देवास में संघ व भाजपा की नूरा कुश्ती में कार्यकर्ताओं का हौसला व विश्वास पस्त !




देवास/पंडित अजय शर्मा (94250 51690)-/-जहां पूरे देश में कोरोनावायरस की दूसरी लहर के भीषण प्रकोप से जनता त्राहि-त्राहि कर रही है, केंद्र व राज्य सरकारें जनता को हौसला देने व बचाने में लगी है ,वहीं स्वास्थ्य विभाग कोरोना मरीजों व परिजनों से संघर्षरत है ,कोरोना कर्फ्यू लॉकडाउन में लोग घरों में कैद है ,काम धंधे बंद पड़े हैं मजबूर मजदूर व  मध्यमवर्गीय परिवारों में इलाज व खाने की जद्दोजहद है , ऐसे हालात मैं भी देवास के स्थानीय शासन और प्रशासन द्वारा आपदा में भी अवसर के रूप में देवास के विकास के नाम पर विकास को कुरूप बनाने की तैयारी में युद्ध स्तर पर जुटा है ! जहां स्वास्थ्य रक्षक दवाइयों की भरपूर पूर्ति करने और ऑक्सीजन सिलेंडर व ऑक्सीजन प्लांट लगाने की अत्यधिक आवश्यकता को प्राथमिकता ना देते हुए, स्वार्थ हित को सर्वोपरि रख अनचाहे, तय स्थान से विपरीत, तानाशाही, अवैधानिक दो ब्रिज का काम युद्ध स्तर पर रात दिन एक कर बनवाना भी शासन और प्रशासन की जनता के प्रति गलत मंशा और  गंदी नियत को दर्शाती है ! दोनों ही ब्रिज का विरोध विपक्ष सहित स्थानीय व्यापारियों व्यवसायियों एवं स्थानीय निवासियों ने खुलकर किया, स्थानीय भाजपा शासन द्वारा विरोध को दबाने के लिए राजनीति के तहत संघ को अपने ही खिलाफ नूरा कुश्ती के लिए तैयार किया और संघ के व्यवसायिक दलालों द्वारा “देवास बचाओ संघर्ष समिति" बनाई , जिसका पटाक्षेप , खुलासा शनिवार दिनांक 19/6/2021को शाम 5ः00 बजे गोकुल गार्डन में संघ व भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ताओं के विश्वास और हौसले को परास्त कर हुआ!



पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का कहना...!

देवास में विपक्षी कांग्रेस के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का कहना है कि 14 फरवरी 2019 को मैं और मनोज राजानी दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी जी से मिले, और उन्हें बताया की देवास कृषि उपज मंडी के किसानों को जाम जैसी स्थिति में परेशान होते हुए देखा है, स्थानीय व्यापारी व्यवसाईयों की मांग को सर्वोपरि रखते हुए हमने केंद्रीय मंत्री गडकरी जी को देवास में जनता की सहूलियत के लिए ब्रिज बनाने और सिक्स लेन बनाने की मांग की देवास की जनता के हित में हमारी मांग को सही ठहराते हुए केंद्रीय मंत्री गडकरी जी ने हमें मंजूरी दी, हमारे द्वारा राज्य शासन प्रशासन को लिखित मैं नियमानुसार कार्य कार्रवाई पूरी कर अवगत करवाया , राज्य शासन प्रशासन द्वारा स्थानीय पीडब्ल्यूडी विभाग को सक्षम इंजीनियरों द्वारा सर्वे करवाने का आदेश दिया गया इंजीनियरों द्वारा सर्वे कर रिपोर्ट तैयार कर राज्य शासन को भेजा गया!


    


 जिसमें हमारे द्वारा भोपाल चौराहे से मक्सी बाईपास चौराहे तक का ब्रिज बनाने की पूरी तैयारी की गई और तय स्थान पर ब्रिज बनने की पूर्ण मंजूरी पास भी हो गयी, ठीक इसी प्रकार हमने विकास नगर के आगे इंदौर तरफ भी ब्रिज बनवाने का भी सर्वे करवाकर अधिक घनत्व वाले क्षेत्र से ब्रिज बनाने की योजना तैयार की थी!  ब्रिज की स्वीकृत राशि 154.89 करोड़ रुपए ,और फोर लेन की स्वीकृत राशि 89.94 करोड़ रुपए की मंजूर हुई। किंतु इसे विडंबना कहें या बदकिस्मती की अचानक विधायकों की खरीद फरोख्त में सरकार बदल गई और देवास विधायक द्वारा टेंडर नहीं निकाले गए!

      और भाजपा के देवास विधायक ने अपना पेट्रोल पंप की बिक्री घट ना जाए इसके लिए ब्रिज को दो हिस्सों में बांटकर आगे पीछे कर दिया गया ! जिससे देवास की भोली भाली जनता एवं व्यापारी व्यवसाईयों को आर्थिक रूप से बुरी तरह प्रभावित कर रहा है ! और आगे भी करेगा ! इसके लिए मेरे द्वारा मेरे लेटर हेड पर कई बार माननीय केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी जी दिल्ली, प्रमुख अभियंता लो. नि. वि. म.प्र. शासन भोपाल, श्रीमान मंत्री महोदय लो. नि. वि. म.प्र. शासन भोपाल, मुख्य अभियंता लो. नि. वि. (सेतु) म.प्र. शासन भोपाल, और प्रमुख सचिव लो. नि. वि. म.प्र. शासन भोपाल को कई बार मेरे लेटर हेड पर ही पत्र लिखकर निवेदन किया है, कि पूर्व से तकनीकी रूप से पूर्णत उचित प्रस्ताव पर ही ब्रिज का निर्माण कार्य करवाए जाने हेतु संबंधितों को आदेशित व निर्देशित किया जावे! इतना ही नहीं मेरे द्वारा पूर्व विधानसभा में भी देवास विधायक गायत्री राजे पवार द्वारा जनता के सुलियत के लिए बनाए जा रहे ब्रिज को अपने पेट्रोल पंप को बचाने के लिए दो हिस्सों में बांट कर आगे पीछे किया जाकर स्थानीय किसानों एवं व्यापारी व्यवसायियों तथा आम जनता को बुरी तरह आर्थिक रूप से प्रभावित किये जाने को लेकर बात रखी थी ! बावजूद इसके भी स्थानीय भाजपा विधायक की हठधर्मिता के चलते जवाहर नगर विकास नगर के आगे बनते न्यूदेवास के विकास को बर्बाद किया जा रहा है!


         

ब्रिज का विरोध ‌‌....

तय स्थान पर पास ब्रिज को अपनी हठधर्मिता से स्थान परिवर्तन कर अपना पेट्रोल पंप बचाने के आरोप देवास विधायक गायत्री राजे पवार पर पूर्व में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा द्वारा लगाए गए और ब्रिज को दो हिस्सों में बांट कर न्यू देवास बन रहे अपेक्स हॉस्पिटल से विकासनगर बावड़िया क्षेत्र को अनचाहा ब्रिज थोपकर पिछड़ा बनाया जा रहा है, देवास का एकमात्र मुख्य मार्ग ए बी रोड को कुरूप बनाने और न्यू देवास बनते शहर के व्यापारियों व्यवसायियों एवं आम जनता को आर्थिक व मानसिक शारीरिक रूप से बुरी तरह प्रभावित करने के गंभीर आरोप लगाए गए!

        तत्पश्चात ठीक इसी प्रकार पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के खास सिपहसालार व देवास कांग्रेश के मैनेजर मनोज राजानी द्वारा भी देवास विधायक व सांसद पर गंभीर आरोप लगाते हुए प्रदर्शन व ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को दिया गया!

        नर्मदा और गोरक्षा का संकल्प लिए कांग्रेस के ही पंडित रितेश त्रिपाठी द्वारा भी दोनों ही ब्रिज अवैधानिक व बिना किसी सक्षम स्वीकृति के तय स्थान से विपरीत बनाने की बात कहते हुए अपने साथियों के साथ जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया!

कांग्रेस के हारे हुए विधायक प्रत्याशी जय सिंह ठाकुर ने भी दोनों ही ब्रिज का विरोध दर्ज करवाया!

इतना ही नहीं लॉक डाउन की स्थिति में जनसेवा मैं अग्रसर मध्य प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री प्रदीप चौधरी द्वारा लॉक डाउन की गाइडलाइन का पालन करते हुए स्थानीय व्यापारी व्यवसायीयों के साथ हाथ में तख्ती लेकर देवास विधायक गायत्री राजे पर गंभीर आरोप लगाते हुए बन रहे तानाशाही जबरन थोपे जा रहे ब्रिज के स्थान पर रोड पर ही धरना प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज करवाया!

        जबकि सर्वप्रथम जवाहर नगर विकास नगर व बावडिया के स्थानीय निवासियों सहित व्यापारी व्यवसायीयों ने पूर्व में ही धरना प्रदर्शन चक्का जाम एवं ज्ञापन व मध्यप्रदेश शासन प्रशासन तक आवेदन व शिकायतें कर अपना अहित होते व्यवसाय को मद्देनजर रखते हुए अनचाहे जबरन थोपे जा रहे ब्रिज का विरोध प्रदर्शन भी किया था!



आखिर क्यों बनाना पड़ी "देवास बचाओ संघर्ष समिति"...?

        अनचाहे व जबरन थोपे जा रहे ब्रिज के इतने विरोध के बावजूद भी देवास विधायक व सांसद एवं जिले के जिम्मेदार प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी, इस बात को लेकर संघ के सक्रिय सदस्यों द्वारा नाराजगी जताई गई, जिससे संघ व भाजपा के व्यवसायिक दलालों द्वारा विधायक व सांसद से मिलकर थोपे गए ब्रिज के विषय में गोपनीय चर्चा कर हल निकालने की कोशिश की गई जो निरर्थक रही!

         इतना सब विरोध होने पर बात बनती नहीं देख संघ के पूर्व पदाधिकारी चंद्रावत जी द्वारा अपने खास व संघ के पदाधिकारी एवं एलआईसी एजेंट अजय गुप्ता जी को ब्रिज के प्रकरण में हस्तक्षेप करने को कहा गया और गुप्ता जी सक्रिय हुए ,तथा संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों को साथ लेकर दिलीप बांगर और प्रमोद जादव सहित नगर के अन्य वरिष्ठ नागरिकों के घर जा जाकर ब्रिज के विरोध केबारे में समझा कर तैयार किया! वहीं संघ में  सदैव सक्रिय रहे माखन सिंह राजपूत जो हिंदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष हैं ने भी ब्रिज का कार्य रुकवाने एवं पूर्व में पास तकनीकी रूप से यथा स्थान पर बनवाने की रूपरेखा में अग्रसर हुए, विगत दिनों पहले मोड पंत की धर्मशाला में अजय गुप्ता सहित संघ के पदाधिकारियों ने एक बैठक आयोजित की, तत्पश्चात 21 जून को कलेक्टर को ज्ञापन देने की सूचना भी प्रसारित की गई ,किंतु इसी बीच अचानक ही अजय गुप्ता व संघ के पदाधिकारियों द्वारा एक नई समिति गठन की गई जिसका नाम “देवास बचाओ संघर्ष समिति" रखा गया और अजय गुप्ता संघ पदाधिकारियों द्वारा कहा गया कि संघ विरोध नहीं करता इस समिति के द्वारा विरोध व ज्ञापन दिया जावेगा!

         और शनिवार दिनांक 19/6/2021 को शाम 5ः00 बजे गोकुल गार्डन में बैठक रखी गई जिसमें शहर के वरिष्ठ नागरिकों एवं कार्यकर्ताओं सहित प्रदीप चौधरी को भी बुलाया गया इस बैठक में सभी को अपनी अपनी बात कहने का अधिकार दिया गया ,बैठक में बुलाए गए उपस्थित वरिष्ठ नागरिकों द्वारा अपनी अपनी बात कही गई जिसमें

         मराठा समाज देवास के अध्यक्ष प्रमोद यादव जी ने कहा यह ब्रिज का सेतु निर्माण कार्यालय उज्जैन से तीन बार नक्शा चेंज हुआ है। 2018 से उनकी आईटीआई लगी है लेकिन विभाग नक्शा नहीं दे रहा। सीनियर जूनियर की धरोहरें मिटाने में लगे हैं। शहर के बीचोबीच स्थित ग्रीनलैंड और हेरिटेज के डेढ़ सौ मीटर के दायरे में कोई भी निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता उसके विपरीत मल्हार स्मृति मंदिर के नजदीक साईं मंदिर के सामने बिना अनुमति के सुलभ शौचालय को तोड़कर वहां बहुमंजिला निर्माण किया जा रहा है। इतना ही नहीं सर्वे नंबर 288 जो मल्हार स्मृति मंदिर से लगी हुई स्वास्थ्य विभाग की जमीन है उसका भी बाले बाले लैंड यूज चेंज किया जा चुका है जिसका मराठा समाज देवास में विरोध किया लेकिन सुनवाई नहीं की जा रही है।बैठक के दौरान वहां मौजूद एक व्यापारी प्रमोद वर्मा ने कहा की ब्रिज की घोषणा के बाद से ही यहां के मूल रहवासी और व्यापारी इसका पुरजोर विरोध कर रहे हैं हम लोग विधायक से भी मिले लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई यहां तक की हम सांसद जी के यहां भी गए थे 3 घंटे इंतजार कराने के बाद फोन पर बात कर सांसद जी ने कहा कि मैं देवास के मामले में नहीं बोल सकता आप विधायक जी से ही बात करें।बाला फोटो स्टूडियो वाले बाला ने कहा देवास में पिछले कई सालों से एक ही परिवार राजनीतिक नेतृत्व करता आ रहा है लेकिन विकास के नाम पर उनसे कुछ नहीं होता। देवास की जनता पर बस अपनी मनमानी थोंकते रहते हैं। इनकी ज्यादती कब तक चलती रहेगी अब ऐसा नहीं होने देंगे।रवि जायसवाल ने कहा अगर शासन और प्रशासन को हमारी समिति से कोई दिक्कत है और बात करने के लिए 10 दिन का समय लग रहा है तो 10 दिन तक उन्हें भी निर्माण कार्य बंद करवाना चाहिए तभी हम मानेंगे कि आप वास्तव में इस विषय पर सकारात्मक चर्चा के लिए तैयार हैं।

         रवि जायसवाल द्वारा यह मुद्दा इसलिए उठाया गया क्योंकि बैठक के दौरान पदाधिकारियों ने उपस्थित नागरिकों को आते ही बताया गया कि हमें कलेक्टर महोदय ने बुलाया था और 10 दिन इंतजार करने को कहां है कि 10 दिन में मैं ब्रिज का कोई निराकरण कर दूंगा इस बात पर बैठक में उपस्थित नागरिकों द्वारा कलेक्टर महोदय के पास गए सदस्यों के बारे में पूछा गया तो बात को घुमा दी गई! इतना ही नहीं इस बात को भी स्पष्ट नहीं किया गया कि आखिर ऐसी क्या जरूरत आन पड़ी कि अचानक देवास बचाओ संघर्ष समिति के नाम से एक नई समिति का गठन करना पड़ा ? यह तो संघ व भाजपा के व्यवसायिक दलालों के बीच ही है,

सत्या दरबार ने कहा देवास की जनता कुछ लोगों के थोपे हुए निर्णय कब तक सहती रहेगी अब समय आ गया है ऐसे गलत निर्णयों का विरोध करने किया जाये।

     भारत रक्षा मंच के जिला अध्यक्ष मनईष तिवारी ने कहा  कि अब यह संगठन बनाकर आप क्या दिखाना चाहते हैं ?  आपने अभी तक जो लोग कोर्ट में गए हैं उनके लिए क्या किया ? उन्हें अकेला क्यों छोड़ दिया गया।? जब बात कोर समिति की हुई थी तो चार लोग अकेले मिलने क्यों गए? 

यदि शहर में कुछ गलत हो रहा है तो वह संघ की नहीं सुनी जा रही है तो क्या संघ पदाधिकारी देवास में केवल शादियों में आने के लिए ही रह गए हैं कि उनसे सुनवाई भी होगी?

          बैठक पश्चात उपस्थित कार्यकर्ताओं के बीच कहीं चर्चाओं व प्रश्नों का दौर एक दूसरे को सोचने पर मजबूर कर रहा था उपस्थित कार्यकर्ताओं वरिष्ठ नागरिकों में कई सवाल उत्पन्न हुए क्योंकि यह बैठक लगभग लोगों के समझ से परे थी !की आखिर क्यों अचानक में ताबड़तोड़ समिति का गठन करना पड़ा? आखिर क्यों अजय गुप्ता द्वारा घर घर जाकर वरिष्ठ नागरिकों को ब्रिज के विरोध के लिए तैयार कर बैठक में चुप रहे? आखिर क्यों संघ ब्रिज के विरोध के लिए वरिष्ठ नागरिकों को एकत्रित कर 10 दिन तक कलेक्टर कार्रवाई का इंतजार करने को कहा गया? आखिर क्यों संघ के पदाधिकारियों द्वारा मक्सी रोड पर बन रहे मनमाने पुल के विरोध में शिकायतो सहीत न्यायालय में गये व्यवसायियों का सपोर्ट नहीं किया? आखिर क्यों बैठक में सार्वजनिक नहीं की गई संघर्ष समिति की कार्यकारी पदाधिकारियों व सदस्यों की घोषणा? ऐसे अनेक प्रश्न उपस्थित वरिष्ठ नागरिकों सहित कार्यकर्ताओं में बड़ी ही उत्सुकता से उठ रहे थे और एक दूसरे से पूछ रहे थे कार्यकर्ताओं का यह भी कहना था कि क्या आज की बैठक शहर में हो रहे ब्रिज के विरोध को विराम देने के लिए रखी गई थी?

और अंत में..,,

संघ व भाजपा व राजनीतिक जानकारों की माने तो ब्रिज मन्जूरी से लेकर   उसके आकार और अनुचित निर्माण मे कमिशनखोरी के आरोप से लेकर विधायक द्वारा पेट्रोल पंप क्षेत्र बचाने के चक्कर मे ब्रिज निर्माण सहित भाजपा को ही चक्कर मे डाल दिया । स्थानीय शासन प्रशासन के इस गलत और मनमाने निर्णय से भाजपा की बड़ी फजीहत हो रही है । भाजपा का कट्टर वोट बैंक माना जाने वाला धड़ा बिखर गया  है। जनाधार खिसक गया है ,मतदाता बिचक गया है अब देखना यह होगा कि आने वाले चुनाव में ऊंट किस करवट बैठता है?

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