गुप्त रास्ते खुलते हैं अवैध अहातों के दरवाजों पर, अहातों की समाप्ति के बावजूद देवास में प्रोग्राम चालू ?
राहुल परमार, देवास। 31 मार्च को कई शराब दुकानों के अहातें कुछ कारणों से बंद कर दिये गए थे। यकीनन इनके माध्यम से इनकी लाखों की कमाई जुड़ी हुई थी। अहातों के बंद होने की स्थिति में यह कमाई बंद हो चुकी थी। इसी प्रकार शहर के कुछ अहातों की अहातों की फीस 31 मार्च तक की ही जमा की गई थी। ऐसी स्थिति में यह सभी अहातें भी बंद हो चुके हैं। लेकिन शहर के कुछ बंद हो चुके अहाते अभी भी गुप्त मार्गों से ग्राहकों की आवाजाही करवाकर फल फूल रहे हैं। बता दें संचालकों ने इसके लिए ग्राहकों को एक विशेष गुप्त रास्ते की सुविधा भी दे रखी है। उक्त अहाते में ग्राहकों को एक अलग मार्ग से प्रवेश करवाया जाता है और शराब परोसकर बैठाया जाता है। वैसे तो इन अहातों की दुकानों की सामने से शटर लगी होती हैं लेकिन गुप्त मार्ग से यह दुकान रंगीन हो रही है।
मुख्य मार्ग पर स्थित इन दुकानों के संचालकों की चालाकी तो जनता समझ गई लेकिन मुख्य बाजार में यह जिम्मेदारों को उनकी कार्यप्रणाली पर शर्मिंदा करवा रहे हैं, संभवतः उन तक यह बात अभी तक नही पंहुची है। वरना कभी के इन गुप्त मार्गों पर ताला लग चुका होता।
मामले में आबकारी विभाग के उपनिरीक्षक श्रीमती निधि शर्मा का कहना है कि हम लगातार खुले में बैठकर पीने वालों पर कार्यवाही कर रहे हैं। कुछ अहातों ने 31 मार्च तक की ही लायसेंसी फीस जमा की थी। उसके बाद जमा नही करने पर बंद थे। यदि इस प्रकार का कोई कार्य कर रहा है तो उस पर कार्यवाही करेंगे।
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