देवास पुलिस ने चैन स्नैचर गिरोह का किया पर्दाफाश, इधर प्रेस नोट से कप्तान का नाम हुआ लुप्त ?



चोरी का माल खरीदने पर व्यापारी पर भी होगी कार्रवाई, सीसीटीवी लगाने पर आमजन को मिलेगा सम्मान

  • -  एक दर्जन से अधिक वारदातो में आरोपी रहे शामिल 
  • -  लूटी गई आधादर्जन चैन एवं मंगलसूत्र बरामद 
  • - 2 बाइक, 1 मोबाइल सहित लगभग 07 लाख मश्रुका बरामद 
  • - पुलिस अधीक्षक डॉ शिवदयाल सिंह ने प्रेस वार्ता में किया खुलासा

राहुल परमार, देवास.

शहर में पिछले समय से चैन स्नेचिंग की वारदातों से आम नागरिक काफी परेशान थे। देवास शहर में हो रही चैन स्नेचिंग की वारदातों को गंभीरता से लेते हुए चैन स्नेचिंग की वारदात की रोकथाम हेतु देवास पुलिस द्वारा चैन स्नेचरों को पकड़ा गया । उक्त खुलासा पुलिस अधीक्षक डॉ. शिवदयाल सिंह ने प्रेस वार्ता में किया। 

पुलिस के प्रेस नोट के अनुसार नगर पुलिस अधीक्षक देवास विवेक सिंह चौहान के नेतृत्व में थाना प्रभारी थाना कोतवाली उमराव सिंह एवं थाना सिविल लाइन थाना प्रभारी संजय सिंह के निर्देशन में एक विशेष टीम गठित की गई । उक्त टीम के द्वारा शहर के विभिन्न चैन स्नेचिंग घटनास्थल एक आसपास के सीसीटीवी फूटेज एव सायबर सेल से तकनीकी साक्ष्य एकत्रित कर संदिग्ध के फोटो के माध्यम से ज्ञात हुआ कि अज्ञात 2 बदमाशों द्वारा काले रंग की मोटर साइकिल से सुनसान भीडभाड एवं अधेरे का फायदा उठाकर महिलाओ के गले से सोने की चैन खीचकर फरार हो जाते हैं। 

उक्त फूटेज में रेड ब्लेक पेशन प्लस का उपयोग किया गया व चैन स्नेचरी के कपड़े व हुलियों को भी चिन्हित किया जाकर टीम द्वारा इस तरह के हुलियो के बदमाशो के सबंध में जानकारी प्राप्त कर उक्त हुलिए के बदमाशो द्वारा खरगोन , इन्दौर , धार खण्डवा , रतलाम , देवास एवं अन्य जिलो में उसी हुलिए के बदमाशों द्वारा चेन स्नेचिंग की वारदातो को अंजाम दिया गया है । जिस पर थाना कोतवाली पर  धारा 392 भादवि एव अपराध  धारा 392 भादवि का अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया था । इसी प्रकार थाना सिविल लाईन अपराध  धारा 392 भादधि का कायम कर विवेचना मे लिया गया था ।

तरीका वारदात : - आरोपीगण सुनसान भीडभाड एवं अधेरे वाले इलाकों मे रेकी कर अकेली महिलाओं एव पुरूषों को देखकर मौका पाकर चेन स्नेचिंग एव लूट की वारदात को अंजाम देते थे । 

जप्तशुदा सामग्री : - उक्त आरोपीगणी से 02 पेशन मोटर साइकिल , 01 मोबाईल, 05 चैन एवं 01 मंगलसूत्र  बरामद किया गया है । जिनकी कुल कीमत लगभग 07 लाख वरामद किये गये । 


गिरफ्तार आरोपियों के नाम : -

01 संजय पिता ब्रजमोहन चौकसे उम्र 44 साल निवासी 7/7 परदेशीपुरा इन्दौर हाल मुकाम ग्राम तिल्लौरखुर्द थाना खुडैल जिला इन्दौर 

02 रोहित उर्फ बारिक यादव पिता करणसिह यादव उम्र 35 साल निवासी सी -713 पण्डित दीन दयाल उपाध्याय नगर सुखलिया इन्दौर । 

अपराधिक रिकार्ड : - 1.आरोपी सजय पिता ब्रजमोहन चौकसे पर लूट एव चैन स्नेचिंग के कुल 30 से अधिक अपराध 

2.आरोपी रोहित उर्फ बारिक यादव के विरुद्ध लूट एवं चैन स्नेचिंग के कुल 6 प्रकरण खरगौन , इन्दौर , धार , खण्डवा रतलाम , देवास में पजीबद्ध है । 

प्रेस वार्ता में पुलिस अधीक्षक डॉ शिवदयाल सिंह ने आम नागरिकों से अपील भी की है कि वे अपने घर और संस्थाओं में सीसीटीवी कैमरे लगाए ताकि इस प्रकार के अपराधों पर नियंत्रण हो सके। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि चोरी का माल खरीदने वाले व्यापारियों को भी इन अपराधों में अपराधी बनाया जाएगा। 

एसपी केवल प्रेस वार्ता के लिए ! प्रेस नोट से नाम गायब ? 

उक्त प्रेस वार्ता में एक ध्यान देने योग्य बात भी है। प्रेस वार्ता में दिए गए प्रेस नोट में कही भी पुलिस अधीक्षक और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का नाम नही है। यदि यह उपलब्धि बिना पुलिस कप्तान की सहमति अथवा मार्गदर्शन से मिली है तो निश्चित ही यह नगर पुलिस अधीक्षक के बेहतरीन परिणाम का उदाहरण है। हालांकि प्रेस वार्ता तो पुलिस कप्तान ने ही की लेकिन प्रेस नोट में नाम न आना कही न कही अनुशासन की कमी दर्शाता है ! हो सकता है कि उक्त प्रेस वार्ता आनन-फानन में आयोजित हुई हो लेकिन कप्तान के नाम को तो ध्यान रखना ही चाहिए। हो सकता है कि पुलिस के आला अधिकारियों ने उक्त प्रेस नोट की ओर कोई विशेष ध्यान नही दिया हो । यह भी हो सकता है कि पुलिस ने नये प्रोटोकाल से प्रेस नोट जारी करना शुरु कर दिया हो लेकिन हमारे पास उपलब्ध एक पूर्व के प्रेस नोट (देवास पुलिस द्वारा ही यह प्रेस नोट कुछ दिनों पूर्व जारी किया गया था) में तो पुलिस कप्तान का नाम सर्वप्रथम पंक्ति में देखा गया और आज के प्रेस नोट में कही भी ऐसा कुछ दिखाई नही दिया। बहरहाल जनता तो इसी में खुश है कि अब शायद चैन स्नेचिंग जैसी घटना पर अंकुश लगेगा । देखना होगा कि अन्य गंभीर अपराधों पर पुलिस का ग्राफ कहाँ जाता है ?




सराहनीय कार्य : - उक्त सराहनीय कार्य में नगर पुलिस अधीक्षक देवास विवेक सिंह चौहान एव उप पुलिस अधीक्षक ( मुख्यालयासायबर ) किरण कुमार शर्मा के निर्देशन में थाना प्रभारी थाना कोतवाली उमराव सिह , थाना प्रभारी सिविल लाईन संजय सिह , उप निरीक्षक पवन यादव , उप निरीक्षक अजय डोड , उप निरीक्षक हर्ष चौधरी , प्रधान आरक्षक संजय तवर , प्रधान आरक्षक खलील खान , आरक्षक मनोज पटेल , आरक्षक रवि गरोडा , थाना कोतवाली आरक्षक धर्मवीर सिंह, आरक्षक संतोष रावत थाना सिविल लाईन एवं सायबर सेल आरक्षक शिवप्रताप सिंह सेंगर , आरक्षक सचिन चौहान का सराहनीय योगदान रहा । उक्त टीम को पुलिस अधीक्षक महोदय देवास द्वारा प्रत्येक घटना में 10000 / - उदघोषित ईनाम राशि से पुरूस्कृत करने की घोषणा की है ।


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