Crime Special - पुलिस की कार्यवाही पर सराहना या प्रश्न चिन्ह ? वर्षों से जारी अवैध कारोबार पर पुलिस का डंडा !



  • क्यों अबसे पहले मुखबिर नही हुए सक्रिय ? 
  • सालिगराम ढाबे के पीछे आखिर कब से जारी था अवैध कारोबार ? 
  • और किसके संरक्षण में हो रही थी काली कमाई  ? 
  • अवैध शराब, पेट्रोल और डीजल चोरी, काला ऑइल और कई अवैध गतिविधियों में सक्रिय आरोपी ? 
  • पुलिस की कार्यवाही पर सराहना या प्रश्न चिन्ह ? 

राहुल परमार, देवास । समाचार है कि कालाबाजारी के लिए अवैध संग्रहण किए जा रहे डीजल(Diesel) , काला आईल और अवैध शराब पर पुलिस (Police)ने आधी रात में कार्यवाही कर 26 लाख 72 हजार का मश्रुका जप्त करने में सफलता हासिल की । वैसे इस मामले का खुलासा पुलिस (Police)  प्रेस नोट के माध्यम से पहले कर चुकी थी और आज की प्रेस वार्ता में भी कर दिया। पुलिस के प्रेस नोट के अनुसार पुलिस अधीक्षक देवास डॉ शिवदयाल सिंह द्वारा जिला देवास में कालाबाजारी , अवैध गतिविधियो पर अंकुश लगाने हेतु आदेशित किया गया था । जिसमे पुलिस की टीम ने कार्यवाही करते हुए ग्राम खटाम्बा के सालगराम ढाबे के पीछे अवैध रूप से कालाबाजारी के लिए अवैध संगृहण किए जा रहे के स्थान पर दबिश दी। 

दबिश मे बडी मात्रा मे डीजल और काला आईल एवं अवैध शराब जप्त की गई , जिसमे 200-200 लीटर के कुल 10 ड्रम काला आईल करीब 2000 लीटर, कीमत एक लाख रूपए , 05 काले आईल के 200-200 लीटर के खाली ड्रम सहित एक टैंकर एमपी 09 के बी 6212 पम्प लगा हुआ  जिसमे करीब 3000 लीटर काला आईल भरा था , कीमत करीब 25 लाख रूपए , 03 ड्रम 200-200 लीटर के जिनमे कुल 500 लीटर डीजल भरा हुआ , एवं डीजल नापन की माप , झब्बी , मोटर आदि जप्त की गई , तलाशी मे उक्त अवैध संग्रहण के अलावा अवैध 24000 रू कोमत की 04 पेटियो मे भर 150 क्वार्टर अंग्रेजी शराब अलग - अलग कंपनी की करीब 30 लीटर जप्त की गई । 

मौके से आरोपी ढाबा संचालक हुनेरसिंह पिता अंतरसिंह धाकड नि. खटाम्बा को गिरफ्तार कर थाना बैंक नोट प्रेस देवास में धारा 185 भादवि एवं आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया ।

यहाँ पुलिस की कार्यवाही पर प्रश्न चिन्ह इसलिए भी खड़ा होता है क्योंकि इस स्थान पर पिछले कई वर्षों से इस प्रकार का अवैध कारोबार संचालित होता था। जिसकी जानकारी संभवतः पुलिस, प्रशासन और आमजन को थी। जिसका एक हिस्सा भी मासिक बन्दी के रूप में जाया करता था । ऐसे में पुलिस की कार्यवाही वो भी मुखबिरी से , तो प्रश्न चिन्ह भी लाजमी है । 

यहाँ एक प्रश्न और भी है। वो यह कि यह स्थान देवास-भोपाल मुख्य मार्ग पर स्थित है। यदि मुख्य मार्गो पर ही पुलिस को जानकारी मुखबिरों से मिल रही है तो पुलिस आखिर कर क्या रही है ? क्या पुलिस मुख्य मार्गां पर भी मुखबिर के भरोसे ही बैठी है। 



बहरहाल देर आये दुरस्त आये । उक्त कार्यवाही से यकीनन कई लोगो की मासिक बंदियों पर प्रभाव तो पड़ेगा ही साथ ही कई राजनीतिक लोगों की नाराजगी भी पुलिस को झेलना पड़ सकती है। लेकिन यहाँ क्रिया पर प्रतिक्रिया जैसी कोई बात भी नही बन रही है। इससे पूर्व भी इस क्षेत्र में एक बार कार्यवाही हो चुकी है लेकिन कुछ दिनों बाद यह कालाबाजारी फिर से शुरु हो जायेगी। 

देखना यह होगा कि इसी प्रकार का अवैध कारोबार इंदौर बैतूल नेशनल हाईवे और अन्य मुख्य मार्गो  पर भी जारी हो सकता है और शहर के बायपास पर स्थित कई ढाबों का संचालन तो शायद अवैध कामों के लिए ही किया जाता है। यदि पुलिस के मुखबिर यहाँ भी सक्रिय होते हैं तो हो सकता है कि अवैध कालाबाजारी का एक बड़ा जखीरा सामने आ जाये और पुलिस कप्तान को एक बार फिर बेहतरीन कार्य के लिए सराहना मिले। 


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