अमलतास अस्पताल के नशा मुक्ति केन्द्र में उपचारत युवक की हुई मौत.......
परिजनों का आरोप : अस्पताल में की जाती थी मरीज के साथ मारपीट
देवास। शहर के उज्जैन रोड़ स्थित अमलतास अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र का संचालन किया जा रहा है, यहां पर नशे के आदि लोगों का उपचार करके नशा छुड़ाने की बात अस्पताल प्रबंधन के द्वारा की जाती है। नशा छुड़ाने को लेकर एक व्यक्ति को गत दिनों भर्ती किया गया था, जहां उसकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों का आरोप है कि उसके साथ अस्पताल के गार्ड ने बदसलूकी कर मारपीट की है, जिससे उससे उसकी मौत हुई है। सोमवार देर शाम को उसे मृत अवस्था में जिला चिकित्सालय लेकर आए थे, जहां उसका मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया है। फिलहाल बीएनपी थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है व मामले को लेकर जांच की जा रही है।
अमलतास अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र में गत 9 दिसंबर गुरुवार को विकास पिता फकीर चंद योगी उम्र 29 वर्ष को उपचार के लिए भर्ती किया गया था। उसकी मौत सोमवार 13 दिसंबर को अस्पताल में हो गई थी। इस मामले को लेकर परिजनों का आरोप है कि विकास को अस्पताल के गार्डो ने मारपीट कर मारा है, परिजनों ने बताया कि उसका नशा छुड़ाने के लिए अस्पताल में भर्ती किया था, लेकिन उसे मार दिया।
कॉम्प्लेक्स में कार्यरत था विकास
मृतक विकास की माँ पूनम पति फकीर चंद योगी ने बताया कि उसकी शादी हो चुकी थी, उसके तीन बच्चे है उसके 2 लडक़े व 1 लडक़ी है। विकास शराब का सेवन अधिक करता था, इसलिए उसे हमने गत 9 दिसंबर को अमलतास अस्पताल के नशामुक्ति केन्द्र पर शराब छुड़वाने के लिए अच्छी हालत में भर्ती करवा दिया था। लेकिन नशामुक्ति केन्द्र पर नशे के इंजेक्शन व नींद की गोली देने के साथ मरीज के साथ मारपीट की जाती है। हाथ पैर बांधकर पलंग पर पटक देते है। मृतक की माँ ने बताया कि वह पेशे से पेंटिंग का काम करता था, लेकिन लॉकडाउन के बाद वह उपनगरीय बस स्टैंड इटावा स्थित काम्प्लेक्स में ठेकेदारी प्रथा पर सफाई कर्मी का कार्य कर रहा था, और वही रहता था।
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