यूक्रेन से देवास लौटी छात्रा से मिलने पहुंची विधायक

विधायक से चर्चा करते हुए शिवानी बोली : मुझे भारतीय होने पर गर्व है 



देवास। मध्यप्रदेश के कई छात्र यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे है जो युद्ध के बाद धीरे-धीरे अपने घर की और आ रहे हैं। ऐसे में देवास के बालगढ़ निवासी छात्रा गुरूवार देर रात को सकुशल देवास पहुंची है। जिसका कहना है भारत सरकार ने सबकी मदद की है और भारतीय तिरंगा रहने के चलते उन्हें किसी प्रकार की कोई आंच नहीं आई। देवास की बालिका जो यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस के द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रही थी वह गुरूवार देर रात को दिल्ली से देवास अपने घर पहुंची और अपनी माता-पिता व परिवार से मिली थी। शुक्रवार सुबह क्षेत्रीय विधायक छात्रा के निवास पर पहुंची जहां उन्होनें छात्रा से वहां का हाल जाना। छात्रा ने विधायिका से कहा कि मुझे तो देवास में आपसे चर्चा करने पर तो ऐसा लगा कि मेरी मम्मी के साथ एक और मम्मी है। आपसे बात करने पर तो ऐसा लगा कि अब कोई समस्या नहीं है अब तो मैं देवास पहुंच जाऊंगी। उल्लेखनीय है कि छात्रा जब यूके्रन में थी तब विधायक ने विडियो कॉल पर चर्चा कर हाल जाना था। साथ ही छात्रा ने बताया कि भारत सरकार की वजह से सभी छात्र सुरक्षित भारत लौट रहे हैं सिर्फ यही नहीं दूसरे अन्य देशों के छात्र भी भारत का झण्डा लेकर बार्डर तक पहुंचे है।  




शिवानी प्रजापति ने यह भी बताया कि जब बीच युद्ध में सब फंसे हुए थे तब भारत के छात्रों को निकलने के लिए गाड़ी पर तिरंगे लगाए गए थे। जिससे यह पता चलता था कि भारतीय छात्र गाड़ी में बैठे हुए हैं जिसके बाद यूक्रेन सैनिक रूसी सैनिक उन्हें वहां से निकलने देते थे। भारतीय लोगों को निकलने के लिए भारत सरकार ने बहुत मदद की है। जहां बीच में युद्ध में युद्ध रोक कर भी भारतीय छात्रों को निकलने दिया गया। उस वक्त हमें अपने तिरंगे पर बहुत गर्व महसूस हुआ और भारतीय होने पर गर्व महसूस हुआ। 



देवास के बालगढ़ की छात्रा शिवानी प्रजापति यूक्रेन से गुरूवार रात को अपने घर पहुंची जहां शुक््रवार सुबह विधायक श्रीमती गायत्री राजे पवार ने उससे मुलाकात की साथ ही वहां का हाल जाना था। छात्रा शिवानी ने बताया कि यूक्रेन के बस ड्रायवर भी हमें रोमानिया बार्डर छोडने के लिए डर रहे थे हमें बहुत पहले ही रास्ते में उतार दिया था जो ड्रायवर थे वह कह रहे थे जब भारतीय साथ है तब तक हम सुरक्षित है लेकिन भारतीय को छोडऩे के बाद उन्हें यूक्रेन रिटर्न जाने में काफी डर लग रहा था। भारतीय तिरंगा लगाए व आयडी कार्ड दिए उसके बाद हमें छोड़ा गया।  

भारतीय होने पर गर्व है 

शिवानी ने बताया कि मुझे भारतीय होने पर बहुत गर्व है। नाईजेरियन, अफ्रिकी व पाकिस्तानी सहित अन्य देशों के विद्यार्थी हमारे साथ पढ़ाई कर रहे थे। वह सभी भारतीय तिरंगे की वजह से ही बार्डर पर आए है। दूसरे देशों के छात्र यही कह रहे थे कि भारतीय तिरंगा नहीं होता तो वह बार्डर पर नहीं पहुंच पाते। बार्डर क्रास करने के बाद काफी राहत मिली गई। यूक्रेन से बाहर निकलने के लिए भारतीय छात्रों से अन्य देशों के छात्र तिरंगा मांग रहे थे। शिवानी ने बताया कि उसके ग्रुप में एक पाकिस्तानी छात्रा भी थी। लेकिन वह बार्डर तक नहीं जा पा रही थी उसे उसे भारतीय तिरंगा दिया जिसके बाद वह सुरक्षित बार्डर तक पहुंच पाई थी।  



विधायक से बात हुई तो लगा अब सुरक्षित पहुंच जाऊंगी

शिवानी ने बताया कि यूक्रेन में इतना डर लग रहा था कि में अपने माता-पिता को कुछ बताने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही थी लेकिन जब मुझे सपोर्ट के लिए देवास सहित बालगढ़ से कॉल आने लगे और जब विधायक श्रीमती गायत्री राजे पवार से मेरी बात हुई तो फिर मुझे लगा की अब मेरी सभी परेशानी दूर हो जाएगी और में अपने भारत सुरक्षित पहुंच जाऊंगी।



विधायक पहुंची शिवानी के घर

शिवानी प्रजापति भी गुरुवार रात को बालगढ़ अपने पहुंच गई। शिवानी को लेने के लिए उनके पिता व काका इंदौर एयरपोर्ट पहुंचे थे। शिवानी की मां बेटी का घर पर इंतजार कर रही थी। घर पहुंचने पर मां वंदना ने बेटी शिवानी को गले लगाया। शिवानी ने बताया कि वह एमबीबीएस की द्वितीय वर्ष में पढ़ाई कर रही थी और अगामी दिनों में उसकी ऑनलाईन पढ़ाई पुन: शुरु हो जाएगी। विधायक श्रीमती गायत्री राजे पवार भी शिवानी से मिलने उनके घर पहुंची और शिवानी को मीठाई खिलाकर कई बिंदूओं पर चर्चा की। इस दौरान शिवानी ने विधायक को बताया कि मोदी जी के सहयोग के कारण ही सभी भारतीय छात्र यूक्रेन से सकुशल भारत लौट रहे है।


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