श्रीशिव महापुराण कथा के साथ प्रतिदिन 5 घंटे हो रहा रूद्र यज्ञ एवं पार्थिव शिवलिंग का पूजन 





देवास। श्री नारायण कुटी सन्यास आश्रम के पीठाधीश्वर स्वामी सुरेशानंद तीर्थ जी महाराज के सानिध्य में परम पूज्य अरविंद जी महाराज के मुखारबिंद से श्री शिव महापुराण कथा चल रही है। श्री शिव महापुराण के प्रथम दिवस से पं. दिलीप शास्त्री एवं 11 ब्राह्मणो द्वारा रूद्र यज्ञ एवं पार्थिव शिवलिंग का पूजन प्रात: 8 से दोपहर 1 बजे तक नित्य चल रहा है। तत्पश्चत दोप. 2 बजे से महापुराण कथा हो रही है। रविवार को श्री शिव महापुराण के छठवे दिवस महाराज श्री ने भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग अवतारों का विस्तार से वर्णन करते हुए बताया कि भगवान शिव का पहला अवतार सोमनाथ जी का है। इनकी पूजा करने से कुष्ठ आदि रोगों का नाश होता है। दूसरा अवतार मल्लिकार्जुन श्री शैलपर्वत पर हुआ। यह भक्तों को अभीष्ट फल प्रदान करने वाला है। तीसरा अवतार महाकालेश्वर उज्जैनी नगरी में हुआ। यह अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। चौथा अवतार ओम कालेश्वर है, जो भक्तों की अभिलाषा पूर्ण करने वाले हैं। पांचवां अवतार केदारेश्वर केदारनाथ, छठा अवतार भीमा शंकर, सातवां अवतार काशी में हुआ, जो बाबा विश्वनाथ के नाम से जाना जाता हैं, जो विश्वनाथ के भक्त हैं और जो नित्य उनके नामों का जाप करते हैं। बाबा उनका कल्याण करते हैं। आठवां अवतार त्रयंवक हैं। नवां अवतार बाबा बैजनाथ जो झारखंड में स्थित है। दसवां अवतार नागेश्वर, जो गुजरात में हैं, ग्यारहवां अवतार रामेश्वरम है। बारहवां अवतार धृश्मेश्वर हैं। उन्होंने 12 ज्योतिर्लिंग का विस्तार से वर्णन किया। इसके बाद महाराज ने शिव तांडव स्तोत्र का भी वर्णन किया। जानकारी देते हुए स्वामी माधवानंद तीर्थ जी ने बताया कि आज सोमवार को कथा की पूर्णाहूति होगी। तत्पश्चात महाप्रसादी का वितरण होगा। व्यासपीठ की आरती मुख्य यजमान कृष्णमोहन गुप्ता एवं श्रीमती वीणा गुप्ता बैंगलोर सहित उपस्थित भक्तो ने की। 

 




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