स्व का जागरण ही व्यक्ति में आत्मबल का विकास करता हैं- पंवार
भारत सागर न्यूज/देवास। देवास। 13 मई मंगलवार को प्रांत की योजनानुसार आचार्य दक्षता वर्ग के अष्टम दिवस के सामूहिक वंदना एवं संवाद सत्र में पंकज पंवार (प्रांत प्रमुख,विद्या भारती मालवा नगरीय शिक्षा) का आतिथ्य प्राप्त हुआ।
अतिथि परिचय विभाग समन्वयक उज्जैन विभाग एवं आचार्य सामान्य प्रशिक्षण वर्ग के वर्ग संयोजक महेंद्र भगत द्वारा कराया गया। अतिथि स्वागत प्रशिक्षार्थी आचार्य बंधु/भगिनी ने किया।
मुख्य वक्ता के रूप पंवार ने माँ यशोदा एवं भगवान के बाल रूप की क्रियाओं का प्रसंग बताया कि भगवान श्रीकृष्ण के मुख में माँ यशोदा ने देखा कि मेरे छोटे से बालक के मुख में सारा ब्रह्मांड समाया हुआ हैं। लीलावती ग्रंथ में पृथ्वी गोल हैं इसका प्रमाण मिलता हैं। स्व का जागरण करना आवश्यक हैं।
जहां भेद ना हो वो स्व हैं। स्व का बोध हमारी कर्म, धर्म, संस्कृति, भाषा, वेशभूषा, स्वयं पर विश्वास आदि से होता हैं। स्व का जागरण एवं बोध के अंतर्गत देश बोध, संस्कृति बोध, समाज बोध एवं आध्यात्म बोध विषय पर आपका विस्तृत मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।
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