करनावद में शौचालय योजना में बड़ा घोटाला, पार्षदों पर भ्रष्टाचार के आरोप....!
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि नगर परिषद को शासन से योजना के अंतर्गत गरीब परिवारों के लिए शौचालय निर्माण हेतु राशि प्राप्त हुई थी, लेकिन चयन की प्रक्रिया में गड़बड़ियां की गईं। केवल 100 लाभार्थियों का चयन किया गया, जिनमें कई पार्षदों व उनके रिश्तेदारों के नाम जोड़ दिए गए।
आरोप है कि वार्ड 08 के पार्षद प्रतिनिधि दिनेश गिरी ने 6,000 रुपये अपने खाते में जमा कराए, वहीं वार्ड 13 के पार्षद प्रतिनिधि और शासकीय शिक्षक देवकरण साहनी ने 7,000 रुपये की राशि अपनी पत्नी पुष्पा साहनी के खाते में डलवाई, जो स्वयं पार्षद और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हैं।
इसी प्रकार वार्ड 12 के पार्षद बाबूलाल भामोर ने भी अपनी पत्नी के नाम पर 6,000 रुपये की राशि प्राप्त की।शिकायत में यह भी कहा गया है,
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कि यह पूरा घोटाला नगर परिषद अध्यक्ष परसराम पाटीदार और मुख्य नगर पालिका अधिकारी की मिलीभगत से हुआ है।
शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि जनप्रतिनिधियों ने अपने पद का दुरुपयोग कर योजना का लाभ स्वयं उठा लिया, जिससे वास्तविक पात्र हितग्राही योजना से वंचित रह गए।
उन्होंने मांग की है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, उन्हें पदों से हटाया जाए और वंचित पात्र हितग्राहियों को प्राथमिकता के आधार पर योजना का लाभ दिलाया जाए।
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