मुख्यमंत्री ने किया 4K डिजिटल तारामंडल का उद्घाटन, डोंगला बनेगा ‘काल गणना नगरी:
डोंगला वेधशाला में शून्य छाया दिवस पर कार्यशाला सम्पन्न, मुख्यमंत्री ने किया डिजिटल तारामंडल का लोकार्पण-
भारत सागर न्यूज/उज्जैन(संजय शर्मा) – 22 जून,डोंगला स्थित वराहमिहिर वेधशाला में शनिवार को शून्य छाया दिवस के अवसर पर खगोल विज्ञान और भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 1.6 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित अत्याधुनिक 4K प्रोजेक्टर युक्त वातानुकूलित डिजिटल तारामंडल का लोकार्पण किया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों के साथ संवाद करते हुए सूर्य परिचालन, कालगणना और भारतीय विज्ञान की परंपरा पर चर्चा की। उन्होंने शंकु यंत्र की सहायता से सूर्य की छाया के अदृश्य होने की दुर्लभ खगोलीय घटना का अवलोकन किया और इसकी वैज्ञानिक व्याख्या प्रस्तुत की।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा, "डोंगला को एक बार फिर काल गणना नगरी के रूप में स्थापित किया जाएगा। हमारा प्राचीन ज्ञान और वैज्ञानिक दृष्टिकोण आज के युग की दिशा तय कर रहा है।"
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा योग और भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों को वैश्विक मंच पर स्थापित करने के प्रयासों की भी सराहना की।
यह भी पढ़े : सिंहस्थ-2028: सुपरविजन कमेटी ने उज्जैन जिले के 25 कार्यों सहित कुल 40 प्रोजेक्ट्स को दी मंजूरी !
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को खगोल विज्ञान के साथ-साथ भारतीय ज्ञान परंपरा की आधुनिक वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जानकारी दी गई।
इस अवसर पर मध्यप्रदेश विज्ञान परिषद एवं भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के बीच भारतीय ज्ञान परंपरा के संरक्षण और प्रसार के लिए एक समझौता (MoU) भी हस्ताक्षरित किया गया। साथ ही आगामी ड्रोन एवं रोबोटिक्स हैकाथॉन और एक अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक सम्मेलन के पोस्टर का विमोचन भी किया गया।
कार्यक्रम में खगोलविद, वैज्ञानिक, शिक्षाविद, छात्र एवं गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। आयोजन ने विज्ञान, तकनीक और परंपरा के समन्वय का एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया।
Comments
Post a Comment