जिला अस्पताल में कायाकल्प होने के बावजूद लापरवाही हुई उजागर....! MG Hospital Dewas
महिला की मौत के बाद पोस्टमार्टम के लिए परेशान हुए परिजन, किया हंगामा
देवास। जिला चिकित्सालय में बीते दिनों से कायाकल्प के तहत नवीनीकरण किया गया है। वहीं अस्पताल में मरीजों की सुविधा का ध्यान जिला प्रशासन खुद रख रहा है। ऐसे में यहां पर अन्य व्यवस्थाएं भी अस्पताल प्रशासन की जवाबदेही है। लेकिन यहां पर मरीजों को पूर्व की भांति अब भी परेशान होना पड़ रहा है। जिले के देवली गांव की रहने वाली प्रसूता को परिजन सोमवार को निजी अस्पताल में प्रसव के लिए लाए थे, रात में तबीयत खराब होने पर महिला को जिला अस्पताल भेज दिया। रात में डॉक्टरों ने प्रसूता का चेकअप किया तो उन्हें बच्चे की धडक़न सुनाई नहीं दे रही थी, मंगलवार सुबह सोनोग्राफी करवाने पर पता चला कि बच्चे की पेट में ही मौत हो गई है। मंगलवार को सुबह ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने महिला का चेकअप करने के बाद सोनोग्राफी देख डिलीवरी का प्लान करते हुए हुए दिन में 1 बजे प्रसव करवा दिया। मृत बच्चे को परिजनों को सौंप दिया और महिला को वार्ड में भर्ती करने के लिए भेज दिया। डॉक्टर दूसरी प्रसूती का सीजर कर रही थी, उसी समय सिस्टर फोन कर जानकारी दी महिला की हालत ज्यादा खराब हो रही है। जिस पर डॉक्टर को बुलवाया गया, उन्होंने चेक किया तब तक महिला ने दम तोड़ दिया था। वहीं इस मामले को लेकर परिजनों का कहना है कि महिला स्टे्रचर से गिर गई थी जिसमें उसकी मौत हुई है। इस घटना के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा कर दिया था। इसके बाद मृतिका पोस्टमार्टम करने को लेकर भी काफी देर तक हंगामा हुआ था। परिजनों का कहना था कि महिला की डिलीवरी के दौरान मौत हुई है तो पोस्टमार्टम किस बात के लिए। करीब 3-4 घंटे तक मामला बना रहा फिर परिजनों ने चिकित्सालय में बनी पुलिस चौकी पर हंगामा किया था। पुलिसकर्मियों का कहना था कि मर्ग डायरी नहीं आई है जिसके कारण कार्रवाई नहीं की जा सकती है।
जिले के देवली गांव की रहने वाली प्रसूता को परिजन एक दिन पहले देवास के निजी अस्पताल में प्रसव के लिए लाए थे, रात में तबीयत खराब होने पर महिला को जिला अस्पताल भेज दिया। रात में डॉक्टरों ने प्रसूता वंदना (24) पति अरविंद अभय का चेकअप किया तो उन्हें बच्चे की धडक़न सुनाई नहीं दे रही थी, मंगलवार सुबह सोनोग्राफी करवाने पर पता चला कि बच्चे की पेट में ही मौत हो गई है। बताया गया है कि प्रसूता का पति आर्मी में है। परिजनों ने बताया कि महिला की चेअर से गिरने के कारण मौत हुई है, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई।
वही अस्पताल द्वारा महिला का पीएम करने की बात को भी लेकर भी जमकर परिजनों ने हंगामा किया था। परिजनों ने बताया कि डिलीवरी के दौरान जब मौत हुई है तो किस प्रकार का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। वही करीब 3 से 4 घंटे होने पर भी पोस्टमार्टम नहीं हो सका इस पर परिजनों ने जमकर पुलिस चौकी पर हंगामा किया। वहीं उपस्थित पुलिसकर्मियों का कहना था कि मर्ग डायरी नहीं आई है इसके चलते आगे की कार्रवाई नहीं की जा रही है। गुस्साए परिजनों ने काफी देर तक जिला अस्पताल की चौकी पर हंगामा किया।
अब हम पीएम नहीं करवाएंगे.....
महिला की मौत के बाद पीएम में देरी के चलते परिजन नाराज हो गए। जैसे ही करीब 3 बजे एएसआई राजेश पटेल पुलिस चौकी पहुंचे तो परिजनों ने जबाव-सवाल करना चालू कर दिए। पटेल ने कहा, मैं कंट्रोल रूम में था, वहां से आया हूं। इसके बाद परिजनों ने बहस करते हुए कहा, अब हमें पीएम नहीं करवाएंगे। ऐसे ही शव को लेकर जाएंगे और परिजन पीएम रूम तक पहुंचे। ताला लगा होने पर पत्थर से तोडऩे का प्रयास किया, नहीं टूटने पर चेनल को खेंच दिया, इसी दौरान पुलिस बल भी आ गया।
वहीं पोस्टमार्टम के लिए नायब तहसीलदार शिवानी श्रीवास्तव पहुंची तो उनसे भी परिजन बहस करने लगे, कुछ ही देर में आईए टीआई अनिल शर्मा बल के साथ आ गए। समझाने के बाद पीएम हुआ और शव परिजनों को दे दिया गया। मृतका के जेठ आर्मी से रिटायर्ड जगदीश अभय ने कहा, भाई देश सेवा कर रहा है, इधर उसकी पत्नी को डॉक्टर सही उपचार नहीं दे पाए, इसका हमेशा गम रहेगा।
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