जिले के नगरीय निकायों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में “जल गंगा संवर्धन अभियान” के तहत जल संरचनाओं की साफ-सफाई और गहरीकरण किया गया।

जिला जनसम्पर्क कार्यालय, देवास
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-अभियान में नये तालाब बनेंगे, पुराने तालाबों, बावड़ियों तथा कुँओं का किया जा रहा है जीर्णोद्धार
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-कलेक्टर ऋतुराज सिंह ने जिलेवासियों से अनुरोध किया है कि वे इस अभियान में सहभागिता कर जल का संचय करें
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भारत सागर न्यूज/देवास।
देवास 16 अप्रैल 2025/ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्पों को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने “जल गंगा सवंर्धन अभियान” 30 मार्च से प्रारंभ किया है जो कि 30 जून तक संचालित होगा। यह अभियान जन-जन के जीवन से जुड़ा महत्वपूर्ण अभियान है। देवास जिले में आगामी तीन माह तक जल गंगा संवर्धन अभियान सतत चलेगा। अभियान के अंतर्गत जहां एक ओर नये तालाब बनाये जायेंगे, वहीं दूसरी ओर पुराने तालाबों, बावड़ियों और कुँओं का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। साथ ही वृक्षारोपण भी किया जा रहा है। नदियों को साफ-स्वच्छ एवं जल एकत्रित करने के लिए भी कार्य किए जा रहे हैं। 




कलेक्टर ऋतुराज सिंह ने बताया कि इस अभियान को सभी के सहयोग से जन आंदोलन के रूप में जिले के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में चलाया जा रहा है। अभियान में जल संरक्षण के साथ ही वृक्षारोपण पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अभियान के तहत शुरूआत में ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व वाले तालाबों, जल स्रोतों तथा देवालयों में जल संरक्षण के कार्य किये जा रहे हैं। यह जन प्रतिनिधियों, स्थानीय समुदाय, जनभागीदारी, आमजन और सरकार के संयुक्त प्रयास से संचालित होगा, जिसमें मशीन, सामग्री व श्रम का समुचित नियोजन किया जाएगा। 




कलेक्टर सिंह ने जिले के नागरिकों से आग्रह किया है कि वे शासन के इस महत्ती अभियान एवं जल संरक्षण के लिए चलाए जा रहे अभियान में एकजूटता के साथ  सहभागिता करें तथा अधिक से अधिक पानी बचाने का प्रयास करें। इस अभियान के माध्यम से जल संरक्षण संबंधी विभिन्न कार्यों की शुरूआत की गई है। नदी-नालों एवं तालाबों की साफ-सफाई की जा रही है। इसके साथ ही कुएं,बावड़ियों से गाद निकालने का भी कार्य किया जा रहा है। जिले के नगरीय एवं ग्रामीण अंचलों में जन सहयोग से जल संरचनाओं की साफ-सफाई एवं जीर्णोद्धार का कार्य किया जा रहा है। 




उन्होंने बताया कि जिले में लगभग 1400 से अधिक जल संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही जनभागीदारी से निजी घरों पर रूफ हॉर्वेस्टिंग सिस्टम लगाए जाएंगे। प्रदेश सहित जिले में 30 जून तक जल गंगा संवर्धन अभियान सतत चलेगा। उन्होंने इस अभियान में सभी से सहभागिता का आग्रह किया है। उन्होंने बताया कि पूर्व में उपयोगी रहे लेकिन वर्तमान में अनुपयोगी चेकडेम व स्टॉप डेम का सर्वेक्षण किया जाएगा। सर्वेक्षण के आधार पर जीर्णोद्धार की कार्ययोजना तैयार कर कार्य किये जायेंगे। गाद निकालने में समाज की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। 




ग्रामीण क्षेत्रों में सामुदायिक कुँओं की मुण्डेर को सुव्यवस्थित किया जायेगा। जल संरक्षण के महत्व एवं अभियान के उद्देश्यों की जानकारी देने, जनता को जल संरक्षण एवं संवर्धन के प्रति जागरूक करने, वर्षा जल का अधिकतम संरक्षण करने, भूजल संवर्धन कार्यों के विकल्प तैयार करने, जल संवर्धन से जुड़े हुये कार्यों की रणनीति तैयार कर इन कार्यों को क्रियान्वित करवाने के लिए नागरिकों के जागरूक किया जाएगा।

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