नौसिखिए डॉक्टरों ने लगाया गलत इंजेक्शन, हो गई मासूम की मौत..!
दूसरा मामला आया सामने, अमलतास अस्पताल की लापरवाही फिर आई सामने
देवास। शहर से 8 किमी की दूरी पर स्थित अमलतास हॉस्पिटल हमेशा विवादों के घेरे में रहा है। डेढ़ वर्ष पहले भी गलत इंजेक्शन देने पर एक युवक विशाल यादव की मौत हो गई थी। जिसके बाद उसके परिजनों ने न्याय की गुहार कलेक्टर से लगाई थी लेकिन अब तक वह न्याय के लिए तरस रहे हैं। इसी के चलते आज एक तेरह माह की बच्ची जैनब पिता अब्दुल रहीम निवासी मल्हार कॉलोनी का ऑपरेशन 20 फरवरी को किया गया था। बताया गया है कि बच्ची के हाथों की उंगलियां चिपकी हुई थी और हाथों में 6 उंगलियां होने से उसका ऑपरेशन किया गया था। ऑपरेशन के बाद बच्ची को एनआईसीआयू में भर्ती किया गया था, जहां आज सुबह 4 बजे उसकी मृत्यु हो गई। बताया गया है कि परिजनों से अस्पताल प्रबंधक ने 70 हजार रुपये लिए थे। जबकि मृतिका की माता का आयुष्मान योजना अंर्तगत कार्ड भी बना हुआ था। जहाँ चिकित्सको ने कार्ड होने के बावजूद 70 हजार रुपये परिजनों से लिये। मामले को लेकर क्षेत्रीय पूर्व पार्षद अर्जुन चौधरी अमलतास अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने अस्पताल प्रबंधक से मांग की है कि जो भी दोषी चिकित्सक हो उस पर कार्रवाई की जाए। साथ ही परिजनों से लिये गए रुपये भी वापस दिए जाएं। वहीं मृतिका का पोस्टमार्टम भी चिकित्सको की पैनल बनाकर किया जाए। मामले को लेकर बीएनपी थाना पुलिस ने मर्ग कायम किया है और प्रकरण की जांच शुरू कर दी है। सवाल यह है कि आखिर पूर्व में हुई कठोर लापरवाही के कारण हुई मौत की अब तक निष्पक्ष जांच नही हो पाई है और एक नया मामला अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ सामने आ गया है । ऐसे में पुलिस और प्रशासन अस्पताल के विरुद्ध क्या कार्यवाही करेंगे।
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