सनफार्मा कंपनी के श्रमिकों को प्रशासन ने बलपूर्वक धरना स्थल से हटाया......

 

अनशन पर बैठे दो श्रमिकों को टांगा टोली कर भेजा अस्पताल



देवास। सनफार्मा कंपनी के श्रमिक गत एक सप्ताह से सयाजी द्वार के सामने धरना स्थल पर अपनी विभिन्न मांगों के चलते धरना दे रहे थे। गुरूवार शाम को जिला प्रशासन व पुलिस ने श्रमिकों को बलपूर्वक हटाया साथ ही दो श्रमिक पिछले चार दिनों से आमरण अनशन पर थे, जिनका स्वास्थ्य भी खराब हो रहा था। जिन्हें यहां से टांगा टोली कर उठाकर जिला चिकित्सालय भेजा था। 



गुरूवार शाम को धरना स्थल पर धरना दे रहे सनफार्मा कंपनी के श्रमिकों को प्रशासन ने बलपूर्वक हटाया। अनशन कर रहे दो श्रमिक नेताओं को टांगा टोली कर अस्पताल ले जाया गया। इस बीच श्रमिकों ने प्रशासन पर कंपनी के दबाव में कार्यवाही करने का आरोप लगाया। धरना स्थल से सभी श्रमिकों को उठाया गया, उसके बादतंबू को तोड़ दिया गया। इस दौरान मौके पर एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार और पुलिस विभाग का अमला मौजूद था। कंपनी द्वारा दो दर्जन से अधिक श्रमिकों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखाने से नाराज श्रमिक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। तंबू उखाडऩे में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का फोटो भी जिला प्रशासनिक अधिकारियों ने ऐसे हटाया मानो कचरे का ढेर था।  



इस मामले को लेकर भारतीय मजदूर संघ के विभाग प्रमुख अजय उपाध्याय ने बताया कि प्रशासन को सूचना देकर धरना स्थल पर बैठे थे, कुछ दिनों तक साधारण तौर पर चलता रहा गुरूवार को अनशन पर बैठे दो लोग भारत सिंह खिंची और ज्ञानसिंह ठाकुर जिन्होनें चार दिन पूर्व ही आमरण अनशन पर बैठने का फैसला लिया था। उनका स्वास्थ्य खराब हो गया था। प्रतिदिन प्रशासनिक अधिकारियों के वाहनों का आना-जाना लगा हुआ था, लेकिन उन्होनें यहां धरने पर बैठे लोगों की सुध नहीं ली ना ही कंपनी के मैनेजमेंट का कोई व्यक्ति सुध लेने आया। उल्टा मैनेजमेंट के कुछ व्यक्ति यहां का विडियो बनाकर ऊपर भेजते थे। गुरूवार को जिलाध्यक्ष से चर्चा हुई थी उन्होनें कहा था की दोनों श्रमिकों का अनशन समाप्त करवाओ उनका स्वास्थ्य खराब हो सकता है। प्रशासन शुरू से अत्याचार कर रही है गुरूवार को हुई बर्बरता पर प्रशासन और कंपनी मैनेजमेंट दोषी है।

इनका कहना :-

धरना स्थल पर श्रमिक धरना देकर बैठे थे, इन्होनें आज यहां से हटने की सहमति भी दी थी कि हम आधे घंटे में हट जाएंगे। अगर नहीं उठे तो आप हमें उठा देना, यहां पर दो लोग भूख हड़ताल पर थे जिनका स्वास्थ्य बिगड़ गया था। जिस पर दोनों को अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया है। इनकी मांगो को भेजकर समाधान करने के लिए कहा है। 

एडीएम महेन्द्र सिंह कवचे





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