अंतर्गत पूरे नगर को ठेकेदार द्वारा छिन्न-भिन्न कर दिया गया जिसकी कई शिकायत नगरवासियों द्वारा अनुविभागीय कार्यालय में की गई किन्तु आज तक उन तमाम शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया गया या जान बुझकर अधिकारी ध्यान नहीं देना चाहते और भी कई मामलों में शिकायतेें अनुविभागीय कार्यालय में यथावत है जिसे देखने वाला कोई भी जिम्मेदार अधिकारी नहीं। पूर्व लेखापाल आज भी परिषद में दंबगाई से कर रहे कार्यः- आज की दशा में प्रभारी सीएमओं रोहित मनोरिया को अपने पद के कार्यो का पूर्ण ज्ञान नहीं है जिसके कारण वह अपने कार्य पूर्ण रूप से संचालित करने में असमर्थ है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार प्रभारी सीएमओं मनोरिया पूर्व लेखापाल छेदीलाल (सी.एल. कैथल) को परिषद में बुलवाकर आवश्यक दस्तावेजों की खाना पूर्ति कर कार्य पूर्ण करवाए जाते है जिसके एवज में पूर्व लेखापाल कैथल मोटी रकम लेते है। जबकि पूर्व लेखापाल द्वारा अपने कार्याकाल के समय विकास कार्यो के नाम पर करोड़ों की हेराफेरी की गई थी जिसकी शिकायत आज तक विचाराधीन चली आ रही है। सूत्रों की माने तो पूर्व लेखापाल कैथल लाखों रूपये देकर वापस परिषद में आना चाह रहे है।

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