देवास बना समस्याओं का शहर, जिम्मेदारों की चुप्पी भारी!
भारत सागर न्यूज/देवास। शहर की स्वच्छता व्यवस्था से लेकर मूलभूत सुविधाओं तक सभी स्तरों पर गंभीर लापरवाही देखने को मिल रही है। नगर निगम का अमला पूरी तरह सुस्त नजर आ रहा है,
जिससे आमजन को रोजमर्रा की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। चौराहे-चौराहे कचरे के ढेर लगे हैं, जिससे न केवल बदबू और गंदगी फैल रही है, बल्कि स्वास्थ्य संबंधी जोखिम भी बढ़ते जा रहे हैं।
सड़कों की हालत इतनी खराब है कि हर गली-मोहल्ले में बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिनसे स्कूली बच्चों और वाहन चालकों को रोजाना परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं, शहर की स्ट्रीट लाइटें महीनों से बंद पड़ी हैं और नगर निगम के पास उन्हें सुधारने के लिए आवश्यक उपकरण तक नहीं हैं।
जल वितरण व्यवस्था की स्थिति भी बेहद चिंताजनक है। शहर के कई वार्डों में नलों से पानी अनियमित समय पर आ रहा है, और जब आता है तो वह भी गंदा होता है।
लोगों का आरोप है कि मेंटेनेंस का जिम्मा संभालने वाले ठेकेदार द्वारा पानी में शुद्धिकरण के लिए आवश्यक रसायनों की मात्रा कम कर दी जा रही है, जिससे साफ पानी की आपूर्ति नहीं हो रही।
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जनता की शिकायतें न तो मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर सुनी जा रही हैं, न ही जिले स्तर पर होने वाली जनसुनवाई में इनका समाधान निकल पा रहा है। नागरिकों का कहना है कि वे समय पर टैक्स अदा करते हैं, इसके बावजूद उन्हें बुनियादी सुविधाओं के लिए तरसना पड़ रहा है।
नगर निगम के अधिकारी और जनप्रतिनिधि दोनों ही उदासीन नजर आ रहे हैं, जिससे जनता में नाराजगी और अविश्वास का माहौल है।
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