विवाद के बाद गुस्साए पति ने ही किया था पत्नी पर हमला, 1 माह बाद होश में आई महिला ने किया खुलासा ....

 

पुलिस की मानवीयता से अज्ञात महिला का हुआ उपचार
एक माह पूर्व जंगल में मिली थी घायल महिला, पति ने ही मारा था
पति को पुलिस ने किया गिरफ्तार, रक्षाबंधन पर मामा के यहां जाने की पत्नी ने की थी जिद



देवास। जिले की हाटपीपल्या तहसील के ग्राम घुसट के जंगल में 22 अगस्त को घायल अवस्था में महिला मिलने की सूचना मिलने पर पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर कार्रवाई कर महिला को उपचार के लिए हाटपीपल्या भेजकर प्राथमिक उपचार करवाया था। इसके पश्चात महिला की बेहतर स्वास्थ्य को लेकर कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला एवं पुलिस अधीक्षक डॉ. शिवदयाल सिंह ने महिला को इंदौर के बॉम्बे हॉस्पीटल (सुपर स्पेशलिटी) में भर्ती करवाया था। कलेक्टर श्री शुक्ला एवं पुलिस अधीक्षक डॉ. सिंह ने बताया कि घायल महिला का इलाज जिला प्रशासन द्वारा रेडक्रॉस के माध्यम से करवाया जा रहा है तथा जिला प्रशासन महिला की विशेष देखरेख में किया गया है। महिला की शिनाख्त कई दिनों तक नहीं हो पाई थी। घायल महिला 23 सितंबर को एक माह के उपरांत होश में आई उसके बाद महिला की शिनाख्त भी हो पाई, साथ ही उसे घायल अवस्था में छोडक़र फरार आरोपी महिला के पति को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घायल महिला के उपचार में खर्च 8 लाख 98 हजार 994 रुपए भी आरोपी से लिए जाएंगे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी की पत्नी उसके मामा के यहां जाने की जिद कर रही थी, जिस पर पति ने मना कर दिया और उसके साथ इस तरह से मारपीट की और जंगल में ले जाकर उसके सिर और चेहरे पर पत्थर मारकर घायल कर दिया था। उस समय से महिला घायल अवस्था में थी जिसका उपचार जिला व पुलिस प्रशासन की मदद व मानवीयता से संभव हो पाया है। 



यह था पूरा मामला 

जिले के हाटपिपलिया थाना क्षेत्र में गत माह 22 अगस्त को सूचनाकर्ता कैलाश बंजारा निवासी ग्राम घूसट ने सूचना दी कि घटना स्थल मेन रोड से 50 मी. अंदर जंगल में घुसट, धुराडा घाटी के पास एक अज्ञात महिला घायल अवस्था में बेहोश पड़ी है, जिसके सिर व मुंह से खून निकल रहा है। किसी अज्ञात व्यक्ति ने अज्ञात कारण उस अज्ञात महिला को जान से मारने की नियत से उसके सिर में पत्थर मारा है। उक्त सूचना पर थाना हाटपीपल्या पर आपराध क्रं. 423/22.08.21 धारा 307 भादवि का प्रकरण कायम कर मामले को विवेचना में लिया गया था। अज्ञात महिला को 22 अगस्त को गंभीर हालत में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार बाम्बे हॉस्पीटल इन्दौर में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। अज्ञात पीडि़त महिला की शिनाख्त के लिए उसके घायल अवस्था के फोटो, विडियो, महिला से प्राप्त आभुषण सामग्री आदि हेतु देवास एवं सीमावर्ती जिलों में पेम्पलेट, आरएम के द्वारा सूचित किया गया। उक्त अज्ञात महिला की के संबंध में पुलिस द्वारा महिला का उपचार बेहतर स्वास्थ के लिए उच्च केन्द्र पर करवाया एवं थानों के लगभग 11 निरीक्षक एवं अन्य थानों के पुलिस स्टॉफ के अधिकारी कर्मचारियों की पृथक-पृथक टीम गठित कर लगातार प्रतिदिन विभिन्न टास्क देकर शिनाख्त कार्यवाही एवं अज्ञात आरोपी की तलाश करने के भरसक प्रयास किये गये। सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया एवं मप्र पुलिस के समस्त थाना ईकाइयों को शिनाख्ती के संबंध में रेडियो मैसेज एवं गजट प्रकाशन कर तलाश का प्रयास किया गया। अज्ञात महिला की पहचान एवं सूचना देने वाले को नगद 30 हजार के ईनाम की घोषणा की गई थी। करीब 1 माह के पश्चात 23 सितंबर को अज्ञात महिला को होश आने पर महिला द्वारा बताये अनुसार महिला को लेकर पुलिस टीम को होशंगाबाद भेजा गया। जहां पर महिला द्वारा अपने पति संदिप बैरागी के द्वारा घटना घटित कराना बताया। जिस पर संदिप बैरागी को थाना लाकर उससे पूछताछ की गई जिस पर उसने अपराध करना स्वीकार किया था। 

ऐसे दिया था वारदात को अंजाम 

आरोपी संदीप पिता लक्ष्मणदास बैरागी उम्र 33 वर्ष ने पुलिस को बताया कि रक्षाबंधन पर पर कोमल के साथ ग्राम सेठ गुराडिय़ा वर्मा जिला सिहोर में आरोपी के भांजे राहुल के घर दोनों मोटर सायकल से साथ में गये थे। रक्षाबंधन के दूसरे दिन सुबह 6 बजे से ही कोमल (काल्पनिक नाम) उससे मामा के यहां जाने की जिद करने लगी। आरोपी पति संदीप बैरागी ने उसे समझाने का प्रयास किया, दोनों में इसी बात पर विवाद हो गया। आरोपी संदीप अपनी पत्नी को लेकर अपने घर ग्राम डेहरियासाहु मोटर सायकल से आ रहा था। रास्ते में घटना स्थल ग्राम घुसट जंगल के पास गुस्से में आकर आरोपी संदीप बैरागी ने अपनी पत्नी कोमल को घटना स्थल पर धक्का देकर नीचे गिरा दिया और वहीं पड़ा पत्थर उठाकर उसके सिर और चेहरे पर जोर से दे मारा, जिससे उस गंभीर चोट आई, और मरा हुआ मानकर अपने गांव डेहरियासाहु आ गया था।

इनका रहा सराहनीय कार्य

उपरोक्त सराहनीय कार्य ने उपनिरीक्षक आरएस दांगी सउनि आरसी पोरवाल, नूरजहा. महिला आरक्षक आर.पूर्णिमा सोलंकी काजल का सराहनीय योगदान रहा। उपरोक्त टीम को पुलिस अधीक्षक द्वारा उचित ईनाम दिये जाने की उद्घोषणा की है।


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