सती की कथा बताती है कि नारी का अपमान विनाश का कारण बनता है— वंदना श्री जी
देवासवासियों ने पहली बार देखी और सुनी अद्भुत देवी भगवत कथा
देवास। कथा तो मधुर ही होती है किंतु कानों से सुनी कथा मन में उतरती है। और कथा का दृश्य हृदय में स्थान बना लेता है देवी कथा को सुनकर जिस आनंद की अनुभूति हो रही है ऐसे ही आनंद की पराकाष्टा में परमानंद का दर्शन होता है । आद्यशक्ति के अनेक रूपों की कथा में देवी सति की कथा हमारे समाज को सचेत करती है। कि जब जब नारी का अपमान हुआ है तब तब सृष्टि में विनाश हुआ है । यह विचार चेत्री नवऱात्री में मिश्रीलाल नगर में हो रही श्रीमद देवी भागवत कथा में वंदना श्री ने व्यक्त करते हुए कहा किक माता सति के जन्म और भगवान शिव के विवाह का वर्णन सुनना परम पुण्यता का फल है कथा प्रसंग में शिव और सति के विवाह से लेकर दक्ष प्रजापति द्वारा किए गए यज्ञ में शिव का अपमान तथा सति का अग्निकुण्ड में भस्म होना को दृश्य के साथ बहुत ही सुंदर ढंग से चित्रित किया गया जिसे देखकर श्रोता भाव विभोर हो गए शिव की बारात का जो दृश्य पहली बार देखने को मिला श्रोता इसे कभी नहीं भूल सकेंगे। हजारों श्रोताओं ने चार घंटे कथा में आनंद प्राप्त किया । व्यासपीठ की पूजा गर्ग परिवार ने की बतौर अतिथि कवि सत्यनारायण सत्त्न,कवियत्री मोहिनी भुवन, जयसिंह ठाकुर, बंशीलाल राठौर, हरीश जुनेजा, विशाल यादव, मुकेश यादव, आदि उपस्थित थे।
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