भारत सागर न्यूज/ देवास। शहीद -ए-आज़म भगतसिंह, सुखदेव औऱ राजगुरु के शहीद दिवस की पूर्व संध्या पर स्थानीय भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कामना नगर, देवास कार्यालय पर शहादत दिवस मनाया गया। कार्यक्रम के चीफ गेस्ट वकील कॉमरेड वाघड़े थे। उपस्थित कॉमरेडो ने एक स्वर में कहा कि भगतसिंह बहुत बड़े चिंतक थे। वे ऊँच-नीच, जातिवाद, अंधविश्वास, पाखंड, कम्युनलिज़्म (सांप्रदायिकता), पूंजीवाद, साम्राज्यवाद के सख्त खिलाफ थे। वे अंग्रेजों से भारत को शीघ्र आजाद करवाना चाहते थे। वे ब्रिटिश सम्राज्यवाद को शीघ्र ख़त्म करके भारत में समाजवाद लाना चाहते थे। यदि वे कुछ वर्ष औऱ जीवित रहते तो देश में 15 अगस्त 1947 के पूर्व ही समाजवाद स्थापित हो चूका होता और अब तक तो भारत विकसित होकर विश्व का 1 एक नंबर का देश बन चुका होता। वर्तमान में भारत में पूंजीवाद, अंधविश्वास, जातिवाद, भाषावाद, सांप्रदायिकता, भ्रस्टाचार, भाई भतीजावाद चरम पर है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सार्वजनिक उद्योग धंधे पूंजीपतियों क़ो बेच दिए गये है। वे दिनोदिन खरब पति होते जा रहे है तो दूसरी तरफ आम जनता दो वक्त की रोटी के लिये त्राहि-त्राहि कर रही है। 700 क...