कोरोना पॉजिटीव के दौर में देवास के अधिकारी नेगेटिव ! सट्टा, जुआ और शराब का अवैध परिवहन जोरों पर ?



राहुल परमार, देवास। आज के दौर में यदि किसी व्यक्ति की कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो वह अत्यंत खुश नजर आयेगा। लेकिन यदि पॉजिटीव आ गई तो वह काफी दबाव में आ जाता है। इस दौर में अधिकारियों के पॉजिटीव कार्य की अपेक्षा जनता करती है कि वह जनता की भलाई के लिए जनता के हित में सही फैसला लेंगे। लेकिन अधिकारी सत्ताधारी नेताओं के दबाव में बने बनाये नियमों को लेकर जिले को संचालित करने में लगे हुए हैं। वहीं इन्ही सत्ताधारी नेताओं के दबाव में अधिकारियों के काम करने की श्रेणी नेगेटिव हो चुकी है। सुत्रों की जानकारी के अनुसार पिछले दिन पुलिस के आला अधिकारियों को शहर में संचालित अड्डो की सूचना प्राप्त हुई थी लेकिन जिम्मेदारों की सेटिंग के चलते उक्त क्षेत्र में कार्यवाही न हो सकी । इसका मुख्य कारण यह भी रहा कि जो व्यक्ति यह सट्टे का काम संभालता है या फिर संरक्षित करता है, वह देवास के बड़े राजनेताओं से जुड़ा होना बताया जा रहा है। भई ये भी इनके कमाने के दिन हैं जिसकी सरकार रहे उन्हीं नेताओं के छर्रों को यह ठेका दिया जाता है। जानकारी अनुसार भवानी सागर क्षेत्र के आसपास किसी घर में सट्टे के संचालन की सूचना जिम्मेदारों को मिली थी। लेकिन सटोरियों के सुत्र पुलिस से भी तगड़े निकले। शाम होते-होते व्यवस्था जम चुकी थी। फिर पुलिस पंहुच भी जाती तो जाने का कोई औचित्य नही रह जाता। या फिर यह भी कहा जा सकता है कि कोई उन्हें बचाना भी चाहता हो। आखिर मैनेज करने का सारा जुगाड़ इन्हीं अवैध धंधों में से तो होगा। 

बात करें अवैध शराब की तो यह वही क्षेत्र हैं जहां एक बार आबकारी की टीम पर पत्थर बरसाए गए थे। आबकारी विभाग यहां कार्यवाही करने पंहुचा था लेकिन इधर के संरक्षण प्राप्त बदमाशों ने उन पर पत्थर बरसा दिए थे। इसी क्षेत्र के अलावा शहर भर में धड़ल्ले से शराब का अवैध कारोबार चरम पर है। अवैध परिवहन पर तो कार्यवाही दूर की बात उल्टा जिम्मेदार ही बोल देते हैं कि हम लायसेंसी की दारु नही पकड़ेंगे ! 

आखिर बीच शहर में संचालित होने वाले इन अवैध धंधों पर देवास के अधिकारी नेगेटिव क्यों हैं ? न तो वे फोन उठाना सही समझते हैं और न ही इन पर कार्यवाही करना। अधिकारियां द्वारा केवल उनके फोन उठाये जाते हैं जिनसे या तो उन्हें कुछ शुभ लाभ हो या फिर जो उनके मीठे वचनों की भाषा उनके पक्ष में छापे । नेगेटिव तो हम भी नही लेकिन लोकतंत्र में अधिकारों की समानता जरुर रखते हैं। और ऐसे अधिकारियों (जो इन अवैध व्यापारों को चलने में संरक्षण प्रदान कर रहे हैं) को जनता शहर में नही देखना चाहती है। 


Comments

Popular posts from this blog

हाईवे पर होता रहा मौत का ख़तरनाक तांडव, दरिंदों ने कार से बांधकर युवक को घसीटा

मध्यप्रदेश की विधानसभा के विधानसभावार परिणाम .... सीधे आपके मोबाइल पर | election results MP #MPelection2023

होटल कर्मचारी ने दिया ईमानदारी का परिचय, लोटाया पैसों और गहनों से भरा बैग