शराब पीकर ड्राइव करने वालों को 10 कदम सीधे चलकर दिखाना होगा, जरा भी लड़खड़ाए तो चालान !
भोपाल - राजधानी में शराब पीकर वाहन चलाने से बढ़ते सड़क हादसों को रोकने के लिए पुलिस अब शराबियों से कैटवॉक भी करवाएगी। दरअसल, ये कैटवॉक एक स्ट्रेट लाइन टेस्ट (एसएलटी) होगा, जिसमें संदिग्ध को सड़क पर खिंची लाइन पर दस कदम सीधे चलकर दिखाना होगा। यदि उसके पैर डगमगाए तो वहां मौजूद पुलिस पहले उसे ब्रीथ एनालाइजर से चैक करेगी फिर मेडिकल टेस्ट के लिए अस्पताल भेजा जाएगा।मप्र में भोपाल पुलिस ने पहली बार ऐसे लोगों पर स्ट्रेट लाइन टेस्ट की शुरुआत की है। यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका (यूएसए) और यूनाइटेड किंगडम (यूके) में ट्रैफिक पुलिस पहले से ऐसा करवाती रही है। इस बार होली के दिन भी पुलिस ऐसे ही टेस्ट लेने की तैयारी में है। भोपाल पुलिस ने शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ एक अप्रैल से मुहिम शुरू की है। एसएलटी के लिए कुछ चैकिंग पॉइंट पर करीब दस फीट लंबी सफेद लाइन खींची जा रही हैं। ज्यादातर स्थान ऐसे हैं, जहां पहले से रोड साइड मार्किंग की गई है। शराब पीकर वाहन चलाने वाले को इसी लाइन पर दस कदम चलना होगा। इसके बाद उसे कुछ सेकंड तक एक-एक कर अपने दोनों पैर तकरीबन 45 डिग्री यानी एक फीट ऊंचाई तक उठाने होंगे। इस टेस्ट में लड़खड़ाते ही उसका ब्रीथ एनालाइजर से चैक किया जाएगा।डीसीपी ट्रैफिक हंसराज सिंह ने बताया कि जो भी वाहन चालक शराब पीकर वाहन चलाते पकड़े जा रहे हैं, उनके ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड करने की प्रक्रिया भी जारी है। लाइसेंस निलंबन अवधि खत्म होने के बाद इन्हें अपना लाइसेंस बहाल कराने के लिए नए सिरे से प्रक्रिया करनी होगी। निलंबन अवधि पूरी होने से पहले वाहन चलाते पकड़े जाने पर चालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दोबारा ऐसा करने पर 15 हजार रुपए तक जुर्माना हो सकता है।
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