हाटपिपलिया में पारिवारिक से सरकारी बनाम राजनीतिक कार्यक्रम से दो विधायकों सहित कई भाजपा नेताओं ने बनाई दूरी

उपचुनाव से पहले गुटबाजी उजागर, शिलालेख भी गुटबाजी का शिकार


देवास / पंडित अजय शर्मा। भले ही भाजपा संगठन के आलाकमान देवास जिले में गुटबाजी समाप्त होने के दावे का राग आलाप रहे हो किंतु जमीनी हकीकत अब सामने आती ही जा रही है। मंगलवार को हाटपीपल्या में राजनीतिक संत कहे जाने वाले  मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. कैलाश जोशी  की प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के  साथ-साथ राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा कार्यक्रम में प्रमुख रहे । कार्यक्रम से जिले के दो भाजपा विधायकों के साथ ही हाटपीपल्या से जुड़े आधा दर्जन से ज्यादा भाजपा नेताओं ने दूरी बना ली और वे कार्यक्रम में नहीं पहुंचे, जिससे भाजपा की गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है। गुटबाजी के चलते षिलालेख मेंं लिखे गए नाम में भी दिखी तो रातोरात षिलालेख बदलना पड़ा। इन्हीं सब गुटबाजी कारणों के चलते हाटपीपल्या विधानसभा उपचुनाव मैं कांग्रेस से आए भाजपा प्रत्याशी को अपने क्षेत्र में कई परेशानी और चुनौतियों का सामना भी करना पड़ेगा।
ब्रह्मा, विष्णु, महेश लिखेंगे विकास का नया अध्याय-  महेंद्र सिंह सोलंकी
सांसद महेंद्रसिंह सोलंकी ने कहा कि विकास का नया अध्याय सीएम शिवराजसिंह, वीडी शर्मा और महाराज (सिंधिया) ने शुरू किया है। 15 माह कांग्रेस सरकार में जनता खुद को लावारिस महसूस कर रही थी पर शिवराजजी और वीडी भाईसाहब और महाराज ने जनता का हाथ थामा। कांग्रेस में भी महाराज जनता के लिए सरकार से लड़ रहे थे। सडक़ पर आने की बात कही तो कांग्रेसी अपमान करने लगे। उन्होंने कांग्रेस को ही सडक़ पर ला दिया। शिवराज, महाराज और वीडी शर्मा के रूप में अब ब्रह्मा, विष्णु, महेश  हैं जो विकास का नया अध्याय लिख रहे हैं। 


पिताजी (स्व. कैलाश जोशी जी) के जाने के बाद बागली वेंटिलेटर पर है- दीपक जौशी 
पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने कहा कि पिताजी (कैलाश जोशी) ने कभी मुझे उत्तराधिकारी नहीं  बनाया। उनकी खिंची लकीरों पर मैं भी नहीं चल पाया। मुझसे भी गलतियां हुईं। बागली स्व. जोशी की कर्मभूमि है। हमारी धड़कन है। जोशीजी के जाने के बाद बागली वेंटिलेटर पर है। इसे जिला बनाया जाना चाहिए। 
हमसे बोले थे जोशीजी - मेरे लायक कुछ काम हो तो बताना- वीडी शर्मा
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि जिन्होंने मप्र में भाजपा को स्थापित किया, सिद्धांतों को स्थापित किया उनकी प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में आकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। जब जोशीजी अस्वस्थ थे तब राकेशजी और मैं मिलने गए थे। जोशीजी ने राकेशजी से कहा था कि मेरे लायक कुछ काम हो तो बताना अध्यक्षजी। इसे कहते हैं कार्यकर्ता। उम्र के इस दौर में भी वे पार्टी के लिए काम करने को तत्पर और तैयार थे। जोशी ने कांग्रेस सरकार को घेरते हुए कहा कि कमलनाथ-दिग्विजय सिंह ने मप्र को बर्बाद कर दिया।  कमलनाथ तो उद्योगपति हैं वे तो छिंदवाड़ा के लिए ही काम करते रहे पर सरकार दिग्विजय सिंह चला रहे थे। हम सिर्फ छिंदवाड़ा के विकास के लिए राजनीति नहीं करते, पूरे प्रदेश के विकास के लिए काम करते हैं। 
241 करोड़ की नलजल योजना की घोषणा... 
कार्यक्रम में सीएम ने  241 करोड़ रुपए की नलजल योजना की स्वीकृति की घोषणा की। योजना से हाटपीपल्या एवं आसपास के 103 गांव में जल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। हाटपीपल्या माइक्रो सिंचाई योजना की भी घोषणा की और कहा कि इस सिंचाई योजना से हाटपीपल्या और आसपास के विभिन्न गांवों की 96 हजार 800 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई संभव हो सकेगी। सीएम ने मौके पर ही हितग्राहियों को वन अधिकार पट्टों का वितरण किया तथा पथ विक्रेता योजना अंतर्गत विभिन्न हितग्राहियों को 10-10 हजार रुपए के चेक वितरित किए। लाड़ली लक्ष्मी योजना का चेक भी दिया। स्वागत भाषण जिलाध्यक्ष राजीव खंडेलवाल ने दिया। सीएम ने कार्यक्रम में 25 करोड़ के कार्यों का भूमिपूजन एवं शिलान्यास किया। स्व. जोशी के 91वें जन्मदिवस के अवसर पर 91 हजार कॉपियों का अनावरण किया। ये कॉपियां छात्र-छात्राओं में वितरित की जाएंगी। 
बागली को जिला बनाने की घोषणा 
षिवराजसिंह चौहान ने जहां सांसद को बाहुबली बताकर प्रषंसा की वहीं बागली को जिला घोषित करने के लिए बागली के नेताओं व जनप्रतिनिधियों के सामने दीपक जोषी से नाराजगी भी जाहिर की। इस अवसर पर उपस्थिति लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री स्व. कैलाश जोशी की स्मृति को याद करते हुए कहा कि स्व. जोशी जी सशरीर हमारे बीच नहीं है लेकिन  वे सदैव हम सब का पथ प्रदर्शन करते रहेंगे। हाटपीपल्या न केवल उनकी जन्म भूमि थी अपितु कर्मभूमि भी थी। स्व. जोशी जी की इच्छा का सम्मान करते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बागली तहसील को जिला बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर प्रदेश को पुनः नंबर वन प्रदेश बनाएंगे इसमें कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने उपस्थिति लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व सरकार ने किसानों के सिर पर ब्याज की गठरी लाद दी थी उस गठरी को हम उतारेंगे।
क्यों भाजपा के कई नेताओं ने कार्यक्रम से दूरी बनाई ?
पहले तो इस कार्यक्रम को पारिवारिक कार्यक्रम के रूप में प्रचारित किया गया, किंतु एनवक्त पर सरकारी कार्यक्रम घोषित कर दिया गया, वही इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा कई कार्यक्रम व कोरोना संबंधी बैठक सहीत   भूमि पूजन कर उप चुनाव को मद्देनजर  रखते हुए  दीपक जोशी को  अपने साथ रख कार्यक्रम को सरकारी बनाम राजनीतिक कार्यक्रम भी बना दिया गया । प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वी.डी. शर्मा अतिथि के रूप में मौजूद थे। इस कार्यक्रम में अंतिम समय तक भाजपा के कई नेताओं को आने के लिए निमंत्रण नहीं दिये गए थे। सिर्फ यह कहा गया था कि प्रबंधन समिति की बैठक में आपको उपस्थित रहना है। इस बात से खफा होकर जिले के दो विधायक गायत्रीराजे पवार व आशीष शर्मा सहित जिला पंचायत अध्यक्ष नरेंद्रसिंह राजपूत, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष नंदकिशोर पाटीदार, बहादुर मुकाती, पूर्व पापुनि अध्यक्ष रायसिंह सेंधव, जिपं उपाध्यक्ष दौलत तंवर, पूर्व जनपद उपाध्यक्ष हुकुम मुकाती, केशरसिंह देवगढ़ सहित कई नेताओं ने कार्यक्रम से दूरी बना ली।
मंच पर उपस्थित देवास के दिग्गज नेता 
फलस्वरूप मंच पर देवास जिले के कुछ दमदार नेता ही दिखाई दिये। मंच पर भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव खण्डेलवाल, सांसद महेंद्र सोलंकी, बागली विधायक पहाड़सिंह कन्नौजे, पूर्व विधायक दीपक जोशी, पूर्व विधायक मनोज चौधरी, पूर्व विधायक राजेंद्र वर्मा, पूर्व जिपं अध्यक्ष नारायणसिंह चौधरी आदि बैठे दिखाई दिये।
उल्लेखनीय है कि भाजपा ने उपचुनाव में हाल ही में कांग्रेस से आए मनोज चौधरी को प्रत्याशी घोषित करने के बाद दीपक जोशी ने बगावती तेवर दिखा दिये थे और उन्हें मनाने के लिए भाजपा आलाकमान ने कई नेताओं को देवास भेजा था। उनके तेवर ठंडे होते उससे पहले ही दूसरे गुट के नेताओं ने मोर्चा खोल दिया था और अपनी बात भाजपा आलाकमान तक भिजवाई थी। भाजपा आलाकमान ने बगावती तेवर ठंडे तो कर दिये, किंतु अंदर ही अंदर सुलग रही बगावत की आग को बुझाने के लिए कोई प्रयास नहीं किये। और जो प्रयास किए गए इन बगावती नेताओं की उम्मीद से बहुत कम व ना के बराबर लगा लिहाजा मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में हाटपीपल्या से जुड़े कई नेताओं ने दूरी बनाकर यह जता दिया है कि आगामी उपचुनाव में नाराजगी भाजपा को भारी पड़ सकती है।
नेताओं की गुटबाजी का शिकार होते देख रातों-रात बदलना पडा शिलालेख
जहां एक ओर हाटपीपल्या विधानसभा उपचुनाव का शंखनाद हो चुका है। वहीं दूसरी ओर भाजपा में गुटबाजी भी चरम पर पहुंच चुकी है। इससे अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि हाटपीपल्या में पूर्व मुख्यमंत्री स्व. कैलाश जोशी के प्रतिमा अनावरण में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से ही कई नेताओं व दो मौजूदा विधायकों ने कन्नी काट ली। इसके पीछे बड़ा कारण बताया जा रहा है कि जो शिलालेख लगा था, उस पर सिर्फ मुख्यमंत्री का ही नाम था। जब इस बात की भनक पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र दीपक जोशी को लगी तो रातों-रात शिलालेख बदलने की योजना बनाई गई और फिर उसे मूर्तरूप भी दे दिया और नए शिलालेख पर मुख्यमंत्री के नाम के साथ राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वी.डी. शर्मा, सांसद महेंद्र सोलंकी, विधायक गायत्रीराजे पवार, आशीष शर्मा व पहाड़सिंह कन्नौजे के नाम भी शामिल किए गए, किंतु तब तक नेताओं का आक्रोश चरम पर पहुंच गया था और कार्यक्रम से दूरी बनाने का निर्णय हो चुका था। उधर शिलालेख बदले जाने की बात आम कार्यकर्ता से लेकर बड़े नेता तक फैल चुकी थी और दोनों शिलालेख के फोटो भी वायरल हुए थे। हालांकि इस बात से यह साबित भी हो गया कि हाटपीपल्या में भाजपाई राजनीति में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है और यदि यही हाल रहे तो भाजपा प्रत्याशी मनोज चौधरी को उपचुनाव में परेशानी के साथ कई चुनौतियां भी आडे़ आ सकती है।


कार्यक्रम में बागली विधायक पहाड़सिंह कन्नौजे, पूर्व विधायक राजेंद्र वर्मा, मनोज चौधरी, भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष  अभिलाष पांडे, पूर्व जिलाध्यक्ष गोपीकृष्ण व्यास सहित अन्य मंचासीन थे। महामंत्री प्रदीप नायर, भाजयुमो सोशल मीडिया संभागीय संयोजक जयवर्धन जोशी, ब्रजमोहन धूत, गणपत पटेल, महेश दुबे, मंडलाध्यक्ष ग्रामीण देवकरण पाटीदार, शिप्रा मंडलाध्यक्ष पवनसिह पंवार, पूर्व मंडलाध्यक्ष ईश्वर सिंह बरखेड़ी, धर्मेंद्र चौधरी, पूर्व जिला महामंत्री राजेश यादव, नर्मदा प्रकल्प के जिला संयोजक सुनील पुरोहित, भाजपा मंडल महामंत्री धीरजसिह सेंधव, आत्माराम जाट, पूर्व मंडी अध्यक्ष महेन्द्र यादव, भाजपा नेता रमेशचन्द्र जायसवाल, पोपेंद्रसिह बग्गा, शारदा बोथरा, विनोद जोशी, अमोल राठौर, अजय जोशी, प्रवीण चौधरी, सूरजसिंह दरबार सहित अनेक भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे। 
कार्यक्रम की व्यवस्थाओं को लेकर भाजपा नगराध्यक्ष नीलकंठ जोशी ने प्रशासनिक अधिकारियों को आभार व्यक्त किया। संचालन पदम भंडारी ने किया। आभार भाजपा बरोठा मंडलाध्यक्ष जगदीश चौधरी ने माना। र्प्रशासनिक अधिकारीगणों में कमिश्नर आनंद कुमार शर्मा, आईजी राकेश गुप्ता, कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला,  पुलिस अधीक्षक डॉ. शिवदयाल सिंह, डीएसपी किरण शर्मा, एसडीओपी, सीएसपी, टीआई सहित सीईओ जिला पंचायत शीतला पटले व अन्य उपस्थित थे।


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