गरीब छात्रों के राशन में की गई हेरा-फेरी, शासन द्वारा दिए गए राशन वितरण मे किया फर्जीवाडा !


सोनकच्छ।  सरकार जहाँ ऐसे कठिन, विषम परिस्थिति में गरीब परिवारों व राशन मुहाईया करने के लिए हर जिले, तहसील व ग्रामीण स्तर पर राशन वितरण करने के लिए अधिकारियों की नियुक्त किये गये है ताकि गरीब बच्चों को मध्याहन भोजन प्राप्त हो सके। 


गांव गंजपुरा में शा. प्राथमिक स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को मध्यान्ह भोजन करवाए जाने हेतू लॉक डाउन के तहत स्कूल बंद होने के कारण शा. प्राथमिक विद्यालय गंजपुरा ने पूजा स्वयं सहायता समूह द्वारा गंजपूरा में मध्यान भोजन कार्यक्रम के अंतर्गत अध्यक्ष पति अजय पिता दयाराम ने छात्रों के घर-घर जाकर राशन बाटा था, जिसमें मुख्यत: गेहूं 3 किलो व चावल 300 ग्राम प्रति छात्र के हिसाब से बाटना था जो उक्त मात्रा भी कम दी गई है। वही गंजपूरा निवासी भवानी शंकर, राजाराम, सुरेश, लाखन, प्रकाश, अनोखी लाल, लोकेश, ओमप्रकाश, गोपाल, दिलीप आदि छात्रों के पालकों द्वारा इसका विरोध किया गया और बताया कि यहां गेहूं जो अजय के द्वारा बाटा जा रहा है, खाने लायक नहीं है इसमें कंकड़, पत्थर, सूखे नीम की पत्ती व (घेसा) कचरा है यहां हमें नहीं चाहिए तो अजय ने कहा कि जिसको लेना है, लो वरना मत लो जिसको मेरी शिकायत करनी है करो मेरे पास तो आगे से यही गेंहू आया है यहीं गेंहू बाटुँगा, जाऔ मेरी शिकायत कर दो।


भवानी शंकर व अन्य पालकों ने मौके पर पंचनामा बनाया और फोन कर संबंधित अधिकारी को अवगत कराया मौके पर पहुंचे अधिकारी एम.एल. मालवीय खाद्य आपूर्ति अधिकारी सोनकच्छ ने जब मुआईना किया तो पाया गया कि वास्तव में गेहूं खराब बांटे गए हैं। मालवीय ने बताया कि मेरे द्वारा जांच की गई है तो चावल तो ठीक है पर गेहूं को देखकर लगता है, कि गेहूं को बदला गया है। क्योंकि हमारे दवारा साफ-स्वच्छ गेहूँ  बी आर सी के निर्देशानुसार सभी स्कूल के शिक्षकों को बांटने की अनुमति दी गई है इस विषय में शिक्षा विभाग द्वारा ही कार्रवाई की जानी चाहिए। 



शा. प्राथमिक विद्यालय गंजपूरा शिक्षक हीरालाल मालवीय से फोन पर बात की गई तो बताया गया कि में देवास में निवास करता हुँ, लॉक डाउन चल रहा है इस लिए गंजपूरा नहीं आ सका, मैंने राशन बांटने का कार्य पूजा स्वयं सहायता समूह गंजपुरा अध्यक्ष पति अजय पिता दयाराम गंजपूरा वाले को दे दिया था राशन को सेवा सह.संस्था मर्या. सांवेर से 1 क्विंटल 60 किलो गेहूँ, व 27 किलो चावल लाना था और गेहूं 3 किलो व चावल 300 ग्राम के पाउच बना कर प्रति छात्र को बाटना था। उसने गेहूँ किस क्वालिटी का बाटा होगा मुझे नही मालूम। 


सेवा सह. संस्था मर्या. सांवेर उचित मूल्य की दुकान के सेल्समेन सहयोगी कमल सिहं चौधरी से बात की गई तो बताया कि जो गेहूं की कट्टी दी गई है वह एकदम साफ स्वच्छ गेहूँ दिया गया था शायद बांटने वाले ने गेहूं की अदला बदली करी होगी।


अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सोनकच्छ को ज्ञापन दिया गया अधिकारी द्वारा कहा गया कि उक्त मामले की जांच की जाएगी।


 


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