सावधान ! जिले में बैठे हैं हवस के शैतान ? मामला खातेगांव एसडीएम द्वारा महिला अधिकारी पर सेक्सुअल हैरेसमेंट का ?
भारत सागर न्यूज़ / चंचल भारतीय, खांतेगांव/ देवास। जिले के खांतेगांव से शर्मसार करने वाली घटना सामने आ रही है। यहां खातेगांव एसडीएम संतोष तिवारी पर महिला अधिकारी ने सेक्सुअल हैरेसमेंट के गंभीर आरोप लगाए हैं । आखिर देवास में ऐसी कैसी व्यवस्था हैं जो एक पुलिस अधिकारी कैमरे में अश्लील हरकतें करता हुआ पाया जाता है तो एक महिला अधिकारी को कैबिन में बुलाकर सेक्सुअल हैरेसमेंट का शिकार बनाना चाहता है ? और ऐसे मामलों में उच्च अधिकारियों और जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों का मौन होना भी क्या दर्शाता है ? जब महिला अधिकारी ही रक्षकों से सुरक्षित नही है तो फिर आम नागरिक और समाज में बहनों, माताओं और नारी शक्ति को सुरक्षित कैसे रखा जाएगा ? क्योंकि जिन लोगों के भरोसे नारी शक्ति की सुरक्षा है वही इनका शोषण करने के लिए बैठे हुए हैं।
महिला अधिकारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एसडीएम उन्हें व्हाट्सएप्प पर अश्लील मैसेज भेजते हैं और रात में उनके घर आने की बात कहते हैं । इस सनसनीखेज मामले के सामने आने के बाद कलेक्टर चन्द्रमौली शुक्ला ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एसडीएम संतोष तिवारी को पद से हटा दिया है। साथ ही देवास कलेक्टर ने मामले की जांच के लिए एक दल का गठन भी किया है ।
महिला अधिकारी द्वारा लगाए गए आरोप से प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया है । उन्होने कहा कि एसडीएम उन्हें जबरन अपने ऑफिस में बुलाकर गलत हरकतें करते हैं । इतना ही नहीं वो बार-बार उन्हें केबिन में बुलाते हैं और प्रताड़ित करते हैं । इसके बाद पीड़िता ने कलेक्टर से मामले की शिकायत की है जिसके बाद तुरंत एक्शन लेते हुए एसडीएम को पद से हटाने के निर्देश दिए गए हैं । जानकारी अनुसार महिला अधिकारी ने इस मामले में कुछ साक्ष्य भी उपलब्ध कराए हैं जिनमें व्हाट्सएप चैटिंग शामिल है । इसी के साथ उनका कहना है कि ऑफिस में लगे कैमरे में भी सारी घटना कैद हुई हैं और इस आधार पर उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है ।
पहले कोतवाली थाने पूर्व टीआई योगेन्द्र यादव वर्दी में अश्लील हरकतें करते नजर आए,अब खातेगांव एसडीएम संतोष तिवारी महिला अधिकारी के साथ छेड़छाड़ करते नजर आए हैं,आखिर देवास प्रशासन में किन लोगों का जमावड़ा हो गया है?इन हवस के कीड़ों को प्रस्तुत किए गए साक्ष्यों के आधार पर बर्खास्त किया जाना चाहिए, ताकि प्रशासनिक मशीनरी के बीच, मां,बहन,बेटी और पत्नी सम्मान के साथ नौकरी कर सके। देवास कलेक्टर कार्यालय में लाकर सजा लिए गए खातेगांव एसडीएम तिवारी,एक अधिकारी स्तर की महिला के साथ घटिया हरकत कर सकता है तो इसने छोटी महिला कर्मचारियों के साथ कैसा व्यवहार किया होगा? सहजतापूर्वक अनुमान लगाया जा सकता है। ऐसे चरित्रहीन अधिकारी-कर्मचारियों को सहकर्मी स्वयं चिन्हित करें और समाज के सामने लाएं, अंततः सहकर्मी भी उसी प्रशासनिक मशीनरी का हिस्सा है, जिसमें ये जानवर,औरत को चारा समझकर चरने को उतावले रहा करते हैं। नौकरशाही में काम करने वाली सभी मां-बहनों से निवेदन कि वे बिल्कुल अन्याय ना सहे, ऐसे हवस के भेड़ियों की करतूतों को दबंगता से उजागर करें। खातेगांव एसडीएम संतोष तिवारी की करतूत को कलेक्टर चन्द्रमौली शुक्ला के नालेज में लाकर महिला अधिकारी ने प्रशंसनीय कार्य किया है।
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