मुख्यमंत्री की आरती उतार दी उसके बाद भी नहीं मिला न्याय... आखिर रोड जाम किया.. अब मिला 7 दिन का आश्वासन

जिम्मेदार अधिकारी ज्ञापन लेने नहीं पहुंचे तो श्रमिकों ने कर दिया था एबी रोड़ पर चक्काजाम,  7 दिवस का मिला आश्वासन 

चामुण्डा स्टेंडर्ड मिल के श्रमिक पहुंचे थे कलेक्टर को ज्ञापन देने......


देवास। विगत एक माह पहले से चामुण्डा स्टेंडर्ड मिल के श्रमिक अपनी विभिन्न मांगों व मिल पर बकाया राशि को लेकर आंदोलन कर रहे है। गुरुवार सुबह 11.30 बजे चामुण्डा स्टेंडर्ड मिल के श्रमिक बड़ी संख्या में अपनी बकाया राशि देने की मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे। श्रमिकों की मांग थी कि ज्ञापन लेने कलेक्टर चंद्रमोली शुक्ला आए लेकिन ज्ञापन लेने अपर कलेक्टर आए थे। इस बात से नाराज श्रमिक कलेक्टर कार्यालय से निकले और एबी रोड़ पर चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम के दौरान मार्ग के दोनों और वाहनों की लंबी-लंबी कतारे लग गई। करीब आधे घंटे तक श्रमिक नारेबाजी करते रहे। कुछ देर बाद मौके पर पहुंची तहसीलदार पुनम तौमर ने श्रमिकों को आश्वासन देते हुए कहा कि आगामी सात दिवस में श्रमिकों की बैठक चामुण्डा स्टेंडर्ड मिल प्रबंधक से करवाई जाएगी और श्रमिकों की बकाया राशि के बारे में चर्चा करेंगे। उक्त आश्वासन के बाद श्रमिक मान गए और उन्होंने चक्काजाम खत्म करते हुए अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन अपर कलेक्टर को सौंपा गया।



नारेबाजी कर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे श्रमिक

कंपनी श्रमिक बाबूलाल मंडलोई एवं केसरसिंह गुर्जर ने बताया गुरूवार को प्रदेश कांग्रेस महामंत्री प्रदीप चौधरी एवं समाजसेवी इंदर सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में समस्त श्रमिक घर परिवार की महिलाओं के साथ सडक़ पर उतरे। पूरे बालगढ़ में नारेबाजी कर रैली निकाली। तत्पश्चात बालगढ़ रोड़ स्थित भोलेनाथ मंदिर पहुंचे। जहां श्रमिकों ने भोलेनाथ जी आरती कर प्रदर्शन रैली को आगे बढ़ाया। वहां से समस्त श्रमिक व महिलाएं हाथों में तकतियां लेकर नारेबाजी करती हुई रैली के रूप में चलना प्रारंभ हुई। रैली मीरा बावड़ी, केदारेश्वर मंदिर, महेश टॉकीज, तीन बत्ती चौराहा, नॉवेल्टी चौराहा, तहसील चौराहा होते हुई जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंची।



कलेक्टर नहीं आए तो कर दिया था चक्काजाम

श्रमिक व मौजूद महिलाओं के साथ अन्य लोग कलेक्टर को ज्ञापन देने के लिए अड़ गए, कलेक्टर ज्ञापन लेने नहीं पहुंचे तो सभी कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठ गए और नारेबाजी की। वहां उपस्थित वरिष्ठ पदाधिकारियों ने कुछ देर श्रमिकों को संबोधित करते हुए स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रशासन पर तंज कसा। जिला कलेक्टर जब मौके पर ज्ञापन लेने नहीं पहुंचे तो सभी श्रमिकों व महिलाओं ने मुख्य गेट से अंदर घुसने की कोशिश की, लेकिन उसके बाद भी जिला कलेक्टर ज्ञापन लेने नहीं आए। तब आक्रोशित होकर समस्त पीड़ीत श्रमिक और महिलाओं ने मिलकर एबी रोड पर चक्का जाम कर दिया और जमकर नारेबाजी की। देखते ही देखते हाईवे पर लंबा जाम लग गया। इस दौरान भारी पुलिस बल भी मौके पर मौजूद रहा। 





सात बार दे चुके है ज्ञापन, नहीं निकला कोई हल

कांग्रेस नेता मनोज राजानी व प्रदीप चौधरी ने बताया कि विगत 8 वर्षों से चामुण्डा स्टेंडर्ड मिल बंद है। लेकिन श्रमिकों का पिछला वेतन बकाया है। पिछले दिनों बैंक द्वारा निलामी में स्टेंडर्ड मिल व जमीन को े किसी कालोनाइजर ने खरीद लिया। वर्षों से मेहनत करने वाले इन श्रमिकों के वेतन का निराकरण कोन करेगा। श्रमिक सात बार अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन दे चुके है। बावजूद इसके अभी तक श्रमिकों का कोई निराकरण नहीं हो पाया है।  यही नहीं श्रमिकों ने पिछले दिनों देवास के स्थायी जनप्रतिनिधियों के सहयोग न मिलने पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की आरती तक उतार दी थी। कई जतन करने के बाद भी श्रमिकों की समस्याओं का समाधान नहीं हो सका। आखिर आज श्रमिकों ने चक्काजाम भी कर दिया। 



सात दिनों का दिया आश्वासन

प्रदर्शन के दौरान जिला शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयप्रकाश शास्त्री पहुंचे। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा की। अंत में श्रमिकों ने श्री चौधरी के साथ मिलकर डिप्टी कलेक्टर अभिषेक सिंह एवं तहसीलदार पूनम तोमर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन पश्चात प्रशासनिक अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि सात दिवस के अंदर कम्पनी के मुख्य लोगों से बैठक कराकर जल्द से जल्द समस्या का निराकरण करायेंगे। तब जाकर चक्का जाम और विरोध प्रदर्शन खत्म हुआ। 


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