ट्राइबल युवक की हत्या का मामला - आदिवासी संगठनों ने SP ऑफिस का किया घेराव!!

ASP को ‘कानून का पाठ’ पढ़ाकर गलत कार्रवाई करने का लगाया आरोप

खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के खालवा क्षेत्र में आदिवासी युवक की हत्या का मामला पकड़ता जा रहा है।आज सर्व आदिवासी संगठन के बैनर तले जयस समेत अन्य आदिवासी संगठन के लोग खंडवा में जुटे। यहां इन्होंने पहले सभा की और फिर रैली निकालकर एसपी ऑफिस पहुंचे और भारतीय दंड विधान की किताब हाथ में लेकर पुलिस अधिकारियों को कानून का पाठ पढ़ाया। साथ ही 5 दिन में मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।सर्व आदिवासी समाज और जयस पदाधिकारियों का कहना है कि पुलिस ने हमारे समाज के लोगों पर नियम विरुद्ध केस दर्ज किया है। संविधान और भारतीय दंड विधान की किताब लेकर आए पदाधिकारियों ने एडिशनल एसपी से कहा कि आपने भारतीय दंड संहिता की धारा 141 का उल्लंघन किया है। आपके खिलाफ धारा 124 ए के तहत देशद्रोह का मुकदमा भी दर्ज हो सकता है। खालवा क्षेत्र अनुसूचित क्षेत्र है, यहां हमारा अधिकार चलता है। न लोकसभा, न विधानसभा और राज्यसभा। सबसे बड़ी ग्राम सभा है। इन्होंने 51 लाख रुपए मुआवजा देने और हत्या के आरोपियों को फांसी दिए जाने की मांग की।बीते सप्ताह ग्राम कोठा में आदिवासी युवक फुलचंद के साथ गांव के ही कुछ लोगों ने मारपीट की थी। अस्पताल ले जाते समय फूलचंद ने दम तोड़ दिया था। इसके बाद से लगातार आदिवासी समाज के लोग अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हत्या वाले दिन समाजजन ने पहले चक्काजाम किया और फिर आरोपियों के घर के सामने ही मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया था। पुलिस ने आदिवासी युवक की हत्या करने वाले नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया है। वहीं हत्या के आरोपियों के घर के आंगन में आक्रोशित लोगों के द्वारा मृतक का अंतिम संस्कार किए जाने के मामले में पुलिस ने 100 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जिनमें से 5 को गिरफ्तार किया है। आज जयस के साथ कई आदिवासी संगठनों ने इसका विरोध किया उन्होंने कहा कि पुलिस ने नियम विरुद्ध आदिवासी भाइयों पर केस बनाया है, जिसे वापस लिया जाए




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