बाल दिवस .....
समाजसेवी विशाल राण्डवा सन्देश दे गए पथ दे गए बच्चो को दुलारकर उज्ज्वल उनका कल दे गए।। सन्देश दे गए पथ दे गए रास्ता था कठिन मंजिल थी दूर लेकिन संघर्ष के बल पर हम सबको भारत स्वतंत्रत दे गए।। बच्चो को दुलारकर उज्ज्वल उनका कल दे गए नन्हों से असीम प्रेम,स्नेह कर चेहरे पर मुस्कान लेकर बच्चो को भावी निर्माता कह गए।। बच्चो को दुलारकर उज्ज्वल उनका कल दे गए स्वतंत्रता के बाद नव विचार कर अपना स्वार्थ त्याग अपना सर्वस्व देश को दान कर गए।। बच्चो को दुलारकर उज्ज्वल उनका कल दे गए तुमने इंसान को इंसान कहकर हर भेद मिटा हम बच्चो के चाचा नेहरू बन गए।। बच्चो को दुलारकर उज्ज्वल उनका कल दे गए.......!!