शिक्षा अधिकार कानून की उड़ रही धज्जियां, स्कूलों में ताले और सन्नाटा!






भारत सागर न्यूज/आष्टा। आष्टा ब्लॉक शिक्षा अधिकार कानून की उड़ रही धज्जियां, स्कूलों में ताले और सन्नाटा।  ब्लॉक के दूर-दराज गांवों में स्थित सरकारी स्कूलों की हालत बेहद खराब है। कई स्कूल तय समय पर खुलते ही नहीं और शिक्षक अपनी ड्यूटी को गंभीरता से नहीं लेते। 





आज दिनांक 26 जून 2025 को शासकीय प्राथमिक शाला निमावरा में एक भी शिक्षक स्कूल नहीं पहुंचा, जिससे बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह से प्रभावित रही। वहीं शासकीय माध्यमिक शाला नानजीपुरा में तो हाल और भी खराब रहे — यहां स्कूल का ताला तक नहीं खुला और बच्चे स्कूल के बाहर खड़े रह गए।





यह कोई पहली बार नहीं है। ग्रामीणों के अनुसार शिक्षक रोज देर से आते हैं और समय से पहले ही स्कूल बंद कर देते हैं। कई बार स्कूल 4 बजे से पहले ही ताले में बंद कर दिया जाता है, जबकि बच्चों को पूरे समय तक पढ़ाई का हक है। यह सब साफ तौर पर शिक्षा के अधिकार कानून का उल्लंघन है।




अब सवाल यह है कि क्या आष्टा बीआरसी महोदय इन गांवों की असली स्थिति को देखने के लिए कभी मौके पर जाएंगे? या फिर यह लापरवाही यूं ही चलती रहेगी और गरीब, वंचित परिवारों के बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाएंगे? जिम्मेदार अधिकारियों की चुप्पी भी अब कई सवाल खड़े कर रही है।

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