वीर चेतक की याद में बेहद रोचक रही घुड़दौड़ प्रतियोगिता

हल्दीघाटी के समान ही भीषण गर्मी के बावजूद प्रतियोगिता में हजारों समाजजन रहे उपस्थित



देवास। महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर हिंदू उत्सव समिति एवम महाराणा प्रताप सेना द्वारा आयोजित पारंपरिक घुड़दौड़ प्रतियोगिता बेहद रोचक वातावरण में सम्पन हुई। यह जानकारी देते हुए संयोजक धर्मेंद्र सिंह बेस ने बताया कि प्रतियोगिता में अतिथि विधायक श्रीमंत गायत्रीराजे पवार, महाराज विक्रमसिंह पवार, महापौर सुभाष शर्मा, पूर्व मंडी उपाध्यक्ष भारतसिंह पटलावदा, चित्तौडगढ़ से पधारे श्री राठौड़ साहब,  प्रेस क्लब अध्यक्ष अनिल सिकरवार, वरिष्ठ भाजपा नेता विजय पंडित, पार्षद विनय सांगते,  गणेश पटेल, ठाकुर राजेंद्र सिंह बेस आदि मंचासीन थे। महाराणा प्रताप के चित्र पैर माल्यार्पण के पश्चात अतिथियों का स्वागत धर्मेन्द्रसिंह बैस, राजेंद्र ठाकुर, गुरुदत्त शर्मा, सोदान सिंह परिहार, अंकित शर्मा, सुरेन्द्र ठाकुर, शीतल गेहलोत, प्रिंस सिलोनिया, विजयसिंह जनवईखेड़ी, मामा ठाकुर, जगदीश चौधरी, विकास जाट, नीतिन जलोदिया, लोकेन्द्रसिंह राजपूत, जीतु गौड़, अजयसिंह राजपूत टिनोनिया सहित समिति के सदस्यों द्वारा किया गया। पॉच चक्कर की घुड़दौड़ के पश्चात छठवे क्रम पर आखरी फायनल राऊंड रखा गया। प्रतियोगिता में घुड़सवार शक्तिसिंह पटलावदा प्रथम, विजयसिंह पटलावदा द्वितीय एवं राजेश्वरसिंह बघेल, टोंकखुर्द तृतीय विजेता रहे। घुड़दौड़ में प्रथम पुरूस्कार विजय पंडित, द्वितीय पुरूस्कार जनपद उपाध्यक्ष ठा. राजेन्द्रसिंह बैस, तृतीय पुरूस्कार पूर्व कृषि मंडी उपाध्यक्ष भारतसिंह पटलावदा, शील्ड व ट्राफी विजय ज्योति एकेडमी के संचालक दिलीप सिर्वाल एवं सांत्वना पुरूस्कार राजकुमार ठाकुर, जितेन्द्र कुश्वाह, नाना बैस की ओर से प्रदान की गई। संचालन विजयसिंह पंवार ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधायक श्रीमंत पवार ने विजेताओं को पुरूस्कार प्रदान करते, शुभकामनाएॅ देते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से हमे अपने गौरवशाली इतिहास एवं वीर महापुरूषों के स्मरण का अवसर प्राप्त होता है।  प्रेरणा मिलती है। यह जानकारी सोदानसिंह परिहार ने दी।


 


Comments

Popular posts from this blog

हाईवे पर होता रहा मौत का ख़तरनाक तांडव, दरिंदों ने कार से बांधकर युवक को घसीटा

आपत्तिजनक अवस्था में पकड़े गये देवास के मोहनलाल को उम्रकैद !

सतपुड़ा एकेडमी में हुआ देवी स्वरूपा कन्याओं का पूजन