Dewas News - आपके आसपास दिखे गौवंश में लम्पी बीमारी के लक्षण तो इन अधिकारियों से करें संपर्क / Lumpi Virus
देवास। लंपी स्किन डिसीज पशुओं की वायरल बीमारी है, जो पाक्स वायरस से मच्छर, मक्खी, टिक्स आदि से एक पशु से दूसरे पशु मे फैलती है। शुरुआत में हल्का बुखार दो-तीन दिन के लिये रहता है, इसके बाद पूरे शरीर की चमड़ी में 2-3 सेंटीमीटर की गठाने निकल आती है। ये गठाने गोल उभरी हुई होती है, जो की चमड़ी के साथ साथ मांसपेंसियों की गहराई तक जाती है, और इस बीमारी के लक्षण मुह, गले तथा श्वास नली तक फैल जाती है। इसके अलावा लिम्फ नोड, पैरो मे सुजन दुग्ध उत्पादन में कमी, गर्भपात बांझपन देखने में आता है और कभी-कभी पशु की मृत्यु भी हो जाती है। यद्यपि अधिकतर संक्रमित पशु 2-3 सप्ताह में ठीक हो जाते है, किन्तु दुग्ध उत्पादकता में कमी कई सप्ताह तक बनी रहती है, मृत्यु दर 15 प्रतिशत है। किन्तु संक्रामकता की दर 10-20 प्रतिशत रहती है। क्या है इससे सुरक्षा एवं बचाव के उपाय ? संक्रमित पशु को स्वस्थ पशु से तत्काल अलग करना चाहियें। संक्रमित पशु को स्वस्थ पशु के झुण्ड मे शामिल नहीं करना चाहियें। संक्रमित क्षेत्र में बीमारी फैलाने वाली वेक्टर (मक्खी, मच्छर) के रोकथाम हेतु आवश्यक कदम उठाया जाना चाहियें। संक्रमित क्षेत्र