सिंहस्थ को दृष्टिगत रखते हुए चामुण्डा माता डेम की स्वीकृति प्रदान करें: पूर्व विधायक गुर्जर
-जल संसाधन मंत्री से की मांग...
भारत सागर न्यूज/उज्जैन। विधानसभा के मुख्य बजट 2023-24 में स्वीकृत बोरदिया डेम के भूमिपूजन में आ रहे जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट से पूर्व विधायक दिलीपसिंह गुर्जर ने मांग की है कि सिंहस्थ को दृष्टिगत रखते हुए शासन के पास लंबित चामुण्डा माता चम्बल बैराज नागदा की स्वीकृति की घोषणा के साथ राजगढ, अटलावदा स्टाप डेम की ऊंचाई बढाने की भी स्वीकृति प्रदान करें। गुर्जर ने बताया कि उनके कार्यकाल में विधानसभा में वर्ष 2023-24 के मुख्य बजट में कुण्डेल नदी पर बोरदिया स्टाप डेम के निर्माण हेतू अपरिक्षित मद से 466.55 लाख की स्वीकृति प्रदान की थी जिससे 255 हेक्टेयर क्षेत्र सिंचाई का रकबा बढने से बोरदिया, रिंगनिया, खण्डवा, नरेडीपाता, रूनखेडा सहित रतलाम जिले से जुडे गांवों के किसानों को फायदा होगा। गुर्जर ने कहा कि आगामी सिंहस्थ को दृष्टिगत रखते हुए उज्जैन-जावरा बीओटी मार्ग पर स्थित नागदा चामुण्डा माता चम्बल बैराज जिसका पुनरिक्षित प्रस्ताव 464.20 लाख का शासन के पास स्वीकृति हेतू लंबित है
सिंहस्थ के समय चम्बल नदी तट स्थित प्राचीन मुक्तेश्वर महादेव मंदिर, चामुण्डा माता मंदिर पर हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन हेतू आते है तथा चामुण्डा माता मंदिर के चम्बल नदी कुण्ड में स्नान कर उज्जैन जाते है उक्त बैराज का शिलान्यास 22/01/2009 को तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने उज्जैन कार्यक्रम में किया था परंतु नागदा नगर पालिका ने स्वयं डेम बनाने का निर्णय लिया था जिसके कारण निर्माण नही हो पाया था। गुर्जर ने कहा है कि आगामी उज्जैन सिंहस्थ को दृष्टिगत रखते हुए प्रयागराज कुंभ की तरह उज्जैन के आसपास के क्षेत्रों में तीर्थ व पर्यटन स्थलों पर होल्डिंग एरिया बनाए जाएगें उज्जैन के बाद नागदा जंक्शन जिले का बडा शहर है जो रेल्वे व सडक यातायात का प्रमुख केन्द्र है जहां से होकर कई प्रांतो राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, बिहार, हरियाणा, पंजाब आदि के लाखो श्रद्धालु उज्जैन जाएगें मुक्तेश्वर महादेव के मेला क्षेत्र को यात्रियों व यातायात के दबाव को देखते हुए होल्डिंग एरिया बनाया जाएगा तो उक्त चामुण्डा माता डेम यात्रियों के लिए स्नान करने का मुख्य स्त्रोत रहेगा डेम की स्वीकृति की घोषणा की जाए साथ ही अटलावदा व राजगढ डेम की ऊंचाई बढाने की स्वीकृति भी प्रदान की जाए। इस संबंध में पत्र भी मुख्यमंत्री मोहन यादव जी को भी प्रेषित किया है।
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