बुजुर्ग विधवा के आशियाने पर चली दबंगई, न्याय की गुहार लगा रही महिला!
भारत सागर न्यूज/खाचरोद। खाचरोद तहसील के बड़ा गांव से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। गांव के कुछ दबंगों ने एक बुजुर्ग विधवा महिला का मकान रात के अंधेरे में तोड़ डाला। पीड़िता कैलाश कुंवर नामक महिला पिछले करीब 20 वर्षों से अपने पोते के साथ एक झोपड़ी में रह रही थी और अब उसे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान मिला था।
मकान का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ ही था कि गांव के दबंगों को यह बात नागवार गुज़री और उन्होंने महिला को वहां बसने से रोकते हुए रात में ही निर्माणाधीन मकान को तोड़ दिया।
महिला ने बताया कि वह वर्षों से वहां निवास कर रही है और नियमित रूप से पानी और बिजली का बिल भी भरती है। रोते हुए उसने कहा कि मेहनत-मजदूरी कर वह अपने और पोते का पेट पालती है। जब मीडिया टीम मौके पर पहुंची तो महिला ने अपनी पीड़ा साझा करते हुए बताया कि उसे योजनांतर्गत मकान मिला था,
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लेकिन गांव के कुछ लोग नहीं चाहते कि वह वहां रहे।
इस संबंध में जब गांव के सरपंच से बात की गई तो उन्होंने बताया कि महिला को गांव की सहमति से मकान का लाभ मिला है और कार्य भी शुरू हो चुका था। लेकिन कुछ दबंग लोग जो स्वयं भी कई बीघा सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर बैठे हैं, महिला को वहां बसने नहीं दे रहे हैं। सवाल यह उठता है,
कि अगर महिला पानी और बिजली का बिल भर रही है, तो क्या उसे अपने ही घर में बसने का हक नहीं है? यह मामला प्रशासन और शासन के लिए एक गंभीर चुनौती है, जहां एक विधवा महिला को न केवल बेघर किया जा रहा है, बल्कि योजनाओं का लाभ मिलने के बावजूद उसे उसका अधिकार नहीं मिल पा रहा है।
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