जिला अभिभाषक संघ सहसचिव जितेंद्र सिंह ठाकुर ने दिया इस्तीफा, कार्यकारिणी पर गंभीर आरोप



भारत सागर न्यूज/देवास। जिला अभिभाषक संघ देवास में आंतरिक असंतोष एक बार फिर खुलकर सामने आया है। संघ की कार्यकारिणी के सहसचिव जितेंद्र सिंह ठाकुर ने अपने पद से त्यागपत्र सौंप दिया है। उन्होंने वर्तमान कार्यकारिणी पर अधिवक्ताओं के हितों की उपेक्षा करने, मनमानी करने और संघ के संसाधनों के दुरुपयोग के गंभीर आरोप लगाए हैं।




सहसचिव ठाकुर ने अपने त्यागपत्र में उल्लेख किया है कि 07 मार्च 2024 को हुए निर्वाचन में दो वर्ष की अवधि के लिए उनका निर्वाचन हुआ था, और 12 मार्च को उन्होंने पदभार ग्रहण किया था। परंतु, उनके अनुसार कार्यकारिणी ने अधिवक्ताओं के हितों के विपरीत कार्य करते हुए वरिष्ठ और कनिष्ठ अधिवक्ताओं की समस्याओं की अनदेखी की, यहां तक कि न्यायाधीशों और न्यायालय स्टाफ द्वारा अधिवक्ताओं के साथ हो रहे दुर्व्यवहार और हमलों पर भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। 




त्यागपत्र में आगे कहा गया है कि कार्यकारिणी अधिवक्ताओं की मेहनत की बचत राशि न्यायाधीशों पर खर्च कर रही है, जबकि अधिवक्ताओं के लिए कोई ठोस पहल नहीं की गई। साथ ही, सहसचिव ने आरोप लगाया कि चेंबर बिल्डिंग का शिलान्यास एवं नामकरण कार्यकारिणी द्वारा बिना साधारण सभा बुलाए किया जा रहा है, जो संघ के संविधान के विपरीत है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके द्वारा कई बार मौखिक एवं लिखित रूप से साधारण सभा बुलाने का आग्रह किया गया, लेकिन अध्यक्ष ने कोई कार्रवाई नहीं की। 




यहां तक कि कार्यकारिणी की बैठकों का आयोजन भी अध्यक्ष के निजी घर पर किया जा रहा है, जबकि संघ का अपना कार्यालय मौजूद है। सहसचिव ने कहा कि वे “दुषित कार्यशैली और अधिवक्ता हितों की उपेक्षा” से आहत हैं और ऐसी कार्यकारिणी का हिस्सा बने रहना उनके लिए संभव नहीं है। कार्यकारिणी द्वारा अधिवक्ता हितों के विपरीत कार्यों के लिए में हमेशा लड़ाई लड़ता रहूंगा। मेरे लिए अधिवक्ता हित सर्वोपरि है। उन्होंने सभी अधिवक्ताओं से क्षमा मांगते हुए कहा कि वे संघ के सदस्यों द्वारा उन पर जताए गए विश्वास पर खरा नहीं उतर सके, जिसके लिए उन्हें आजीवन खेद रहेगा।

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