आध्यात्मिक सत्ता की रोशनी हमें स्वतंत्रता का मार्ग प्रशस्त करती है - ब्रह्माकुमारी प्रेमलता दीदी
- रामराज लाने में जितनी जरूरत राजनीति सत्ता की है, उतनी ही आध्यात्मिक सत्ता की भी है.. प्रेमलता दीदी
भारत सागर न्यूज/देवास। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय कालानी बाग सेंटर पर गणतंत्र दिवस के अवसर पर संस्था की जिला संचालिका ब्रह्माकुमारी प्रेमलता दीदी द्वारा अतिथियों की उपस्थिति में ध्वजारोहण किया गया। मुख्य अतिथि आलोक साहू, सुनील तालरेजा, उदय कावडे, विवेक ढबले, ऋषिका तालरेजा थे। भारत में हर वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। क्योंकि इस दिन भारत में संविधान बना और इसे लागू किया गया। यह दूसरा राष्ट्रीय पर्व है।26 जनवरी 1950 को भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया गया था। यह दिन हमें संविधान लोकतंत्र और आजादी के महत्व की याद दिलाता है। हमें देश के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाने की प्रेरणा देता है। ब्रह्माकुमारी प्रेमलता दीदी ने कहा कि भारत बनाने में या रामराज लाने में जितनी जरुरत राजनीति सत्ता की है। उतनी ही जरूरत आध्यात्मिक सत्ता की भी है। क्योंकि आध्यात्मिक सत्ता की रोशनी हमें सच्ची स्वतंत्रता का मार्ग प्रशस्त करती है। कार्यक्रम में संस्था से जुड़े भाई-बहन एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
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