प्रभारी मंत्री से पूर्व मंत्री ने जिला पंचायत अध्यक्ष के भवन को लेकर की चर्चा......

भाजपा की महापौर है इसलिए दिया बंगला, जिला पंचायत अध्यक्ष को क्यों नहीं ? : सज्जनसिंह वर्मा 



देवास। जब से जिला पंचायत अध्यक्ष कांग्रेस की बनी है तब से लेकर अब तक उन्हें शासकीय भवन अलाट नहीं किया गया है। गत दिनों भी प्रेस वार्ता कर कांग्रेस के पूर्व मंत्री ने कलेक्टर पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वह मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक के इशारों पर कार्य करते हैं। इसी बात को लेकर जिले की प्रभारी मंत्री से पूर्व मंत्री ने भेंट कर जिला पंचायत अध्यक्ष को बंगला अलाट करने की चर्चा की। इस बीच मजाक में प्रभारी मंत्री ने कांग्रेस के पूर्व मंत्री को भाजपा में शामिल होने के लिए न्यौता भी दे दिया। जिस पर पूर्व मंत्री ने कहा कि अगर में भाजपा में शामिल हो जाऊंगा तो मुख्यमंत्री नाराज हो जाएंगे।



पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती लीला अटारिया सोमवार को सर्किट हाउस पहुंचे जहां उन्होंने प्रभारी मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया से जिला पंचायत अध्यक्ष को सिविल लाइन क्षेत्र में बंगला अलाट करने की चर्चा की। पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने प्रभारी मंत्री श्रीमती सिंधिया को चर्चा के दौरान बताया कि सिविल लाइन क्षेत्र में दो बंगले महापौर व जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए है, लेकिन इस बार कांग्रेस की जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अटारिया बनी तो कलेक्टर ने दूसरे अन्य अधिकारी को बंगला अलाट कर दिया। जबकि पूर्व से जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए उक्त बंगला अलाट है। इस बीच शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी ने प्रभारी मंत्री को मोबाइल पर लिए फोटो से बताया कि पहले जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए उक्त बंगला अलाट था, लेकिन जैसे ही कांग्रेस की जिला पंचायत अध्यक्ष बनी तो उक्त बंगला पहले एक अधिकारी, फिर दूसरे अधिकारी को दो दिनों में अलाट कर उनके नाम की प्लेट भी लगा दी थी। इस पर प्रभारी मंत्री श्रीमती सिंधिया ने कहा कि इस संबंध में वह कलेक्टर से चर्चा कर अवगत कराएंगी। 



भाजपा की महापौर है इसलिए दिया बंगला.....? : सज्जनसिंह वर्मा 

पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि प्रभारी मंत्री जी के साथ हमारे पुराने संबंध है और एक दूसरे का बड़ा सम्मान करते हैं। मैंने उनसे अनुरोध किया कि दो बंगले ऐसे है जिसमें एक महापौर के लिए व एक जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए अलाट है। जब हम महापौर को वो ही बंगला अलाट कर रहे हैं क्योंकि वह भाजपा की है इसलिए दिया जा रहा है तो जिला पंचायत अध्यक्ष का बंगला को क्यों नहीं दिया जा रहा। मैंने प्रभारी मंत्री से कहा कि भाजपा के शासन काल में आईएस कितने निरंकुशता से काम करके आपकी सरकार की छवि धूमिल कर रहे है। इससे आपकी सरकार की छवि खराब हो रही है। प्रभारी मंत्री की छवि इसलिए खराब होगी क्योंकि अधिकारी उनसे बगैर पूछे इस तरह का कृत्य कर रहे हैं। उन्होनें बताया कि प्रभारी मंत्री ने कहा कि निश्चित रूप से कलेक्टर से चर्चा करूंगी। भवन अलाट हो ना हो उससे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन हमारी भावनाएं तो हमें प्रभारी मंत्री के सामने व्यक्त करना जरूरी है, अब कितना न्याय मिलता है भाजपा की सरकार में ये देखना है।



प्रभारी मंत्री ने मजाक में कहा भाजपा में आ जाओ......

प्रभारी मंत्री श्रीमती सिंधिया से पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने काफी देर तक चर्चा की इस दौरान बातों ही बातों में प्रभारी मंत्री ने सज्जनसिंह वर्मा को कह दिया कि झंडा तो आप ही पकड़ते हो भाजपा में आ जाओ हमारी पार्टी में आपका स्वागत है। इस पर पूर्व मंत्री वर्मा ने प्रभारी मंत्री को कहा कि शिवराज जी आने नहीं देते जिस पर मौजूद सभी लोग ठहाके लगाने लगे।


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