गुरु नहीं जिसका जीवन शुरू नहीं उसका- पं. अजय शास्त्री
देवास। राजाराम नगर स्थित माँ वैष्णो देवी धाम में चल रही श्रीमद् भागवत् के दूसरे दिन कथावाचक पंडित अजय शास्त्री ने कथा में बताया राजा परीक्षित को श्राप लगा और मुक्ति के लिए सुखदेव रूपी गुरू प्राप्त हुए प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में गुरु करना बहुत जरूरी है। क्योंकि जिसके जीवन में गुरु नहीं उसका जीवन शुरू नहीं। वंदन है गुरुदेव चरण में वंदन है......, मेरा तार हरी से जोड़े ऐसा कोई संत मिले......, हरि से लागी मोरी लगन... आदि भजनों से भक्तों को भावविभोर कर दिया। व्यासपीठ की आरती के मुख्य अतिथि सत्यनारायण विजयवर्गीय अध्यक्ष माँ वैष्णो देवी मंदिर समिति, बाबूलाल चौधरी फोफाजी, देवीलाल पोरवाल, विजय घाटिया, मीना गुप्ता, सौदान सिंह, अभिजीत बैस, उदय सिंह बैस आदि ने की। लायनेस क्लब महिला अध्यक्ष अरुणा सोनी, सचिव मधु बंसल, भूमिका शर्मा, मंडल कोषाध्यक्ष कल्पना सिंह, दुर्गा पोरवाल ने भगवाताचार्य का सम्मान किया। इस अवसर पर पिंकी तिवारी, सरोज मालवीय, रितु सावनेर, मधु शर्मा, कविता ठाकुर, लोकेश मधु शर्मा, पिंटू ठाकुर, महेश गुप्ता, संतोष घाटियां, संगीता गुप्ता, कान्हा फरक्या, ईश्वर पटेल, राजेंद्र गुप्ता, मोहित गुप्ता सहित क्षेत्र के सैकड़ों महिला-पुरुष उपस्थित थे। अशोक पोरवाल मित्र मंडल द्वारा श्री खाटू श्याम महिला मंडल चाणक्यपुरी को भजनों हेतु वाद्य यंत्र ढोलकी प्रदान की गई। संचालन कैलाश दुबे ने किया। आयोजक अशोक पोरवाल ने बताया कि कल कथा में वामन अवतार प्रसंग होगा।
Comments
Post a Comment