मतदाता बीएलओ से जमा फार्म की प्राप्ति रसीद अवश्य प्राप्त करें: पूर्व विधायक गुर्जर
- शिकायत पर निर्वाचन अधिकारी द्वारा बीएलओ को कोई निर्देश नही, मुख्य चुनाव पदाधिकारी भोपाल से मिलेगा कांग्रेस प्रतिनिधि मण्डल,,,
भारत सागर न्यूज/नागदा । क्षेत्र के समस्त मतदाताओं जिन्होंने एसआईआर गणना प्रपत्र/फार्म बीएलओ को जमा कराये है उनसे प्राप्ति रसीद अवश्य रूप से प्राप्त करें यदि बीएलओ ने राजनैतिक दबाववश उनका फार्म अपलोड नही किया तो आगामी 09 दिसम्बर 2025 को प्रकाशित वोटर लिस्ट में नाम नही आया तो उनके दावें/आपत्ति का आधार भी खत्म हो जाएगा।
21 दिन बीत जाने के बावजुद भी नागदा-खाचरौद विधानसभा में 50 प्रतिशत फार्म भी अपलोड नही हो पाए है सिर्फ 09 दिन शेष बचे है जिससे कि हजारों मतदाता का नाम मतदाता सूची से षडयंत्र पूर्वक वंचित कर दिया जाएगा।
पूर्व विधायक दिलीपसिंह गुर्जर ने बताया कि पूर्व में निर्वाचन अधिकारियों को लिखित में शिकायत कर अवगत कराया था कि बीएलओ द्वारा एक-एक फार्म मतदाताओं को उपलब्ध कराये जा रहे है तथा एक फार्म पर हस्ताक्षर/अंगुठा लगाकर बीएलओ अपने पास रख रहे है मतदाता द्वारा जब अपना फार्म जमा किया जाएगा यदि उस समय उसे बदलकर बीएलओ पास रखे फार्म में गलत जानकारी भर देगें तो मतदाता सूची से उनका नाम वंचित किया जा सकता है परंतु जमा फार्म की हस्ताक्षरयुक्त प्राप्ति रसीद चुनाव आयोग के निर्देश के बाद भी मतदाताओं द्वारा मांगने पर भी बीएलओ द्वारा नही दी जा रही है जो एक षडयंत्र की ओर इशारा कर रही है परंतु निर्वाचन अधिकारियों द्वारा शिकायत को अनदेखा कर बीएलओ को कोई निर्देश प्रदान नही किए गए हैं।
पूर्व विधायक गुर्जर ने कहा है कि भाजपा नेता बीएलओ को सत्ता का भय दिखाकर गुप्त रूप से उनकी मीटिंग लेकर यह बताया जा रहा है कि विपक्षी विचारधारा के हजारों वास्तविक मतदाताओं को सूची से हटाने के निर्देश देकर संगठित प्रयास किए जा रहे है।अनपढ व वरिष्ठ मतदाता के फार्म बीएलओ द्वारा स्वयं भरे जा रहे है फार्म भरते समय बीएलओ द्वारा मतदाताओं की गलत जानकारी लिखी जा रही है जिससे कि उनके फार्म वोटर लिस्ट के लिए पात्र नही रहेगें।
मृत, शिफ्टेड, शादीशुदा या डबल मतदाताओं के वास्तविक नाम नही हटाए जा रहे है उनके स्थान पर सक्रिय व वैध मतदाताओं को मृत/शिफ्टेड/शादीशुदा/डबल कैटेगरी में डालकर हजारों वास्तविक मतदाताओं को हटाने का षडयंत्र किया जा रहा है यह लोकतांत्रिक अधिकार का सीधा हनन है। बीएलओ को घर-घर भ्रमण के दौरान फार्म-6 और डिक्लेरेशन फार्म साथ रखना आवश्यक है, ताकि यदि कोई नया मतदाता जुडना चाहे तो उसको फार्म उपलब्ध कराया जा सके बीएलओ से फार्म-6 मांगने पर उनके द्वारा यही कहा जा रहा है कि हमें फार्म उपलब्ध ही नही कराये है बाद में उपलब्ध होगें जिसके कारण नवीन मतदाता अपना फार्म भरने से वंचित रह रहे है।
वर्ष 2003 की मतदाता सूची में सैकडों मतदाता जिन्होंने विधानसभा चुनाव में मत किया था आयोग की प्रकाशित मतदाता सूची में उनकी नाम प्रदर्शित नही हो रहे है जिसके कारण वो अपने नाम ढुढने हेतू बीएलओ व तहसील कार्यालय के चक्कर लगा रहे है तथा जिन्होंने वर्तमान में फार्म मिले है परंतु वर्ष 2003 की जानकारी नही भरने के कारण उनके फार्म भी बीएलओ द्वारा जमा नही किये जा रहे है।
दोहरे मतदाता या अन्य क्षेत्र की वोटर लिस्ट में नाम चढने पर अन्य बीएलओ द्वारा अन्य पोलिंग स्थान पर नाम चढाया जाता है तो बीएलओ मोबाईल एप पर प्रदर्शित होता है तथा ईपीक नम्बर अन्य होने पर दुसरी वोटर लिस्ट में चढ जाता है इसकी इन्ट्री बीएलओ द्वारा नही की जा रही है।
चुनाव आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान गंभीर अनियमितता, राजनैतिक हस्तक्षेप, बीएलओ पर दबाव और मतदाता सूची में पक्षपातपूर्ण बदलाव कराने आदि बातों को लेकर आरोप व शिकायतें लगातार सामने आ रही है जिसको लेकर की गई शिकायतों पर भी जिले व तहसील के निर्वाचन अधिकारियों द्वारा कार्यवाही नही करने पर कांग्रेस का प्रतिनिधि मण्डल मुख्य चुनाव पदाधिकारी भोपाल से भेंटकर निष्पक्ष रूप से एसआईआर प्रक्रिया को पूर्ण कराने की मांग करेगें।



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