रतन मोहिनी दादी ने देश, विदेश में यात्रा कर लोगों में अध्यात्म की लो जगाई- ब्रह्माकुमारी प्रेमलता दीदी
-1954 में जापान में आयोजित विश्व शांति सम्मेलन में भाग लिया
भारत सागर न्यूज/देवास। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की मुख्य प्रशासिका दादी रतन मोहिनी जी ने 101 वर्ष की उम्र में देह त्याग दिया। देह त्यागने पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय कालानी बाग सेंटर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। बिलासपुर से आई ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी एवं संस्था की मुख्य जिला संचालिका ब्रह्माकुमारी प्रेमलता दीदी के पावन सानिध्य में व समाजसेवी रामेश्वर जलोदिया,नारायण व्यास की उपस्थिति में श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।
दादीजी का जन्म 25 मार्च 1925 को हैदराबाद सिंध में हुआ था। सन 1954 में जापान में आयोजित विश्व शांति सम्मेलन में भाग भी लिया। ब्रह्माकुमारी प्रेमलता दीदी ने अपनी अमृतमय वाणी में कहा कि दादीजी ने भारत सहित देश-विदेश में भ्रमण कर वाणी विचारों से लाखों लोगों में आध्यात्मिकता की लो जगाई। इस दौरान दादी जी की स्मृति में जरूरतमंदों माता, बहनों को साड़ी व अन्य वस्त्र भेंट किए गए।
मां चामुंडा सेवा समिति पदाधिकारी समाजसेवी रामेश्वर जलोदिया, नारायण व्यास, नरेंद्र मिश्रा, दुर्गा व्यास, ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी, प्रेमलता दीदी, इंदिरा दीदी, ज्योति दीदी, अपुल श्रीमती दीदी हेमा वर्मा बहन, सफला बहन,रत्नप्रभा बहन, शकुंतला बहन, सुनील भाई, विवेक भाई, बद्री भाई, बंशीलाल राठौर भाई सहित संस्था से जुड़े भाई बहनों ने दादी रतन मोहिनी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
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