कहीं पाईप लाईन न बिगाड़ दे किसानों की लाईफ लाईन ! मामला ग्रामीण क्षेत्र में किसानों की जमीन के मुआवजे का !
राहुल परमार, देवास। एक ओर किसानों के मुद्दों पर देश में माहौल सा बना हुआ है। चाहे वह दिल्ली की बॉर्डर पर चल रहे प्रोटेस्ट का हो या कहीं किसी कारण कोई शिकायत न कर पाये एक ग्रामीण किसान का !
जिस तेजी से विकास की गाथा गढ़ी जा रही है उसी तेजी में कई लोगों का नुकसान भी शामिल है जो कुछ आंशिक लाभ के बाद ठगे से महसूस कर रहे हैं। मामला है देवास से लगभग 15 किमी दूर स्थित ग्राम बांगरदा के किसानों का।
दरअसल इस ग्राम के कुछ किसानों ने पाईप लाइन डालने वाली कंपनी पर गंभीर आरोप लगाये हैं। किसानों के अनुसार कंपनी ने उनके खेतों को ग्रीष्मकाल में पूर्ण करने का वादा किया था और इस काल तक होने वाले मुआवजे का भी वादा किया था लेकिन कंपनी द्वारा समय पर कार्य पूर्ण नही किया जा सका और अब हालात यह हैं कि वर्षाकाल तक भी किसानों के खेतों को सही नही किया जा सका।
इससे स्थिति यह निर्मित हो गई कि कई किसानों ने अपने खेतों का बड़ा हिस्सा बुआई में छोड़ दिया। यही नही किसानों के अनुसार इस दौरान का मुआवजा भी कंपनी के द्वारा नही दिये जाने का आरोप लगाया है। साथ किसानों का कहना है कि कंपनी ने हमारी 9 मीटर जमीन को उपयोग करने का कहा था लेकिन कंपनी के भारी वाहन हमारे खेतों से निकाले जाते हैं और हमारे खेतों की 30 मीटर के आसपास की जमीन का उपयोग कंपनी द्वारा किया जा रहा है। बता दें बड़े स्तर पर पाईप लाइन बिछाने का कार्य एक बड़ी कंपनी के द्वारा किया जा रहा है। जिसमें किसानों को मुआवजे की राशि में लापरवाही का मामला सामने आया है।
इस मामले में कंपनी के अधिकारियों से बात करना चाही लेकिन फोन नही उठाने के चलते उचित जवाब नही मिल पाया। हालांकि किसानों ने कहा है कि आगे वे इस मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों को करेंगे।
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